रायपुर, 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ विधान सभा में आज 75 वें राष्ट्रीय संविधान दिवस’’ के अवसर पर भारत के संविधान की ‘‘उद्देशिका’’ का विधान सभा सचिव दिनेश शर्मा एवं सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों/कर्मचारियों ने सामूहिक पाठ किया । इसके पश्चात श्री शर्मा ने सेन्ट्रल हॉल में प्रतिष्ठापित भारतीय संविधान रचियता ‘‘बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर’’ के तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 25 नवंबर। प्रतापपुर विकासखंड में शिक्षा व्यवस्था एक गंभीर संकट का सामना कर रही है, जहां कई शिक्षक अपनी मुख्य जिम्मेदारी, बच्चों की शिक्षा, को नजरअंदाज कर विवादास्पद और अवैध नेटवर्क मार्केटिंग गतिविधियों में संलिप्त हो गए हैं। यह प्रवृत्ति न केवल बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, बल्कि शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता और समाज के प्रति शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतापपुर विकास खंड के कई शिक्षक इस नेटवर्किंग गतिविधियों में शामिल है जिसकी सोशल मीडिया प्लेटफार्म में उनकी गतिविधियां देखी जा सकती है।
प्रतापपुर के कई शिक्षक अब अपनी कक्षाओं को छोड़कर नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ी सेमिनारों और बैठकों में भाग ले रहे हैं। इन शिक्षकों का ध्यान अब बच्चों की पढ़ाई से हटकर अपनी व्यक्तिगत आय बढ़ाने और नेटवर्क का विस्तार करने पर केंद्रित हो गया है। कई शिक्षक छुट्टी लेकर इन सेमिनारों में शामिल हो रहे हैं, जिससे स्कूलों में कक्षाओं का संचालन प्रभावित हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो रही है और उनके शैक्षिक प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इस स्थिति का बच्चों के मानसिक और शैक्षिक विकास पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
जमा पूंजी और लोन का निवेश-
प्रतापपुर के कई शिक्षक अब अपनी नौकरी पर निर्भर नहीं रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपनी जमा पूंजी और बैंकों से लोन लेकर नेटवर्क मार्केटिंग में निवेश किया है। उन्हें अधिक ब्याज का लालच देकर इस निवेश के लिए प्रेरित किया गया था, लेकिन अब इन योजनाओं से वादे किए गए लाभ का कोई निशान नहीं है। कुछ शिक्षक स्थानीय व्यवसाइयों को भी इस योजना में निवेश करने के लिए प्रेरित कर चुके हैं, लेकिन अब कई महीनों से उनका पैसा वापस नहीं आ रहा है। यह स्थिति शिक्षकों के व्यक्तिगत जीवन में अस्थिरता ला रही है और उनकी पेशेवर जिम्मेदारी पर भी सवाल उठा रही है।
गौरतलब है कि नेटवर्क मार्केटिंग में छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन है, छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण संहिता, 1965 के तहत सरकारी कर्मचारियों को निजी व्यापार या आर्थिक गतिविधियों में संलिप्त होने से प्रतिबंधित किया गया है। इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को नेटवर्क मार्केटिंग जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, सरकारी कर्मचारियों को किसी भी प्रकार के निवेश या सट्टा लगाने की अनुमति नहीं है। इस प्रावधान का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को जोखिमपूर्ण और अवैध आर्थिक गतिविधियों से बचाना है, ताकि वे अपने कर्तव्यों में पूरी तरह से समर्पित रहें और उनकी कार्यक्षमता पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
बैंक डिटेल, आधार लिंक और सोशल मीडिया में सक्रियता से जांच की संभावना-
नेटवर्क मार्केटिंग में संलिप्तता की जांच के लिए अब बैंक डिटेल, आधार लिंक और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की गतिविधियों का उपयोग प्रभावी तरीके से किया जा सकता है।शिक्षकों के बैंक खातों से ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड्स की जांच करके यह पता लगाया जा सकता है कि उन्होंने नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों में पैसा ट्रांसफर किया है या नहीं।जब बैंक खातों को आधार से लिंक किया जाता है, तो सभी वित्तीय लेन-देन को ट्रैक किया जा सकता है। यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि कोई अनियमितता या संदिग्ध लेन-देन नहीं हो रहा है।
सोशल मीडिया सक्रियता-
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर शिक्षकों की सक्रियता की निगरानी से यह पता चल सकता है कि वे किस प्रकार की नेटवर्क मार्केटिंग योजनाओं में संलिप्त हैं और उनकी गतिविधियों का दायरा कितना बड़ा है। सोशल मीडिया पर शिक्षक अपने नेटवर्क को फैलाने के लिए प्रचार कर रहे हैं, और ऐसे मामलों में उनकी पोस्ट और चर्चाएं प्रमाण के रूप में कार्य कर सकती हैं।
शिक्षा विभाग इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेगा-बीईओ
विकासखंड शिक्षा अधिकारी, प्रतापपुर, मुन्नू लाल धुर्वे ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मामला गंभीर है और पहले भी ऐसी शिकायतें आई हैं। अगर किसी शिक्षक की संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करेगा और सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
सूरजपुर, 25 नवंबर। कलेक्टर जयवर्धन ने जिले में त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान बैठक में अपर कलेक्टर नयन तारा सिंह तोमर,नरेंद्र पैकरा और जगन्नाथ वर्मा ,डिप्टी कलेक्टर चांदनी कंवर, समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर कलेक्टर जयवर्धन ने मतदाता सूची की अद्यतन स्थिति,मतदान केंद्र भवनों, रैंप, शौचालय सहित सभी सुविधाओं की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने मानव संसाधन प्रशिक्षण, निर्वाचन सामग्रियों के सम्बन्ध में तथा संवेदनशील/ असंवेदनशील मतदान केंद्रों की जानकारी लेते हुए दिशा निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 25 नवंबर। कलेक्टर एस. जयवर्धन ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, सभी एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार, थाना प्रभारी व अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में चर्चा की गई और संबंधित अधिकारियों को संयुक्त रूप से कार्य करने को कहा।
कलेक्टर श्री जयवर्धन ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी अधिकारी सजग होकर आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अपने क्षेत्रों में असामाजिक तत्वों के द्वारा की जाने वाली वारदातों, घटनाओं एवं विवादों पर पैनी नजर रखें। किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि होने अथवा अप्रिय स्थिति की संभावना को देखते ही त्वरित रूप में सख्त कार्यवाही करें।
