जिला परिवहन विभाग खुलने के बाद से अब तक लोगों ने कराया पंजीयन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा , 15 जनवरी। जिला बनने के बाद जब से जिला परिवहन कार्यालय खुला तब से नवंबर 2024 तक का परिवहन विभाग ने जो आंकड़ा दिया है, उसके अनुसार 90 हजार से अधिक लोगों ने बाइक की खरीदी की है।
बेमेतरा के अलावा लोग मुंगेली, भाटा पारा, कबीर धाम, रायपुर एवम दुर्ग से भी खरीदी करते हैं जिसका पंजीयन उन्ही जिलों में भी सुविधानुसार लोग करवाते हैं, कृषि प्रधान इस जिले में किसान सोना चांदी, इलेक्ट्रानिक उपकरण के अलावा वाहन खरीदी में जो रुचि लिए यह तरक्की के साथ सुविधा के लिए शुभ संकेत है।
परिवहन विभाग के रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2013 में बेमेतरा सी जी 25 के नाम पर केवल 24 वाहनों का पंजीयन हुआ, 2014 में बाइक स्कूटर 5573, मोपेड 413, कार 203, ट्रेक्टर 75, ओमनी बस निजी 59, मॉल वाहक 121, बस 4 का पंजीयन, वर्ष 2015 में बाइक स्कूटर 6918, मोपेड 671, कार 208, ट्रैक्टर 92, ओमनी बस 51, मालवाहक 179,का पंजीयन, वर्ष 2016 में बाइक स्कूटर 6598 , मोपेड 1061, कार 221, ट्रैक्टर 233, मॉल वाहक 199 ओमनी बस 61 का पंजीयन ,वर्ष 2017 में बाइक स्कूटर 7952 का , मोपेड 1201, कार 323, ट्रैक्टर 600 ओमनी बस 53, मॉल वाहक 218, का पंजीयन, वर्ष 2018 में बाइक स्कूटर 8614, मोपेड 924, कार 311 ट्रैक्टर 437, ओमनी बस 39 मॉल वाहक 173 का पंजीयन, वर्ष 2019 में बाइक स्कूटर 13669 , मोपेड 60, कार 579, ट्रैक्टर 890 मॉल वाहक 355 ओमनी बस 15 का पंजीयन, वर्ष 2020 में बाइक स्कूटर 8856, कार 461, ट्रैक्टर 950, मॉल वाहक 148 का पंजीयन, वर्ष 2021 में बाइक स्कूटर 7322, कार 531 ट्रैक्टर 1126, मॉल वाहक 164 का पंजीयन, वर्ष 2022 में बाइक स्कूटर 8035 , कार 501, ट्रैक्टर 1088 मॉल वाहक 255 का पंजीयन, वर्ष 2023 में बाइक स्कूटर 8399 कार 483, ट्रैक्टर 1141, मॉल वाहक 258,एवम नवंबर 2024 तक बाइक स्कूटर 10771, कार 523, ट्रैक्टर 1261, मॉल वाहक 198 का पंजीयन दर्ज है इसके अलावा बड़ी संख्या में क्रेन, हार्वेस्टर, व्यावसायिक उपयोग के ट्रैक्टर, स्कूल बस, ई रिक्शा,तीन पहिया वाहन, निर्माण संबंधी वाहन बारह वर्षों में पंजीकृत हुए हैं।
किसान खुशहाल
बेमेतरा जिले का बाजार किसानी पर निर्भर है। वर्ष 2019 में दो पहिया वाहन की खरीदी चरम पर थी कारण था कर्ज माफी। यदि जिला बनने के बाद रिकॉर्ड देखा जाए तो सत्तर से अस्सी फीसदी परिवार के पास खुद की बाइक है।
हरेक गांव में ट्रेक्टर की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। लगभग दस हजार की संख्या में कार है जो किसानों के जीवन स्तर में हो रहे सुधार के साथ आर्थिक समृद्धि के लिए शुभ संकेत है। किसान संतोष साहू ने कहा कि किसान एवम किसानी विकास की रीढ़ है। शराब, सोना, संपत्ति, डीजल, पेट्रोल , वाहन किराया , दवाई सहित दैनिक जीवन की जरूरी सामग्रियों के कीमत बढऩे के बाद किसान संघर्ष के साथ यदि खुशहाल है तो यह जिले के लिए अनुकूल है।
साहु ने कहा कि बिना किसी बड़ी परियोजना के किसान पानी, पसीना, परिस्थित के साथ मिलकर आज गुड़, मूंगफली, अरहर, मटर, सब्जी, सहित वह सामग्री बाजार को उपलब्ध करा रहा है जो जिले में आम लोगो के पहुंच से दूर था।