‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 23 अक्टूबर। नगर में छठ पूजा की तैयारियां तेज हो गई है,सैकड़ों व्रती महिलाएं इस बार गेयुर नदी तट पर करेंगी रात्रि जागरण। लम्बे समय छठ घाट निर्माण की मांग अभी तक लंबित है।
बलरामपुर जिले के राजपुर स्थित गेयुर नदी के तट पर परंपरागत रूप से कई वर्षों से छठ पूजा का आयोजन होता आ रहा है। यह महापर्व यहां की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न अंग बन चुका है, जहां हजारों श्रद्धालुगण सूर्य देवता को अर्दय अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। लेकिन इस वर्ष भारी बारिश के कारण गेयुर नदी के तट पर कटाव होने से व्यवस्था करने में कड़ी मशक्कत करना पड़ रहा है। बावजूद इसके स्थानीय छठ पूजा सेवा समिति के अथक प्रयासों से घाट को पुन: तैयार कर किया जा रहा है। मजदूरों और जेसीबी मशीनों की मदद से नदी के किनारे छठ घाट का निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है और पूजा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है।
गंगा आरती का होगा आयोजन
इस पर्व से जुड़ी एक परंपरा है कि छठ पर्व पर डूबते सूरज को अघ्र्य दी जाती है वहाँ पर गंगा आरती का महत्व है। छठ पुजा सेवा समिति ने छठ पर्व पर छठ घाट में पिछले वर्ष से गंगा आरती भी प्रारंभ किया है। छठ पूजा न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता का माध्यम भी है। महिलाओं के द्वारा किये जाने वाला यह कड़ी उपासना पर्व आस्था को भी दर्शता है।
इस वर्ष गंगा आरती के प्रायोजक राजपुर के प्रतिष्ठित नागरिक जोगी राम अग्रवाल है जबकि आयोजक छठ पुजा सेवा समिति है।
छठ पूजा सेवा समिति के सदस्यों ने रात दिन मेहनत करके छठ पर्व की तैयारियों में लगी है। इस वर्ष भी छठ पुजा सेवा समिति द्वारा छठ वृतियों के लिए टोकन सिस्टम के माध्यम से पंडालो का पंजीकरण किया जा रहा है, ताकि व्यवस्था सुचारू रहे। समिति के अनुसार पिछले वर्ष की तरह इस बार भी छठ व्रतियों के अर्दय के बाद गंगा आरती का आयोजन संध्या समय पर किया जाएगा।
छठ घाट के निर्माण की मांग लंबित
लंबे समय से राजपुर गेयुर नदी के तट पर स्थायी छठ घाट के निर्माण की मांग उठती रही है अभी तक कोई स्थायी छठ घाट नहीं बना है, जिससे हर वर्ष बारिश या बाड़ जैसी आपदाओं में परेशानी होती है। छठ पूजा सेवा समिति ने भी प्रशासन से अपील की है कि श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए उपयुक्त छठ घाट का निर्माण शीघ्र कराया जाए।गेयुर नदी के तट पर छठ घाट के लिए लगभग चालीस लाख रुपये की स्वीकृति के बाद भी अभी तक इस ओर कोई पहल नहीँ की गई है जिससे इस बार भी छठ व्रतियों को सुविधा नहीं मिल पाएगी।
छठ पूजा सेवा समिति द्वारा श्रद्धालुओं के रुकने की पूरी व्यवस्था की जा रही है। छठ पुजा मनाने के लिये राजपुर सहित आसपास से सैकड़ों परिवारों में पहुंचने की उम्मीद है, जो इस पर्व में भाग लेंगे जिसके लिए छठ पुजा सेवा समिति द्वारा लगभग 50 पंडालो की व्यवस्था की जा रही है।
महेंद्र अग्रवाल बने छठ पुजा सेवा समिति के नए अध्यक्ष - दीपावली पश्चात होने वाले इस महापर्व को सुचारू रूप से संचालन के लिए छठ पूजा सेवा समिति अपनी दिन रात के अथक मेहनत करके श्रद्धालुओं के लिए गेयुर नदी पर छठ पुजा के लिए कार्य स्थल तैयार करती है।इस वर्ष छठ पुजा सेवा समिति ने सर्वसम्मति से छठ पुजा सेवा समिति में संरक्षक के रूप में लंबे समय से अपनी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे महेंद्र अग्रवाल को छठ पुजा सेवा समिति के नए अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया है। वहीं छठ पूजा के सफल संचालन एवँ छठ घाट की तैयारियों में समिति के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल सहित संतोष सिंह, विश्वाश गुप्ता, नीरज तिवारी, भानु प्रजापति, नरेश अग्रवाल, विद्यानंद दुबे, विकाश बंसल, सतीश सिंह, प्रवीण गुप्ता, आनंद मेहता, सोनू सिंह, दुर्गेश जायसवाल, संजीव गुप्ता, दीपक सोनी, रवि सोनी, राजीव गोस्वामी, अंकुर गुप्ता एवँ अज्जु की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।