इसके अलावा कलेक्टर श्री जयवर्धन ने नशीली दवाइयों की अवैध आपूर्ति रोकने, कोटपा एक्ट के तहत तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर नियमित कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने नशामुक्ति के लिए सभी विभाग को समन्वय करते हुए सभी संभव उपाय करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा उन्होंने जिले में सडक़ यातायात में व्यवधान उत्पन्न करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सडक़ किनारे अवैध दुकान लगाने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ उन्होंने सडक़ों पर आवारा पशुओं के विचरण रोकने और यातायात सुचारु करने के लिए भी नियमित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री जयवर्धन ने जिले में होने वाले विभिन्न आयोजनों के दौरान जानबूझकर ध्वनि प्रदूषण कर कानून व्यवस्था का उल्लंघन किए जाने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने गाडिय़ों में अवैध रूप से डीजे साउंड सिस्टम लगाने और मानक स्तर से अधिक ध्वनि उत्पन्न कर प्रदूषण करने पर त्वरित एवम सख्त कार्यवाही करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 23 नवंबर। धान के अवैध भंडारण एवं परिवहन पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 77 क्विंटल धान जब्त किया। आज एसडीएम प्रतापपुर के नेतृत्व में ग्राम मझगवा तहसील प्रतापपुर के राजकुमार यादव के दुकान में बने गोदाम से धान जब्त किया गया।
उक्त गोदाम में 130 बोरी, लगभग 52 क्विंटल पुराना धान पाया गया, जिसे धान खरीदी सोसाइटी में बिक्री की नीयत से अवैध भण्डारण किया गया था। धान को जब्त कर सरपंच मोहरमनिया के सुपुर्द में दिया गया। नायब तहसीलदार, फ़ूड इंस्पेक्टर, हल्का पटवारी, अन्य पटवारीगण एवं सरपंच संयुक्त रूप से इस कार्रवाई में शामिल रहे।
इसके अलावा आज बाजार गली सूरजपुर से अवैध धान परिवहन पर बड़ी कार्रवाई की गई। पिकअप क्रमांक ष्टत्र 16 ष्टहृ 3184 से धान का अवैध परिवहन किया जा रहा था। 50 बोरा धान वजन 25 क्विंटल अनुमानित को परिवहन करते पाए जाने पर व्यापारी संदीप साहू, निवासी कुड़ेली जिला कोरिया से छ ग कृषि उपज मंडी अधिनियम के तहत यह धान जब्त कर पुलिस थाना सूरजपुर के अभिरक्षा में दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 23 नवंबर। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देशन में एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में शनिवार को हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान के तहत जनपद पंचायत सूरजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत तेलईकछार के केनापारा पर्यटन स्थल पर सामूहिक श्रमदान का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद पंचायत सूरजपुर सीईओ, एपीओ, ग्राम पंचायत सरपंच सचिव स्वच्छ भारत मिशन से बीसी, सीसी स्वच्छताग्रही दीदी, एवं ग्रामीण भी शामिल थे।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्गत शौचालय का शत-प्रतिशत उपयोग करने और शौच से पहले अच्छे से साबुन पानी से हाथ धोने और खाना खाने से पहले हाथ धोने, साफ़ सफाई व्यवस्था बनाए रखने हेतु प्रेरित किया गया, साथ में समुदायिक शौचालय का संचालन, घर-घर कचरा संग्रहण हेतु स्वच्छाग्रही दीदीयों को प्रेरित किया गया।
जरही, 23 नवंबर। सूरजपुर जिला के नगर पंचायत जरही में मितानिन दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सभी वार्ड की मितानिनों का एकत्रित होकर सम्मानित किया गया। मितानिनों को श्रीफल और पुष्प भेंटकर उनका सम्मान किया गया और स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके योगदान को सराहा गया।
इस कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष विमला राजवाड़े, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजकुमार भाजपा महामंत्री अशोक गुप्ता के द्वारा मितानिनों को सम्मानित किया गया, जिससे वे उत्साहित और गर्वित नजर आईं।
भाजपा मंडल महामंत्री अशोक गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी हमारी मितानिन बहनें हैं। उनके बिना घर-घर पहुंच पाना संभव नहीं है। मितानिनों ने स्वास्थ्य सेवाओं में अहम भूमिका निभाते हुए समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सहायता प्रदान की है, जिसके चलते उनका योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
नगर पंचायत अध्यक्ष विमला राजवाड़े ने कहा कि मितानिनों के इस सम्मान समारोह में उनमें उत्साह और प्रेरणा से भरे है, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यों के प्रति मेहनत और समर्पण दिखाया है। मितानिन दिवस के इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि मितानिनों का काम सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का काम भी करता है। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष विमला राजवाड़े, राजकुमार गुप्ता , महामंत्री अशोक गुप्ता , गोपाल शरण, देवा राजवाड़े , सिंह , श्रीमती मीना श्रीवास्तव सहित नगर पंचायत की मितानिन श्रीमती रिझन बाई, प्रमिला देवांगन, लालमनेन राजवाड़े, रीना सिंह, प्रेमादेवी , संगीता राजवाड़े, पार्वती राजवाड़े उपस्थित रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर,22 नवंबर। कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी रमेश साहू के मार्गदर्शन में जिले में बाल विवाह और बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों की जानकारी विकासखंड भैयाथान स्कूलों और महाविद्यालय में छात्र छात्राओं को इस विषय पर जागरूक किया जा रहा है। शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय भैयाथान, पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय, महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में बाल विवाह और बाल संरक्षण के महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशाला का आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में छात्रों को बाल विवाह की हानियों और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
