कोरिया

कोरिया बनेगा छत्तीसगढ़ का अगला इको-टूरिज्म हब, होमस्टे मॉडल से ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ
24-May-2025 3:08 PM
कोरिया बनेगा छत्तीसगढ़ का अगला इको-टूरिज्म हब, होमस्टे मॉडल से ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बैकुंठपुर,   24 मई। छत्तीसगढ़ का उत्तरवर्ती जिला कोरिया अब देश के इको-टूरिज्म मानचित्र पर तेज़ी से उभरने की तैयारी कर रहा है। प्राकृतिक वैभव, सांस्कृतिक विविधता और शांत वातावरण से समृद्ध यह जिला अब सतत पर्यटन और वैकल्पिक आजीविका का राष्ट्रीय मॉडल बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है।

हाल ही में Homestays of India की टीम ने कलेक्टर डॉ. चंदन संजय त्रिपाठी से मुलाकात कर कोरिया की पर्यटन क्षमताओं और उनके विकास को लेकर चर्चा की। इस दौरान जिले में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने हेतु स्थानीय घरों को पर्यटक निवास के रूप में विकसित करने की योजना पर सहमति बनी।

कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने इस कार्य की जि़म्मेदारी Homestays of India  को सौंपी है, जो जिले के कई स्थलों पर होमस्टे इकाइयों का विकास करेगी। इस पहल के साथ ग्रामीणों को भी जोड़ा जा रहा है ताकि उन्हें प्रत्यक्ष रूप से आर्थिक लाभ मिले और पर्यटन का स्थानीयकरण हो सके।

 

डिप्टी कलेक्टर उमेश कुमार पटेल के नेतृत्व में झमका बोट क्लब और अन्य पर्यटन स्थलों में तेजी से विकास कार्य चल रहे हैं। पहले चरण में अमहर घुनघुट्टा, रामगढ़ सिंघाड़ी पारा, तर्रा, सिंघोर, तंजरा, चुलादर, गरनई, आनंदपुर, तुर्रीपानी और धनपुर जैसे गांवों में होमस्टे तैयार किए जा रहे हैं।

यह मॉडल पर्यटकों को स्थानीय भोजन, रहन-सहन और संस्कृति से रूबरू कराएगा, वहीं गांववासियों को रोजग़ार का नया साधन मिलेगा।

गौरतलब है कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान अब टाइगर रिज़र्व घोषित हो चुका है, जिससे आने वाले समय में कोरिया में पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी की संभावना है। ऐसे में यह प्रयास कोरिया को छत्तीसगढ़ ही नहीं, देशभर में इको-टूरिज्म का आदर्श केंद्र बना सकता है।


अन्य पोस्ट