राजनांदगांव
तय समय पर नहीं मिल रही है रिपोर्ट, नए सैम्पल लेने पर अघोषित रोक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोनाग्रस्त मरीजों के आरटी-पीसीआर सैम्पल पिछले कुछ दिनों से पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज के लैब में जाम पड़े हुए हैं। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में मरीजों की बेहिसाब तादाद से सैम्पलों की तय समय पर जांच नहीं हो पा रही है। वहीं पड़ोसी जिले बालोद, कवर्धा के भी सैम्पलों को जांच के लिए भेजे जाने से जाम की स्थिति बनी है।
बताया जा रहा है कि रायपुर एम्स के भी हजारों की तादाद में सैम्पल जांच के लिए नांदगांव भेजे गए हैं, जिसके चलते सैम्पलों की जांच नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि अघोषित रूप से स्वास्थ्य महकमे ने मैदानी अमले को फिलहाल आरटीपीसीआर सैम्पल लेने पर मना कर दिया है। सिर्फ मरीजों के एंटीजन टेस्ट ही किए जा रहे हैं।
राजनांदगांव जिले में हालात बद से बदतर हो गए हैं। कोविड-19 अस्पताल में कोरोनाग्रस्त मरीजों की सैम्पल की रिपोर्ट में सप्ताहभर की देरी हो रही है। वहीं आरटीपीसीआर सैम्पलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार करते कोरोनाग्रस्त मरीजों की सांसे फूल रही है। बताया जा रहा है कि कोविड-19 अस्पताल में संसाधनों की भी किल्लत है। वहीं जांच करने की व्यवस्था भी सीमित है, जिसके चलते स्वास्थ्य महकमा मानसिक दबाव में भी है। जिन स्थानों से सैम्पल एकत्रित किया जा रहा है वहां रिपोर्ट नहीं मिलने पर मरीज और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच तनाव और विवाद हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज पेंड्री की सेंट्रल लैब में एम्स रायपुर के लगभग 3 हजार आरटीपीसीआर सैम्पल भेजे जाने के कारण जाम की स्थिति है। हालात यह है कि इसकी वजह से राजनांदगांव के लोगों की जांच रिपोर्ट सप्ताहभर में नहीं मिल पा रही है।
सूत्रों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की लैब की क्षमता 1200 सैम्पल की है। ऐसे में एक दिन में लगभग हजार सैम्पल ही खोले जा सकते हैं और इनकी रिपोर्ट तैयार की जा सकती है। ऐसे में रायपुर से एक साथ लगभग 3 हजार सैम्पल भेज दिए गए हैं। जिससे लोड़ बढ़ गया है। लैब में लगभग 20 टैक्निशियन और 4 लैब अटेंडेंट ही हैं, जिन्हें इस समय 20-20 घंटे लगातार काम करना पड़ रहा है। इसके बावजूद सैम्पल क्लीयर नहीं हो पा रहा है।