मनोज जायसवाल ने विद्यार्थियों को बाल विवाह, बाल संरक्षण कानूनों, और सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक किया। अपने अनुभव साझा करते हुए, उन्होंने वास्तविक जीवन की कुछ केस स्टडी के माध्यम से बाल विवाह के गंभीर परिणामों को समझाया जायसवाल ने पॉक्सो अधिनियम के तहत बच्चों को लैंगिक अपराधों से बचाने के प्रावधानों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चों को गलत तरीके से घूरना, पीछा करना, रास्ता रोकना, आपत्तिजनक चित्र दिखाना या अनुचित रूप से छूना भी कानूनन अपराध है। गुड टच और बैड टच की पहचान करने और पॉक्सो अधिनियम के तहत सुरक्षा के लिए तीन प्रमुख उपाय - नो (विरोध करना), गो (घटना स्थल से भागना), और टेल (किसी विश्वसनीय व्यक्ति को बताना) को समझाया गया। इसके अलावा, एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई। उन्होंने जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत बच्चों को नशे से बचाने के लिए बनाए गए प्रावधानों की जानकारी दी।
धारा 77 और 78 के अनुसार, बच्चों को नशा कराना या नशे का सामान बेचना अपराध है, जिसमें दोषी पाए जाने पर 1 लाख रूपये तक का जुर्माना और 2 साल की सजा का प्रावधान है।
बच्चों को प्रेरित करने के लिए चुप्पी तोड़ो गतिविधि का आयोजन किया, जिसमें बच्चों को अपने साथ होने वाली किसी भी गलत घटना के बारे में बोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यशाला में बाल श्रम और भिक्षावृत्ति के खिलाफ जागरूकता भी बढ़ाई गई। उन्होंने बाल श्रम निषेध और विनियमन अधिनियम, 1986 के प्रावधान समझाते हुए बताया कि बच्चों से श्रम कराने पर 6 महीने से 2 साल तक की सजा और 20 से 50 हजार तक का जुर्माना हो सकता है। विद्यार्थियों को साइबर क्राइम और नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी। उन्होंने साइबर सुरक्षा के उपायों और नशे से बच्चों को बचाने के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
यूनिसेफ के जिला समन्वयक प्रथमेश मानेकर ने विद्यार्थियों को बाल विवाह मुक्त सूरजपुर अभियान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बताया कि भारत में बाल विवाह की दरें चिंताजनक हैं, और एनएफएचएस-5 के आंकड़ों के अनुसार, सूरजपुर जिले में यह दर 34.4 प्रतिशत है, जो देश में सबसे अधिक है। इसे समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। प्रथमेश ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे बाल विवाह रोकथाम के एंबेसडर के रूप में कार्य करें और समाज में जागरूकता फैलाने में योगदान दें। उन्होंने बाल विवाह की परिभाषा, इसके कारण, नकारात्मक प्रभाव, और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही, स्कूल छोड़ चुके बच्चों को फिर से शिक्षा से जोडऩे की आवश्यकता पर भी जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों के अधिकार और सोशल मीडिया के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों पर भी चर्चा की गई। मानेकर ने विद्यार्थियों को बाल विवाह रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की प्रेरणा दी और उन्हें यह समझाया कि उनका छोटा सा प्रयास भी इस गंभीर सामाजिक समस्या को समाप्त करने में बड़ा बदलाव ला सकता है।
चाइल्ड लाइन से शीतल सिंह ने बाल अधिकार, बाल श्रम और चाइल्ड लाइन की सेवाओं के बारे में जानकारी दी और 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन) और 100 (पुलिस हेल्पलाइन) जैसी टोल-फ्री सेवाओं की जानकारी साझा की। सखी सेंटर से साबरिन फातिमा द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे बताया इसमें सभी प्रकार की हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एक ही स्थान पर अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउन्सलिंग की सुविधा वन स्टॉप सेन्टर में उपलब्ध होती है। एक ही छत के नीचे हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एकीकृत रूप से सहायता एवं सहयोग प्रदाय करता है। इसके बारे में विस्तार से बताया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 21 नवंबर। राजस्व टीम ने केरता के किराना दुकान के गोदाम से 500 क्विंटल अवैध धान की जब्ती की।
ज्ञात हो कि कलेक्टर एस. जयवर्धन के निर्देश पर जिले के सहकारी समितियों में अवैध धान की आवक, रिसाइक्लिंग, कोचियों-बिचौलियों द्वारा धान के अवैध विक्रय को रोकने के लिए राजस्व अमला सक्रिय रूप से कार्य करा है। प्रतापपुर एसडीएम ललिता भगत द्वारा लगातार दो दिन अवैध धान जब्ती की गई है। जिसके तहत आज ग्राम केरता के किराना दुकान के पीछे बने गोदाम से 1300 बोरी (500 क्विंटल) धान की जब्ती की गई। जानकारी लेने पर दुकान के संचालक के पास मंडी लाइसेंस था, परंतु उसके द्वारा जारी लाइसेंस के विरूद्ध तय सीमा से अधिक धान का भण्डारण गोदाम में पाया गया। जिसे लेकर दुकान संचालक के पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था।
टीम के द्वारा प्रकरण बनाकर अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रस्तुत किया गया है जिसमें मंडी अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 21 नवंबर। बीते दिनों जनपद पंचायत भैयाथान में सीईओ के तबादले व बिना वित्तीय पावर के सीईओ के पदस्थापना से प्रशानिक सहित ग्राम पंचायतों के चेक भुगतान में लेटलतीफी से सरपंच सचिव की परेशानी विषय को लेकर ‘छत्तीसगढ़’ में खबर का प्रकाशन के बाद जिला सीईओ के निर्देश के बाद सूरजपुर जनपद के सीईओ चेक पर हस्ताक्षर करने भैयाथान पहुंचे।
गौरतलब हो कि जनपद पंचायत भैयाथान में तीन-चार माह में तीन जनपद सीईओ के तबादले हुए, वहीं बिना वित्तीय पावर के प्रभारी सीईओ के रूप में उपेंद्र तिवारी को यहां भेजा गया। इनके पास वित्तीय प्रभार नहीं होने के कारण समस्त वित्तीय आहरण, वितरण हेतु चेक में हस्ताक्षर कराने जिला मुख्यालय के जनपद सीईओ विनोद सिंह के पास जाना पड़ रहा था, जिससे भुगतान में देरी के साथ अतिरिक्त व्यय भी हो रहा था, जिसका सीधा प्रभाव ग्राम पंचायत पर हो रहा था जिससे सरपंच सचिव खासे परेशान थे।
इसी विषय को लेकर ‘छत्तीसगढ़’ में खबर प्रकाशन के बाद सूरजपुर के जनपद सीईओ विनोद सिंह भैयाथान पहुंचकर वित्तीय लेनदेन कार्यों का निष्पादन किया । सरपंच सचिव प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया।
भैयाथान,21 नवंबर। भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष अमन प्रताप सिंह को सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ने पंडित रविशंकर त्रिपाठी शासकीय महाविद्यालय में जनभागीदारी समिति भैयाथान के लिए अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है। सांसद की अनुपस्थिति में अमन प्रताप सिंह के द्वारा उनका प्रतिनिधित्व करेंगे। उनकी नियुक्ति से उनके समर्थकों में हर्ष व्याप्त है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 20 नवंबर। सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज आज सूरजपुर जिले के लिए प्रवास पर थे। उन्होंने जिले के सर्वांगीण विकास पर कलेक्ट्रेट कक्ष में कलेक्टर एस. जयवर्धन व अन्य जिला अधिकारी के साथ चर्चा की।
बैठक में सडक़, बिजली, उचित मूल्य दुकान, शिक्षा, जल जीवन मिशन व राजस्व संबंधित प्रकरण को लेकर संबंधित विभाग प्रमुख के साथ चर्चा की गई। सांसद चिंतामणि महाराज ने विशेष रूप से जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्र चांदनी बिहारपुर में निवासरत लोगों की मूलभूत जरूरतों की पूर्ति हेतु आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने पेयजल पर विशेष फोकस करने की बात कही और जल जीवन के तहत प्रत्येक घर को स्वच्छ जल प्राप्त हो इसके लिए पीएचई के अभियंता को सतत मॉनिटरिंग के साथ युद्ध स्तर पर कार्य कराने का निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले के सर्वांगीण विकास को लेकर राज्य व केंद्र के विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए शासन व प्रशासन को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करना होगा। उन्होंने आगे कहा जनप्रतिनिधि व अधिकारी एक दूसरे का पूरक है, मिलजुल कर कार्य करने से जिले की विकास दिशा सकारात्मक होगी।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ कमलेश नंदिनी साहू, अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, क्रेडा, खाद्य, वन व शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 20 नवंबर। जिले में बाल विवाह और बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों पर जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हंै। शासकीय महाविद्यालय रामानुजनगर व कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजनगर में यूनिसेफ़ और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह और बाल संरक्षण के महत्वपूर्ण विषयों पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों को बाल विवाह की हानियों और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
जि़ला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने विद्यार्थियों को बताया कि बच्चे ही कल के भविष्य हैं, ये सुरक्षित हैं तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित है, पॉक्सो एक्ट में बच्चों को लैंगिक अपराध से बचाने के लिए प्रावधान दिये गये हैं, बच्चों को गलत तरीके से घूरना, पीछा करना, रास्ता रोकना, ग़लत चित्र दिखाना, गलत तरीके से छुना भी अपराध है, गुड टच बैड टच के बारे भी विस्तृत जानकारी दी गई, पॉक्सो से बचने के लिए चार चीज़ों के बारे में बताया गया नो- मतलब विरोध करना, गो- मतलब भागना, टेल-मतलब बोलना, इसके बारे में बताया गया।
सोशल मीडिया के उपयोग कितना करना है सोशल मीडिया माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी। इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए, इसके बारे जानकारी दी गई।
घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के बारे जानकारी दी गई ,जेजे एक्ट में बच्चों को नशे से बचाने के लिए नए प्रावधान दिये गये हैं जिसमें धारा 77 और 78 यदि कोई बच्चे को नशा कराता है या नशे का समान बेचता है उसे एक लाख रुपये जुर्माना व दो वर्ष के सजा का प्रावधान है, चुप्पी तोड़ो गतिविधि से बच्चो को बोलने के लिये प्रेरित किया गया।
जायसवाल ने चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098,181,112 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी, साइबर क्राइम और नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जानकारी दी।
यूनिसेफ़ के जि़ला समन्वयक प्रथमेश मानेकर ने विद्यार्थियों के साथ बाल विवाह मुक्त सूरजपुर अभियान पर जानकारी दी। इस कार्यक्रम में बाल विवाह की परिभाषा, इसके कारण, नकारात्मक प्रभाव और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की इसके साथ भी शाला त्यागी बच्चों, बच्चों की सही परवरिश (गुड पैरेंटिंग), बच्चों के अधिकार और सोशल मीडिया के प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
उन्होंने विद्यार्थियों को बाल विवाह रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की प्रेरणा दी और उने बाल विवाह रोकने के एम्बेसडर कहा। चाइल्ड लाइन से शीतल सिंह ने चाइल्ड लाइन की सेवाओं के बारे में जानकारी दी और 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन) और 100 (पुलिस हेल्पलाइन) जैसी टोल-फ्री सेवाओं की जानकारी साझा की।
सखी सेंटर से केंद्र प्रशासक विनीता सिन्हा द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे बताया इसमें सभी प्रकार की हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एक ही स्थान पर अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउन्सलिंग की सुविधा वन स्टॉप सेन्टर में उपलब्ध होती है। एक ही छत के नीचे हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एकीकृत रूप से सहायता एवं सहयोग प्रदाय करता है। इसके बारे में विस्तार से बताया गया।
इस कार्यक्रम में जि़ला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, यूनिसेफ़ के जि़ला समन्वयक प्रथमेश मानेकर, सखी सेंटर से केंद्र प्रशासक विनीता सिन्हा , प्राचार्य आर. के. साहू शासकीय महाविद्यालय, प्राचार्य प्रजापति शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजनगर, चाइल्ड हेल्पलाइन से शीतल सिंह परामर्शदाता, आउटरीच वर्कर पवन दीवान, विद्यालय से सभी शिक्षक- शिक्षिका वर्ग एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 20 नवंबर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलफिली में वार्षिकोत्सव का आयोजन सरगुजा सासंद चिंतामणि महाराज के मुख्य आतिथ्य में किया गया। इस दौरान विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम के दौरान सरस्वती वंदना नृत्य, गुरु दक्षिणा नाटक, छत्तीसगढ़ी नृत्य, बिहू नृत्य, कत्थक नृत्य, हरियाणवी नृत्य, देशभक्ति नाटक, गरबा नृत्य, टॉलीवुड नृत्य और कव्वाली गायन की प्रस्तुति सत्यम, शिवम, सुंदरम और मधुरम समूह द्वारा दी गई।
इस अवसर पर बाबूलाल अग्रवाल व अन्य जनप्रतिनिधि, विद्यालय की प्राचार्य विनीता यादव एवं विद्यालय के शिक्षकों समेत समस्त विद्यार्थी उपस्थित थे।
सांसद चिंतामणि महाराज ने कहा कि सबसे बड़ा धन विद्या धन है और समाज के विकास में शिक्षा बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हम जिस संस्कारवान और प्रगतिशील समाज की कल्पना करते हैं उसके लिए शिक्षा के साथ संस्कार बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा शिक्षा ही एकमात्र ऐसा धन है जिसे खर्च करने पर बढ़ता है। संस्कार विहीन समाज से सभी तरफ अव्यवस्था फैलती है। इसलिए हमें निरंतर संस्कारवान और शिक्षित समाज के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बच्चों के प्रस्तुति को देखते हुए उनके बेहतर भविष्य के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 18 नवंबर। दो दिवसीय बिहारपुर प्रवास से वापस आने के दौरान सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज भैयाथान विश्राम गृह में भाजपा कार्यकर्ताओं से सौजन्य मुलाकात की व उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
स्थानीय विश्राम गृह में सांसद चिंतामणि महाराज का कार्यकर्ताओं ने आतिशी स्वागत किया। सांसद श्री महाराज ने कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए उनके कुशलक्षेम पूछते हुए कहा- मैं आपके बीच सदैव उपस्थित रहने का कार्य करूंगा मेरी आवश्यकता आपको जब भी महसूस हो मैं दुरभाष से भी उपलब्ध रहता हूं। सभी कार्यकर्ताओं के कार्य को अपना कार्य समझकर जिम्मेदारी पूर्वक निवारण करने की कोशिश मेरी रहती है। उन्होंने तहसीलदार को नामांतरण, फौती तथा न्यायालय में 1 वर्ष से अधिक लंबित प्रकरण की जानकारी भी ली, ऐसे सभी प्रकरण को समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि फौती सहित अन्य कार्यों के लिए ग्रामीण चक्कर न लगाएं, इसका विशेष ध्यान रखें तथा आयोजित होने वाले समस्या निवारण शिविर की भी जानकारी ली और तमाम समस्या का समाधान शिविर में होना सुनिश्चित करें। शिविर को महज खाना पूर्ति करने का प्रयास न करें बल्कि शिविर से आमजन संतुष्ट हो उनके समस्या का समाधान हो जाए ऐसा प्रयास करें।
संभव हो तो सरगुजिहा में बात करें अधिकारी
सांसद ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि कार्यालय में आने वाले फरियादियों से सरगुजिहा या छत्तीसगढ़ी में बात करें ताकि अधिकारी व फरियादी के बीच अपनत्व का भाव प्रकट होगा जिससे फरियादी अपनी पूरी बात अधिकारी के समक्ष रख सकेगा और समस्या के समाधान में आसानी होगी।
इस दौरान मण्डल अध्यक्ष मार्तण्ड साहू,राजीव प्रताप सिंह,प्रकाश दुबे,सत्यनारायण सिंह,शैलेंद्र गुप्ता,लालचंद शर्मा, अमन प्रताप सिंह,राकेश पाठक,कुमरेश दुबे,संदीप दुबे,अभय गुप्ता,आयुष अग्रवाल,प्रसांत अग्रवाल,चिंतावन राजवाड़े तहसीलदार संजय राठौर,जनपद सीईओ उपेंद्र तिवारी,थाना प्रभारी,रामप्रताप यादव,आनन्द सिंह,उदय सिंह सहित काफी संख्या में भाजपा व भाजयुमो के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 17 नवंबर। ग्राम पंचायत गोरगी में किसानों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें नवीन उपार्जन धान खरीदी के संबंध में गहन चर्चा हुई। किसानों ने मांग की कि ग्राम पंचायत जजावल में तत्काल धान खरीदी केंद्र खोला जाए। यह क्षेत्र पहले से ही इस मांग को लेकर सक्रिय है और पांच पंचायतों द्वारा सहमति प्रस्ताव तथा विधायक की अनुशंसा भी दी जा चुकी है।
किसानों का कहना है कि विधायक महोदया ने पूर्व में आश्वासन दिया था कि जजावल में 2024 की धान खरीदी होगी, लेकिन अब तक यह केंद्र स्थापित नहीं किया गया, जिससे किसानों में गहरी नाराजगी है। किसानों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर धरना प्रदर्शन करेंगे और चंदौरा चौक पर चक्काजाम करेंगे।
किसानों ने निर्णय लिया है कि वे चंदौरा समिति में धान बेचने नहीं जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने मांग की है कि या तो जजावल में धान खरीदी केंद्र खोला जाए या फिर क्षेत्र के सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाए। इस सामूहिक असंतोष के बीच किसान आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं, जो आने वाले समय में प्रशासन के लिए चुनौती बन सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 17 नवंबर। सूरजपुर जिले के थाना प्रतापपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर में एक गंभीर धोखाधड़ी और कुटरचित दस्तावेजों का मामला सामने आया है। आरोप है कि ग्राम बरबसपुर निवासी मनोज सिंह और हकीक हुसैन नामक दो व्यक्तियों ने साजिश के तहत कई लोगों के आधार कार्ड की छायाप्रति मंगवाकर उसमें फेरबदल किया और उसे फर्जी तरीके से मतदाता सूची में जोडऩे का प्रयास किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बरबसपुर निवासी नसीर अहमद (35) और समसाद आलम (32) ने थाना प्रतापपुर में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि ये दोनों आरोपी अक्सर उनकी मोबाइल और कंप्यूटर रिपेयरिंग दुकान पर आते थे। कुछ समय पहले, मनोज सिंह और हकीक हुसैन ने व्हाट्सएप के जरिए कई व्यक्तियों के आधार कार्ड की कापी मंगवाई और उन पर नाम-पता बदलकर कुटरचित दस्तावेज तैयार किए। इन दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने बीएलओ के पास फार्म जमा करने का प्रयास किया।
शिकायत के अनुसार, जब आवेदकगण को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने तुरंत बीएलओ रूपसिंह साण्डिल्य से संपर्क किया और पाया कि कुटरचित दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की कोशिश की जा रही थी।
नसीर अहमद ने बताया कि मनोज सिंह और हकीक हुसैन अक्सर उनके दुकान के पास आते थे और वहां के कंप्यूटर से खेलते थे। इस दौरान वे कभी-कभी छेड़छाड़ करते थे, लेकिन नसीर ने उन्हें समझाया था। कुछ दिन पहले, इन आरोपियों ने पंचायत चुनाव में अपने लिए मतदाता सूची में नाम जोडऩे के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। इसकी लिखित शिकायत थाने में की गई है, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 16 नवंबर। आज कलेक्टर श्री एस.जयवर्धन की अध्यक्षता में जिले के राईस मिलरों की बैठक कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में रखी गई थी। बैठक कस्टम मिलिंग को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने खरीफ़ विपणन वर्ष 2023-24 के अंतर्गत कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव तथा नान व एफसीआई में चावल जमा करने के संबंध में गहन समीक्षा की।
बैठक खरीफ़ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु मार्कफेड को धान खरीदी हेतु पुराना बारदाना प्रदाय करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही वाहनों में अनिवार्य जीपीएस लगाने, धान के रिसाइकलिंग पर पूर्ण रोक लगाने व 30 नवंबर तक मिल का अनिवार्य पंजीयन हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही रैक मूवमेंट पर भी चर्चा की गई।
