बस्तर में भाजपाईयों की हत्या के खिलाफ किया चक्काजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 फरवरी। बीते दिनों 1 महीने के भीतर माओवादियों ने भाजपा के 4 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी। इसके पीछे प्रदेश की कांग्रेस सरकार का स्पष्ट रूप से हाथ बताते हुए इसके विरोध में शुक्रवार की दोपहर 2 से अपरान्ह 4 बजे तक जिला भाजपा ने स्थानीय सुभाष चौक में चक्काजाम किया।
राज्य भाजपा के प्रदेशव्यापी चक्काजाम कार्यक्रम के तहत शहर में हुए इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्रदेश महामंत्री और यूथ आइकन ओपी चौधरी ने किया।
दोपहर दो बजे स्थानीय भाजपा कार्यालय से जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यकर्ता सुभाष चौक पहुंचे और चौक को पूरी तरह घेर लिया। वे यहां दरी कुर्सी लगा कर बैठ गए। भाजपा नेताओं ने भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार पर नक्सलियों से मिलीभगत करके उनके कार्यकर्ताओं की हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए कहा गया कि ऐसा करके सरकार भाजपा कार्यकर्ताओ को डराना चाहती है।
चक्काजाम के दौरान ओपी चौधरी ने कहा कि बड़े दुख कि बात है कि बस्तर में भाजपा के नेता बुधराम करटाम, सागर साहू, नीलकंठ कक्केम, रामधर अलामी जी की हत्या उनके घर में घुस कर की गई। नड्डाजी ने बस्तर प्रवास में कहा था कि अठारह करोड़ कार्यकर्ता उनके दुख में शामिल है। मैं उनकी बात का समर्थन करते हुए उन्हें श्रद्धांजली देता हूं।
ओपी चौधरी ने झीरम कांड की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग झीरम के सबूत पाकेट में होने की बात कह रहे थे। पॉकेट में सबूत रखने वालों के सबूत आज कहां है ? उन्होंने कहा कि झीरम की सही मायने में यदि भूपेश बघेल जांच करवाना चाहते है तो पहले कवासी लखमा का नार्को टेस्ट करवाए जिसे उन्होंने मंत्री बना रखा है।
ओपी चौधरी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद भूपेश बघेल ने नक्सली समस्या को सामाजिक-आर्थिक समस्या बताया था। यह नक्सलवाद के भूपेश बघेल का दृष्टिकोण स्पष्ट करता है। ओपी चौधरी ने कहा कि 3 अप्रैल 2021 को जब सीआरपीफ में 70 जवानों की नक्सलियों ने हत्या कर दी उसकी सूचना मिलने के बाद भी भूपेश बघेल हंसते हुए असम में चुनाव रैली कर रहे थे। ऐसे संवेदनहीन के हाथों में छत्तीसगढ़ की कमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम लोक तंत्र को लहू तंत्र बनाना चाहते है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुरुपाल भल्ला ने कहा कि बस्तर में लगातार हो रही नक्सली घटनाओं से प्रदेश में असुरक्षा का वातावरण बन चुका है। बस्तर में लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओ ने चक्काजाम किया है।
पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने बस्तर में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या को सत्ता और नक्सलियों के बीच पनपी इस जुगलबंदी बताते हुए इसे छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र पर गहरा आघात बताया है। चक्काजाम आंदोलन को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विवेक रंजन सिन्हा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बृजेश गुप्ता, भाजयुमो प्रभारी आलोक सिंह, वरिष्ठ पार्षद कौशलेश मिश्रा, जिला भाजपा मंत्री रत्थू गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह, विकास केडिया ने भी संबोधित किया।
आयोजित चक्का जाम को बिलिस गुप्ता, शीला तिवारी, गोपिका गुप्ता, शोभा शर्मा, अरुण कातोरे, सुरेंद्र पांडे, डिग्रीलाल साहू ने भी संबोधित किया। पूरे कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन युवा मोर्चा जिला मंत्री रामजने भारद्वाज ने किया वहीं कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन प्रदीप श्रृंगी ने किया।
इसी क्रम में विकासखण्ड मुख्यालय धरमजयगढ़, घरघोड़ा, लैलूंगा, पुसौर तथा सारंगढ़ जिला मुख्यालय में भी बस्तर में हुई भाजपाईयों की हत्या के विरोध में एक दिवसीय चक्काजाम व धरना प्रदर्शन किया गया।
आज चक्का जाम में श्रीकांत सोमावार, मंजुलता नायक, सुशीला चौहान, दुर्गा देवांगन, वंदना केशरवानी, नेहा देवांगन, पिंकी पंडा, त्रिवेणी डहरे, शक्ति अग्रवाल, अनुपम पाल, महेश शुक्ला, रविन्द्र भाटिया, दिबेश सोलंकी, मुक्तिनाथ, पवन शर्मा, सुरेश गोयल, सीताराम विश्वकर्मा, शशिकांत शर्मा, सुनील थवाइत, सुमित शर्मा, जितेंद्र निषाद, प्रवीन द्विवेदी, सूरज शर्मा, सरबजीत सिंह, मीनाक्षी मेहर, खोलू सारथी, बबलू गुप्ता, ओंकार तिवारी, शैलेश माली, मितेश शर्मा, एवन मेहर, बृजकिशोर शर्मा, सुकलाल चौहान, दीपक गुप्ता, मनीष गांधी, रतिंद्र राय, श्रवन सीदार, परदेशी मिरी, अमित शर्मा, शशिभूषण चौहान, राजश्री अग्रवाल, साहिल मनिहार, दीपक घोष, अंकित मिश्रा, खगेश देवांगन, यशवंत सिंह, अभिलाष कच्छवाहा, सतनाम सिंह, नवल किशोर बेहरा, विकास महतो, सुशील सिंह, दीपक दिनकर, कुंदन चौहान, शिवकांशी, सूरज मीरी, पप्पू यादव, दुर्गेश यादव उपस्थित रहे।