‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 24 अगस्त। नगर पालिक निगम भिलाई महापौर नीरज पाल, महापौर परिषद सदस्य, समस्त पार्षद गण एवं अधिकारी सहित मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के स्वच्छता का द्वितीय दिवस का प्रशिक्षण प्राप्त किए हैं।
महापौर सहित सभी पार्षद गण इंदौर शहर के डोर टू डोर कचरा कलेक्शन एवं होम कम्पोस्टिंग का अवलोकन किए। यहां कचरा कलेक्शन हेतु गाड़ी का समय सारणी एवं रूट निश्चित है और रूट एवं समय अनुसार गाडिय़ों का संचालन होता है। सभी गार्बेज वाहन का मॉनिटरिंग आईसीसीसी कंट्रोल रूम से होता है। इंदौर के ज्यादातर घरों में घर से निकले हुए कचरे का उपयोग घर में ही खाद बनाने में किया जाता है।
बेसिक्स के प्रतिनिधि गुलाब नागर द्वारा अवलोकन कराते हुए जानकारी दिया गया। बापट चौराहा में डोर टू डोर कलेक्शन एंड सेग्रीगेशन देखा गया, इंदौर के रहवासियों के द्वारा अपने ही घर के कचरे को 6 प्रकार से अलग अलग करके नगर निगम की आने वाली गाड़ी में कचरा डाला जाता है और जनसहयोग किया जाता है। ड्राईवर हेल्पर और बेसिक्स के टीम द्वारा प्रति दिवस लोगों से कम्युनिकेशन किया जाता है। साथ ही रहवासियों के द्वारा अपने ही गिले कचरे अपने घर में होम कंपोस्ट कर खाद का उपयोग किया जाता है। सफाई मित्र के द्वारा स्वच्छता मे अपने बिट की सफाई कर एक स्वच्छता का संदेश दिया जाता है जिसमें अपने बिट से सफाई के कचरे को अलग अलग किया जाता है गिला सूखा और धूल मिट्टी को अलग अलग बेग मे रखा जाता है ।
योगेन्द्र दीक्षित द्वारा द्वारा दिए जानकारी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ढ्ढष्टष्टष्ट) गार्बेज कलेक्शन कंट्रोल रूम का अवलोकन कराते हुए जानकारी दिया गया। प्रशिक्षक द्वारा कंट्रोल सेंटर के कार्यकलाप एवं सारी विधियों को विस्तार से बताया गया। 22 जोन के 85 वार्ड में कचरा इक_ा करने हेतु संचालित वाहनों का नियंत्रण यहां से होता है । इसके लिए कंट्रोल सेंटर में 22 कंप्यूटर सिस्टम लगाया गया है, जिसके माध्यम से कचरा वाहनों का मॉनिटरिंग किया जाता है। कचरा कलेक्शन गाडिय़ों पर कोई राजनीतिक या जनप्रतिनिधियों का दबाव नहीं होता है, हाईटेक सिस्टम बनाया हुआ है जो लगातार कार्य करता है। सूखा गीला एवं खतरनाक कचरा हेतु अलग-अलग डस्टबिन का उपयोग किया जाता है। इंदौर में कोई भी बाहर कचरा नहीं है फेंकते हैं, कचरा यहां वहां फेंकने पर बड़ी जुर्माना लगाई जाती है । जुर्माना ढाई सौ रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक हो सकती है । आम नागरिक नगर निगम के नियमों का सम्मान करते हुए कार्य करते हैं।
योगेन्द्र दीक्षित द्वारा आई सी सी सी (इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ) से किस प्रकार जीपीएस के माध्यम से डिजिटल प्रणाली के द्वारा चलने वाली नगर निगम की कचरा गडिय़ों की मॉनिटरिंग की जाती है और उनकी रिपोर्ट बनाई जाती है, का जानकारी दिया गया है। किसी भी घर का डोर टू डोर कचरा लेना छूट गया तो कन्ट्रोल सेंटर द्वारा हाइटेक सिस्टम जीपीएस से मॉनिटरिंग किया जाता है और तत्काल सूचित कर वहां भेजा जाता है।
जिसका अवलोकन कर संचालन की तकनीकी को बारीकी से समझे । यहां कोई भी जनप्रतिनिधि जन्मदिन या बधाई संदेश के लिए पोस्टर, बैनर या बड़े होर्डिंग का उपयोग नहीं करते हैं। होर्डिंग में व्यय होने वाले राशि का उपयोग पुण्य कार्यों एवं जरूरतमंद गरीबों के सहायता के लिए किया जाता है। जिससे सफाई करने वालों के लिए अतिरिक बोझ नहीं बढ़ता और उनको हटाने के लिए निगम का अतिरिक्त व्यय नहीं होता है। बिना अनुमति के बेतरतीब बड़े-बड़े पोस्टर, बैनर और होर्डिंग लगाने से शहर की खूबसूरती में कमी आती है, जिसको इंदौर निगम ने अपना नियम बनाकर नियंत्रित किया है।
निगम स्वामित्व परिसंपत्तियों के देखरेख, नया टैक्स, जुर्माना एवं निगम के विकास सहित संचालन हेतु इंदौर नगर निगम का अपना नियम है। इंदौर निगम अधिनियम महापौर परिषद एवं सामान्य सभा से पारित है, जिसका इंदौर निगम कड़ाई से पालन करता है । नगर निगम के प्रावधानों को कड़ाई से पालन करने हेतु पक्ष एवं विपक्ष सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिलता है। इंदौर में नगर निगम के विरुद्ध कार्य करने वाले को किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारी का सहयोग नहीं मिलता है, उनके ऊपर सीधा पेनाल्टी या कार्यवाही होती है।
उद्यान में ऑन साइट कम्पोस्टिंग का अवलोकन किया गया, उद्यान का कचरा जिसे उद्यान में ही कम्पोस्ट खाद बनाया जाता है। कंपोस्ट जिसमें उद्यान से निकलने वाले ग्रीन वेस्ट को गार्डन परिसर मे कंपोस्ट पीट के माध्यम से निपटान किया जाता है। निर्मित कंपोस्ट को गार्डन में उपयोग किया जाता है और इस कार्य के लिए रेक पीकर के द्वारा स्वच्छता मे अपना सहयोग दिया जाता है। शहर की खूबसूरती, ब्यूटीफिकेशन को प्राथमिकता दिया गया है।
इंदौर के सभी जनप्रतिनिधि और नागरिक स्वच्छता के प्रति जागरुक हैं। इंदौर में सब्जी बेचने वाले भी अपना कचरा स्वयं रखते हैं और उचित कचरा वाहन में डालते हैं। स्वच्छता प्रशिक्षण हेतु इंदौर शहर भ्रमण के दौरान सभापति गिरवर बंटी साहू, नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा, महापौर परिषद सदस्य लक्ष्मीपति राजू, सीजू एंथोनी, संदीप निरंकारी, एकांश बंछोर, आदित्य सिंह, साकेत चंद्राकर, चंद्रशेखर गवई, मन्नान गफ्फार खान, वरिष्ठ पार्षद महेश वर्मा, पियुष मिश्रा,सांसद प्रतिनिधि प्रमोद सिंह, जोन अध्यक्ष रामानंद मौर्य, जालंधर सिंह, जोन आयुक्त अमरनाथ दुबे, कुलदीप गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जोन स्वास्थ्य आधिकारीगण एवं पी आई यू उपस्थित रहे ।