‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 12 मार्च। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के तत्वावधान में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत नई शिक्षा नीति के अनुरूप विद्यार्थियो में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के उद्देश्य से राज्य के 33 जिलों से चयनित 50 शिक्षको ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें धमतरी जिला के शास. माध्य. शाला गुदगुदा से जतीश सिन्हा सहित 3 शिक्षक शामिल हुए।
आईआईटी भिलाई में आयोजित इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने गणित, विज्ञान, जीवविज्ञान का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करते हुए विद्यार्थियों में किस प्रकार वैज्ञानिक दृष्टिकोण, विषय में रोचकता, भौतिकी और रसायन की मूल अवधारणाओं प्रकिया और व्यावहारिक ज्ञान किस प्रकार विकसित किया जाए इस पर भी गहन प्रशिक्षण दिया।
इस दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के आधुनिक लैब और नवीन उपकरणों से सुसज्जित प्रयोगशाला में भ्रमण कराते हुए विज्ञान की अवधारणाओं का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया तथा तकनीकी संस्थान में अध्ययनरत और रिसर्च कर रहे विद्यार्थियों से रूबरू होकर सीखने सीखाने में नई तकनीक का उपयोग कर विद्यार्थियों को रोचक जानकारी के माध्यम से दैनिक जीवनमें साइंस की उपयोगिता, नई स्किल्स सीखने, मल्टीडिसिप्लिनरी दृष्टिकोण और अध्यापन कौशल की नयी नयी अवधारणाओं और साइंस कौशल को भी व्यावहारिक रूप से सीखा।
शिक्षक दुर्गेश द्विवेदी ने बताया कि प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रतिभागियों ने फीडबैक देते बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास और विषयगत समझ में भी मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में सम्रग शिक्षा रायपुर से राजकुमार चापेकर, आईआईटी भिलाई से डॉ.महबूब आलम, डॉ.निकेत जायसवाल, डॉ प्रवेश शुक्ला आदि विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया।