कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 जनवरी। दस माह बाद लंबित मानदेय का भुगतान प्राप्त होने पर कोरिया जिले की पुलिस महिला मित्रो ने केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह का आभार व्यक्त किया है।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने महिला अपराधों के रोकथाम के लिए महिला बाल विकास एवं गृह मंत्रालय के संयुक्त देखरेख में महत्वाकांक्षी योजना चेतना बनाई थी जिसके पायलेट प्रोजेक्ट के लिए देश के कुछ चुनिंदा जिलों को चुना गया था । कोरिया जिले को भी इस सूची में शामिल किया गया था । जिसके तहत कोरिया पुलिस ने जिले में 2 हजार 5 सौ महिला पुलिस मित्रो का चयन कर बकायदा उन्हें ट्रेनिग देकर फील्ड में उतारा था । इन महिला पुलिस मित्रो को महिलाओं से सम्बंधित अपराध की सूचना सम्बंधित पुलिस थाने में देने, संवेदनशील मामलों में एफआईआर कराने व छोटे मामलों का मध्यस्ता के माध्यम से निराकरण करने की ट्रेनिग दी गई थी तथा योजना के तहत इन महिला पुलिस मित्रो को प्रति माह एक हजार रुपये की राशि मानदेय के रूप में देना तय किया गया था । फरवरी तक तो इन्हें मानदेय की राशि मिली लेकिन कोरोना महामारी के आने के बाद लगे लाक डॉउन के बाद से इन्हें मानदेय मिलना बंद हो गया । महिला पुलिस मित्रो ने इस संदर्भ में जिले के कलेक्टर व एसपी से मिलकर अपनी परेशानी बताई और रुके हुए मानदेय को दिलाने की मांग की लेकिन कोई हल नही निकला।
जिसके बाद कोरिया जिले में कार्यरत महिला पुलिस मित्रो का एक प्रतिनिधि मंडल गंगा सक्सेना, भारती टांडिया व दीपा सिंह के नेतृत्व में केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह से मिला और अपनी समस्या बताकर लंबित मानदेय दिलाने की मांग की ।
पुलिस महिला मित्रो की इस समस्या को गम्भीरता से लेते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी व छतीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को पत्र लिखकर समस्या के निराकरण के लिए कहा । जिसके बाद आखिरकार जनवरी में कोरिया जिले में कार्यरत सभी महिला पुलिस मित्रो का पिछले 10 माह से रुका हुआ मानदेय मिल गया ।
महिला पुलिस मित्र गंगा सक्सेना, भारती टांडिया व दीपा सिंह ने इस संवेदनशीलता के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह का आभार व्यक्त किया है ।