खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 15 जून। जिले में कुपोषण की स्थिति में सुधार लाने एवं बच्चों के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक इंद्रजीत सिंह चंद्रावल की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में पिछली समीक्षाओं में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा की गई। पोषण ट्रैकर के सभी मॉड्यूल की कार्यप्रणाली का विश्लेषण किया गया, जिसमें विभाग द्वारा किए गए सराहनीय सुधारों को कलेक्टर ने सकारात्मक रूप से रेखांकित किया। उन्होंने विभाग की कार्यकुशलता की सराहना करते हुए टीम को बधाई दी।
बैठक में कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज बच्चों के पोषण स्तर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों में 50त्न से अधिक बच्चे बौनापन से प्रभावित हैं, वहां पर्यवेक्षकों द्वारा विशेष निरीक्षण कर सुधारात्मक कदम उठाए जाएं। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चो के लिए प्रतिमाह बाल संदर्भ शिविरों का आयोजन कर उनकी स्वास्थ्य स्थिति की सतत निगरानी करने तथा पोषण की दिशा में ठोस उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में प्रतिमाह विशेष सुपोषण चौपाल का आयोजन कर पालकों को संतुलित आहार, स्वच्छता और बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पोषण संबंधी व्यवहार को आमजन की दिनचर्या का हिस्सा बनाने के लिए निरंतर प्रेरणा और जनसंपर्क आवश्यक है।
उन्होंने विभाग को निर्देशित किया कि पोषण के क्षेत्र में हर स्तर पर सक्रियता बरती जाए और वास्तविक बदलाव लाने के लिए मॉनीटरिंग, जन-जागरूकता और सामुदायिक सहभागिता को मजबूत किया जाए।
इस अवसर पर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, खैरागढ़ एवं छुईखदान परियोजना अधिकारी, समस्त सेक्टर सुपरवाइजर एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


