‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 9 फरवरी। आचार संहिता के साए में महानदी में होने जा रहे पवित्र त्रिवेणी संगम पर कुंभ कल्प राजिम मेला के लिए इस बार नया स्थल का चयन किया गया। कुलेश्वर मंदिर से करीब चार किलोमीटर दूर नदी किनारे मीना बाजार लगाने की जिम्मेदारी निजी ठेकदार को दी गई है। जिसको लेकर नया विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से लेकर मेला आयोजन से जुड़े अफसरों को शिकायत भेज छोटे दुकानदारों को राहत देने की मांग की है।
कुरुद विधानसभा से जुड़े राजिम मेला में इस बार भी 12 फरवरी से मेला का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन इस बार गरियाबंद जिला प्रशासन द्वारा कुलेश्वर मंदिर से करीब चार किलोमीटर दूर चौबेबांधा के समीप नदी किनारे मीना बाजार लगाने की जिम्मेदारी एक निजी ठेकदार को दी गई है। इसके लिए लगभग 52 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है। राजिम कुंभ कल्प में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाएं जुटाने एवं मुख्य मंच, दुकानें, विभागीय स्टॉल और मीना बाजार लगाने के लिए टेंडर दिया गया है।
कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश पाण्डेय ने आरोप लगाते बताया कि राज्य सरकार ने मेला आयोजन के लिए बजट में 3 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके बावजूद अधिकारियों ने एक निजी ठेकेदार से डेढ़ करोड़ लेकर मेला क्षेत्र का इंतजाम सौंप दिया है। मीना बाजार क्षेत्र में दुकान लगाने के लिए छोटी छोटी अस्थायी जगह आबंटित करने के लिए ठेकेदार के लोग 15 से 50 हजार रुपये तक मांग रहे हैं। जिससे छोटे व्यापारी, गुमटी, ठेला, पसरा लगा कर चार पैसा कमाने वाले मुश्किल में पड़ गए हंै। पहले मेला समिति द्वारा तय शुल्क की नॉमिनल रसीद कटाकर कोई भी अपना कारोबार कर सकता था, लेकिन अब यह काम ठेकेदार को सौंप दिया गया है। जो जगह देने के लिए मनमानी राशि वसूल रहे हैं।
कांग्रेस नेता एवं अधिवक्ता रमेश पांडेय ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, संभाग आयुक्त मेला क्षेत्र राजिम, जिला प्रशासन गरियाबंद व मेला क्षेत्र के प्रशासक एसडीएम को ज्ञापन पत्र प्रेषित कर लोगों को हो रही समस्या से अवगत करा जल्द ही समस्या हल करने की मांग की है।