‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,13 मार्च। गुड शेफर्ड स्कूल में संस्कृति से संस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बच्चों को उनके जीवन में माता-पिता का महत्व एवं मूल्य समझाने का प्रयास किया गया। दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में सभी माता-पिता को उनके बच्चों ने श्रीफल भेंट कर चरण स्पर्श कर सम्मान किया। कार्यक्रम श्रंृखला को आगे बढ़ाते हुए मनीषा निर्मलकर के निर्देशन में छत्तीसगढ़ी स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इसके पश्चात प्रीति ठाकुर द्वारा निर्देशित ये तो सच है कि भगवान है गीत पर कक्षा तीसरी से पांचवीं के नन्हें बच्चों ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। इसी क्रम में कक्षा पांचवीं एवं तीसरी के बच्चों ने बाग़बान शीर्षक पर बहुत ही मर्मस्पर्शी नाटक प्रस्तुत किया। कक्षा चौथी की नौशाबा एवं कक्षा पांचवीं के अंकित प्रधान ने बुजुर्ग माता-पिता के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गुड शेफर्ड स्कूल की डायरेक्टर डॉ अनीता जी रावटे ने भी अपनी सहभागिता दी।
उन्होंने पालकों एवं बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम आप सभी पालकों का एवं बच्चों का है। हमारा स्कूल अंग्रेजी माध्यम का भले ही है परंतु हम हमेशा बच्चों को हमारे गौरवशाली संस्कृति की महत्ता से परिचित करवाते हैं। हमारा और हमारे शिक्षकों का प्रयास रहता है कि बच्चे गुड शेफर्ड स्कूल में पढक़र अपनी सभ्यता और संस्कृति को समझें एवं संस्कारी बने वे माता-पिता का आदर करें। शाला के प्राचार्य एम श्रीनिवास राव ने सभी बच्चों को उनके बेहतर प्रदर्शन पर बधाई दी। प्रधानाचार्य मिताली गुरुंग ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया।