रोजगार के साधनों का भी होगा विस्तार, युवाओं के लिए भी मिलेंगे बड़े अवसर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 21 फरवरी। रायगढ़ जिले की पुसौर ब्लाक की एनटीपीसी लारा उर्जा के मामले में एक और नई छलांग लगाने जा रहा है। ये अपने आप में नया रिजार्ड होगा जब मात्र पांच साल के भीतर एनटीपीसी लारा ने प्रगति के मामले में नया आयाम स्थापित किया है। जल्द ही इस प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता 16 सौ से बढक़र 32 सौ मेगावाट उत्पादन की हो जाएगी और इसकी तैयारियां जोर शोर से शुरू हो गई है।
केन्द्र शासन के दिशा निर्देश पर एनटीपीसी वर्तमान में 8 सौ 8 सौ यूनिट से 16 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन कर रहा है, जिसे बढ़ाकर 8 सौ-8 सौ मेगावाट की दो और यूनिट शुरू करके 32 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाला देश का तीसरा संयंत्र बन जाएगा।
इतना ही नहीं पर्यावरण दृष्टि को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग करते हुए कम प्रदूषन हो इसके लिए प्लांट के अधिकारी परिबद्ध है। लारा प्लांट आसपास के दर्जनों गांवों में सीएसआर व अन्य समाजसेवा का कार्य करते हुए फ्लाई ऐश प्रबंधन में भी विशेष ध्यान दे रहा है। इतना ही नहीं केन्द्र सरकार के नियमों के अनुरूप जिनकी जमीन अधिग्रहण की गई है उनको मुवायजा के अलावा कुछ बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की भी पहल की गई है।
एनटीपीसी लारा के कार्यपालिक निदेशक दिवाकर कौशिक ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लारा एनटीपीसी बहुत ही जल्द अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर देश में सस्ती बिजली देने वाला प्लांट बनेगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान मे 16 सौ मेगावाट उत्पादन करने वाला यह संयंत्र आने वाले समय में और 16 सौ मेगावाट उत्पादन क्षमता बढ़ाने जा रहा है और इसके लिये कोयले की सप्लाई भी तेजी से बढ़ा दी गई है। इतना ही नही एनटीपीसी की तिलाईपाली माइंस से प्रतिदिन दस हजार टन कोयला सप्लाई हो रहा है और अब अन्य माध्यमों से भी कोयले की सप्लाई बढाने के लिये मंजूरी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि एनटीपीसी अपने उत्पादन करने वाली बिजली से 50 प्रतिशत छत्तीसगढ़ व बाकी बची बिजली महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों को सप्लाई कर रहा है और इसकी क्षमता बढऩे के बाद अन्य प्रदेशों में भी बिजली की सप्लाई बेरोकटोक हो सकेगी।
एनटीपीसी लारा के कार्यपालिक निदेशक दिवाकर कौशिक ने बताया कि भारत सरकार के दिशा निर्देश पर इस प्लांट में कम से कम प्रदूषण हो इसका विषेस घ्यान रखा जा रहा है इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करने के लिए पहल जारी है।
बहरहाल रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के लारा में लगे एनटीपीसी लारा बीते पांच सालों के भीतर बिजली उत्पादन मामले में तेजी से उभर रहा है और कोयला आधारित इस बिजली संयंत्र के उत्पादन क्षमता बढऩे से प्रति यूनिट में भी कमी आएगी और इसको लेकर प्रबंधन अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। 1600 मेगावॉट बिजली उत्पादन के बाद अब दोगने बिजली की उत्पादन करने की नई ऊँचाई छूने जा रहा है। यहाँ ये भी बताना लाजमी होगा कि लारा में उत्पादन बढऩे से रोजगार के भी नए रास्ते खुलेंगे। स्थानीय लोगों को भी इसमें मौके दिये जाने के लिए नियम बनाये गए हैं। लारा के इस प्लांट में ओडिशा व रायगढ़ जिले के दो दर्जन से अधिक गाँवों में रोजगार के साथ साथ व्यापार में भी बड़ा बदलाव आएगा।