राइस मिलर्स द्वारा भुगतान में आ रही कठिनाईयों की जानकारी दिये जाने पर कलेक्टर ने बैठक के दौरान ही उच्च अधिकारियों से चर्चा कर, जल्दी ही उनकी इस कठिनाई का निराकरण किये जाने का आश्वासन राइस मिलर्स को दिया।
इसके बैठक के पश्चात धान खरीदी को लेकर समीति प्रबंधक की बैठक भी ली गई थी। जिसमें उपस्थित संबंधित प्रबंधकों को चेक लिस्ट व शासन की मंशा के अनुरूप धान खरीदी का कार्य सफलतापूर्वक संपादित हो, इस हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
बैठक में अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर, जिला खाद्य अधिकारी संदीप भगत , जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम एवं अन्य संबंधित अधिकारी तथा जिले के राईस मिलर्स तथा समिति के प्रबंधक उपस्थित थे।
सूरजपुर, 15 नवंबर। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूरे देशभर में एक बहुत बड़ा सामाजिक परिवर्तन आया है, कमजोर वर्ग और मिडिल क्लास के परिवारों को घर के स्वामित्व का लाभ देने के लिए यह योजना लाई गई थी, जिससे आज लाखों आर्थिक रूप से कमज़ोर पात्र हितग्राहियों के सर पर छत है और आज वो सभी अपने पक्के घर में निवास कर रहे हैं। यह वक्तव्य खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने आज तिलसिवां ऑडिटोरियम के एक दिवसीय आवास मेला जिला स्तरीय कार्यक्रम में कही।
उन्होंने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब के सपने को साकार करने का संकल्प लिया है। हर गरीब का सपना होता है, कि उसका खुद का पक्का मकान हो। इस सपने को साकार करने का बीड़ा देश के प्रधानमंत्री ने उठाया। छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही 14 दिसंबर को पहली केबिनेट की बैठक में 18 लाख आवास प्रदान करने हस्ताक्षर किया गया। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ शासन आगे भी आमजन के हित फैसला लेगी और छत्तीसगढ़ को विकास की सकरात्मक दिशा देगी।
कार्यक्रम में प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी ने कहा कि देश में 2016 से पक्का आवास बनाने की दिशा में काम हो रहा है। हमारी सरकार मोदी के एक-एक गारंटी को पूरा कर रही है।
सरकार का पूरा प्रयास है कि आवास योजना का लाभ लेने से कोई पात्र हितग्राही वंचित न हो। प्रधानमंत्री आवास योजना विष्व की सबसे बड़ी किफायती आवास योजनाओं में एक है जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पक्के मकान के रूप में आश्रय प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम में कलेक्टर एस. जयवर्धन ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत स्वीकृत परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योजना अंतर्गत आवास निर्माण कार्य को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि योजना अंतर्गत दिए जाने वाले राशि का सदुपयोग करते हुए आवास निर्माण कार्य को प्रारंभ कर शीघ्र पूर्ण कराएं।
कार्यक्रम में पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, पूर्व विधायक श्रीमती रजनी त्रिपाठी,परमेशवरी राजवाड़े, भीमसेन अग्रवाल,बाबूलाल अग्रवाल,राजेश महलवाला, शशि तिवारी,अजय गोयल,रामकृपाल साहू,राजाराम पांडे,अजय श्याम,अजय अग्रवाल,कपिल पांडे, राम विलास साहू,थलेशवर साहू, व अन्य जनप्रतिनिधि, सर्व जनपद पंचायत सीईओ व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 15 नवंबर। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि जनजातीय समाज की अपनी एक अलग पहचान है । उसका रहन सहन संस्कृति अपने आप में प्रेरणास्पद है। उन्होंने जनजातीय समाज को छत्तीसगढ़ का धरोहर बताते हुए इसके निरंतर विकास की बात कही।
राज्य के खाद्य मंत्री एवं सूरजपुर जिले के प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल के मुख्य आतिथ्य एवं विधायक प्रेमनगर भूलन सिंह मरावी की अध्यक्षता में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भगवान बिरसा मुंडा और अन्य देश के जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का सम्मान करना है।
समारोह में लोक कलाकारों द्वारा पारंपरिक लोक नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जमुई बिहार में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम आयोजित का लाइव प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर विधायक प्रतापपुरशकुंतला पोर्ते, अध्यक्ष जिला पंचायत राजकुमारी मरावी, अध्यक्ष नगर पालिका सूरजपुर के के अग्रवाल,पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, डीएफओ पंकज कमल, जिलापंचायत सीईओ कमलेश नंदिनी साहू , अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर सहित जिला स्तरीय अधिकारी,भीमसेन अग्रवाल,बाबूलाल अग्रवाल,राजेश महलवाला,संत सिंह,शंकर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण,जनजातीय गौरव समाज के अध्यक्ष इंद्र भगत,दिनेश सिंह गोंड समाज के अध्यक्ष और जनजातीय महिला समाज की अध्यक्ष पुष्पा सिंह उपस्थित थे।
मंत्री दयाल दास बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए लोगों को जनजातीय गौरव दिवस और गुरुनानक जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करके जनजातीय समुदाय का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने जनजातीय समाज की उत्थान के लिए 6600 करोड़ की राशि जारी करने पर बहुत बहुत धन्यवाद दिया । उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी ने मातृभूमि के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन कला, संस्कृति, परंपरा और देश की रक्षा के लिए प्राणों का न्यौछावर करने वाले जनजातीय समाज के महापुरूषों को नमन करने का अवसर है। यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है ।
जनजातीय समाज के उत्थान और विकास से ही हमारे राज्य का विकास संभव है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में समाज के सभी वर्गां के कल्याण की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी से प्रेरणा लेकर समाज आगे बढ़े। इस अवसर पर उन्होंने शानदार मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को 25 हजार, आत्मानंद विद्यालय सूरजपुर के विद्यार्थियों के 25 हजार और शिक्षा परिसर सूरजपुर के विद्यार्थियों को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
