दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 16 अक्टूबर। बुधवार को बस्तरिया राज मोर्चा और आदिवासी महासभा के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के अंत में तहसीलदार को राज्यपाल और कलेक्टर के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया।
बस्तरिया राज मोर्चा द्वारा बुधवार को जिला मुख्यालय के आंवराभाटा स्थित दुर्गा मंडप परिसर से संयुक्त जिला कार्यालय के मुख्य द्वार तक रैली निकाली गई। इस दौरान स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग की गई। ग्रामीणों द्वारा राज्य सरकार की मनमानी पर आक्रोश जताया गया।
जिला प्रभारी सुदरू कुंजाम ने बताया कि हमने महामहिम राज्यपाल और कलेक्टर दंतेवाड़ा के नाम मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। इनमें अनेक जनहितकारी बिंदुओं का समावेश है। मुख्य रूप से एनएमडीसी का मुख्यालय बस्तर लाने, एनएमडीसी उपक्रम में खलासी के पदों पर शत - प्रतिशत स्थानीय भर्ती करने, लीज के नाम पर आदिवासियों की भूमि को वापस लौटानें, ग्राम सभा की अनुमति के बिना निजी कंपनियों को उद्योग स्थापित न करने की मांग शामिल हंै।
इसी क्रम में पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ के नाम से निर्दोष ग्रामीणों की हत्या बंद करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में निर्माण कर्ताओं द्वारा शासकीय निर्माण के दौरान यत्र - तत्र अवैध खनन किया जा रहा है। इस पर रोक लगाई जाए। शान द्वारा किसानों को धान का बोनस तत्काल दिए जाने की मांग की गई। तहसीलदार को ज्ञापन देने के उपरांत दुर्गा मंडप परिसर में आम सभा आयोजित की गई। इस दौरान ग्रामीण जन मौजूद थे।