विधायक प्रेमनगर भूलन सिंह मरावी ने सभा को संबोधित करते हुए सभी को जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जनजातीय वर्ग का समाज के विकास में योगदान को बताया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिरसा मुंडा के नाम से विशेष ग्राम सभा का आयोजन भी किया जा रहा है। रानी दुर्गावती, बिरसा मुंडा जैसे वीर जनजातीय नायकों ने समाज के विकास में और अत्याचार के खिलाफ जो लड़ाई लड़ी है उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए । उन्होंने जनजातीय समाज को कहा कि आप सभी बेहतर से बेहतर शिक्षा लें और समाज के विकास में अपना योगदान दे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान,15 नवंबर। मुख्यमंत्री डीएवी पब्लिक स्कूल प्रांगण में बाल दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर राजवाड़े, अध्यक्षता डीएवी एआरओ विधु शर्मा ने की।
कार्यक्रम की शुरुवात अतिथियों ने देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर पर संयुक्त रूप से पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण क र की।
मुख्य अतिथि मंत्री प्रतिनिधि ठाकुर राजवाड़े ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के बच्चे कल के भारत बनाएंगे। बच्चे देश का भविष्य और समाज की नींव होते हैं, इसलिए उनके उत्थान हेतु हमें हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
किसी भी देश के विकास के लिए बच्चों का सर्वांगीण विकास बहुत जरूरी है। इन्हीं के कंधों पर समाज और देश की जिम्मेदारी होती है इसलिए बच्चों के सर्वांगीण कौशल विकास हेतु बेहतर माहौल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जरूरी है।
उन्होंने इस अवसर पर बच्चों को मिठाई खिलाकर बाल दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम को डीएवी एआरओ विधु शर्मा ने भी संबोधित किया। प्राचार्य ब्रजेश श्रीवास्तव ने कार्यक्रम का आभार प्रकट करते हुए विद्यालय हेतु पेयजल व्यवस्था, शौचालय, रंग रोगन की मांग भी रखी। जिस पर श्री राजवाड़े ने मंत्री से चर्चा कर अतिशीघ्र मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
इस दौरान मंडल अध्यक्ष मार्तंड साहू,भाजयुमो अध्यक्ष अमन प्रताप सिंह, बीईओ फुलसाय मराबी, बीआरसी अजेंद्र नाथ दुबे, एबीइओ घनश्याम सिंह,जनशिक्षक प्रमोद दुबे सहित काफी संख्या स्कूली छात्रा छात्राएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 15 नवंबर। जिला बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा भैयाथान विकासखण्ड में जन शिक्षकों को एक विशेष बैठक में बाल विवाह और बाल संरक्षण के विभिन्न मुद्दों पर जागरूक किया गया।
बैठक के दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने शिक्षकों को बाल विवाह की समस्या और इससे जुड़े तथ्यों की जानकारी दी। श्री जायसवाल ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए बताया कि सूरजपुर जिले में बाल विवाह का प्रतिशत 34.3: है। उन्होंने कहा कि जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए सभी शिक्षकों और संकुल प्राचार्यों को अपने-अपने विद्यालयों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए, ताकि शिक्षक और छात्र-छात्राओं में इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता बढ़ सके।यदि सभी शिक्षक और छात्र छात्राएं ठान लें, तो बाल विवाह पर रोक लगाई जा सकती है, कम उम्र में विवाह हो जाने से कई परेशानीयां बढ़ जाती हैं, जच्चा बच्चा दोनों को जान का खतरा तो होता ही है, बच्चा कुपोषित या मृत भी हो सकता है इस लिए अपने जिले को बाल विवाह मुक्त करने के लिए सभी को मिल कर प्रयास करना होगा।
श्री जायसवाल ने लैंगिक अपराधों से बच्चों के संरक्षण के लिए बने पॉक्सो एक्ट 2012 की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बच्चों का सुरक्षित भविष्य ही हमारे समाज का मजबूत आधार है। पॉक्सो एक्ट में बच्चों को लैंगिक अपराधों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को गलत तरीके से घूरना, पीछा करना, रास्ता रोकना, अश्लील चित्र दिखाना, या गलत तरीके से छूना भी अपराध की श्रेणी में आता है। इसके साथ ही उन्होंने श्गुड टच, बैड टचश् के बारे में भी विस्तार से बताया ताकि शिक्षक एवं बच्चों को इन महत्वपूर्ण बिंदुओं के प्रति सचेत कर सकें।
बैठक में बाल श्रम के खिलाफ जानकारी दी गई, जिसमें बाल श्रम निषेध और नियमन अधिनियम 1986 के प्रावधानों पर चर्चा की गई। श्री जायसवाल ने बताया कि बच्चों से श्रम कराने पर 6 महीने से 2 साल तक की सजा और 20,000 से 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
उन्होंने सभी शिक्षकों से अपील की कि बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और विद्यालय छोड़ चुके बच्चों को पुन: शाला में प्रवेश दिलाने के लिए प्रेरित करें।
श्री जायसवाल ने हेल्पलाइन नम्बरों की जानकारी दी, जिसमें चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 को शामिल किया गया। उन्होंने इन टोलफ्री नम्बरों के महत्व और इनके उपयोग के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में सहायता ली जा सके।
बैठक में जिला समग्र शिक्षा अधिकारी श्री शशिकांत, विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी.एस. मारवी, यूनिसेफ से जिला समन्वयक प्रथमेश मानेकर, भैयाथान विकासखंड के सभी जनशिक्षक और संकुल प्राचार्य उपस्थित रहे।
यह जागरूकता कार्यक्रम जिले में बाल संरक्षण के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में बच्चों के उज्जवल और सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 15 नवंबर। जिले में बाल विवाह और बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों की जानकारी भैयाथान विकासखंड स्कूलों में देकर छात्र छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद माध्यमिक स्कूल भैयाथान, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैयाथान, महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में यूनिसेफ, सखी वन स्टाप सेंटर, चाइल्ड लाइन द्वारा बाल विवाह और बाल संरक्षण के महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशाला का आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों को बाल विवाह की हानियों और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
जि़ला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने बताया कि बच्चे ही कल के भविष्य हैं, ये सुरक्षित हैं तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित है। पॉक्सो एक्ट में बच्चों को लैंगिक अपराध से बचाने के लिए प्रावधान दिये गये हैं, बच्चों को गलत तरीके से घूरना,पीछा करना,रास्ता रोकना, ग़लत चित्र दिखाना, गलत तरीके से छुना भी अपराध है, गुड टच बैड टच के बारे भी विस्तृत जानकारी दी गई।
भैयाथान क्षेत्र में होने वाले भिक्षावृत्ति की समस्या को विस्तार से चर्चा की और एनएसएस के वालंटियर्स को भिक्षावृत्ति की समस्या पर काम करने सुझाव दिया। बाल श्रम के बारे में बताया गया इसमें बाल श्रम निषेध और अधिनियम 1986 के बारे बताया इसके बच्चों से बाल श्रम कराते पाए जाने वाले को 6 महीने से 2 साल की सजा और 20000 से 50000 रुपये का जुर्माना का दंड है बच्चो को काम के अलावा अपने पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया। सोशल मीडिया के उपयोग कितना करना है सोशल मीडिया माध्यम से होने वाले साइबर क्राइम से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी।इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए इसके बारे जानकारी दी गई , घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के बारे जानकारी दी गई ,जायसवाल जी ने चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098,181,112 के सम्बंध में विस्तृत जानकारी दी।
साइबर क्राइम और नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियानों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं ने बाल विवाह मुक्त सूरजपुर जि़ला बनाने के लिए शपथ भी ली।
यूनिसेफ़ के जि़ला समन्वयक प्रथमेश मानेकर ने विद्यार्थियों के साथ बाल विवाह मुक्त सूरजपुर अभियान पर जानकारी दि गई। इस कार्यक्रम में बाल विवाह की परिभाषा, इसके कारण, नकारात्मक प्रभाव और रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की इसके साथ भी शाला त्यागी बच्चों, बच्चों की सही परवरिश (गुड पैरेंटिंग), बच्चों के अधिकार और सोशल मीडिया के प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों को बाल विवाह रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की प्रेरणा दी। चाइल्ड लाइन से शीतल सिंह ने चाइल्ड लाइन की सेवाओं के बारे में जानकारी दी और 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन) और 100 (पुलिस हेल्पलाइन) जैसी टोल-फ्री सेवाओं की जानकारी साझा की।
सखी सेंटर से साबरिन फ़ातिमा द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर के बारे बताया इसमें सभी प्रकार की हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एक ही स्थान पर अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउन्सलिंग की सुविधा वन स्टॉप सेन्टर में उपलब्ध होती है। एक ही छत के नीचे हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एकीकृत रूप से सहायता एवं सहयोग प्रदाय करता है।इसके बारे में विस्तार से बताया गया।
इस कार्यक्रम में जि़ला बाल संरक्षण अधिकारी श्री मनोज जयसवाल, विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी.एस. मारवी, यूनिसेफ़ के जि़ला समन्वयक प्रथमेश मानेकर, प्राचार्य स.न.एक्का शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैयथान, प्राचार्य सुखेंद्र प्रताप सिंह स्वामी आत्मानंद स्कूल भैयथान, नेहा जयसवाल हेड मास्टर आत्मानंद स्कूल भैयाथान, सखी सेंटर से साबरीन फ़ातिमा,चाईल्ड हेल्पलाईन से शीतल सिंह परामर्शदाता, रमेश साहू टीम मेंबर, आउट टीचर श्री पवन दीवार, विद्यालयो से सभी शिक्षक- शिक्षिका वर्ग एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 15 नवंबर। पं. रविशंकर त्रिपाठी शासकीय महाविद्यालय भैयाथान में जनजाति समाज का ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य जनजाति समाज के ऐतिहासिक योगदान और समृद्ध संस्कृति को समझना और प्रचारित करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री राम सेवक पैकरा,कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष सुनील साहू एवं मुख्य वक्ता जनजाति गौरव समाज के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती,भारत माता,बिरसा मुंडा एवं शहीद वीरनारायण सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन व राजकीय गीत गायन के साथ किया गया। संस्था के प्राचार्य रंजीत कुमार सातपुते ने स्वागत उद्बोधन देते हुए जनजाति समाज के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर उनके योगदान व बलिदान पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामसेवक पैकरा ने अपने संबोधन में जनजाति नायकों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक उपलब्धियों और योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुनील साहू ने जनजाति समाज को देश का गौरव बताते हुए इस समाज को सच्चा प्रकृति पूजक बताया जो जल जंगल भूमि के लिए अपना बलिदान दे देता है।
रानी दुर्गावती और शहीद वीर नारायण सिंह के संघर्षों और उनके देश के प्रति योगदान का भी व्याख्यान किया।
कार्यक्रम को वक्ता दिनेश सिंह,सत्यनारायण सिंह,मार्तंड साहू ने भी किया। प्राध्यापक चोलसाय चेरवा ने आभार व्यक्त किया।
इस दौरान प्रकाश दुबे, अमन प्रताप सिंह, हृदय सिंह, बाबूलाल सिंह, अभय गुप्ता, रूपेंद्र कुशवाहा एवं इमरान अहमद, संदीप पाल,शिव पाण्डेय एवं महाविद्यालय के समस्त छात्र छात्राएं सहित शैक्षणिक एवम् कार्यालयीन स्टॉफ मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 14 नवंबर। बाल दिवस पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरहरी में विविध कार्यक्रम आयोजित हुए।
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके कार्यों को याद किया गया। बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया गया।
कुर्सी दौड़, बैलून दौड़, मटकी फोड़, चम्मच दौड़ व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम में सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
प्राचार्य निशा तिवारी ने सभी बच्चों को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा-हमें नेहरू जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर देश के अच्छे नागरिक बनकर देश सेवा में तत्पर रहना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अविनाश तिवारी ने कहा-बाल दिवस एक दिवस न होकर भारत के सभी बच्चों के लिए एक प्रेरणा है, आज हम अपने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को शत-शत नमन करते हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्राचार्य निशा तिवारी ,इंद्रावती लकड़ा,रूपांजलि कुजूर,नीलिमा लकड़ा,सुशीला कुजूर,अलेक्सीयूस कुजूर,जेफेरियूस कुजूर,सुशीला कुजूर,ललिता एक्का,मनीषा एक्का, सुनीता नेताम,अन्नपूर्णा सहित सभी शिक्षक का एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।