बिलासपुर

भाजपा से मिले व बाहरी लोगों को टिकट देने का आरोप, कांग्रेस में बढ़ा विवाद
30-Jan-2025 4:31 PM
भाजपा से मिले व बाहरी लोगों को टिकट देने का आरोप, कांग्रेस में बढ़ा विवाद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता   
बिलासपुर, 30 जनवरी।
नगर निगम चुनाव को लेकर पार्षद टिकट के बंटवारे पर गहराते विवादों ने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। जहां एक ओर कांग्रेस नेताओं के बयानों ने आपसी खींचतान को उजागर कर दिया है। पार्टी के शहर व जिला अध्यक्षों ने दावा किया है कि असंतोष दूर कर लिया जाएगा। साथ ही जो पार्टी के खिलाफ काम करेंगे उन्हें निष्कासित किया जाएगा।

शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय पांडे और ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी के खिलाफ पार्टी के भीतर से ही विरोध के सुर तेज हो गए हैं। मेयर पद के कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद नायक की बैठक से पहले पूर्व पार्षद अखिलेश चंद्र प्रदीप बाजपेयी ने टिकट वितरण पर नाराजगी जाहिर करते हुए मीडिया के सामने खुलकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड से बाहरी व्यक्ति को टिकट दे दी गई। वार्ड के कार्यकर्ताओं ने उसके नाम का प्रस्ताव ही नहीं रखा था।

वार्ड क्रमांक 13 के उम्मीदवार श्याम पटेल द्वारा ओबीसी प्रमाण-पत्र जमा न करने पर उनका नामांकन निरस्त हो गया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। वहीं, वार्ड क्रमांक 15 में बाहरी उम्मीदवार हीरालाल यादव को टिकट मिलने से असंतोष बढ़ गया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस मुद्दे पर हुई बहस में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को हस्तक्षेप करना पड़ा।

मेयर पद के दावेदार त्रिलोक श्रीवास और पूर्व पार्षद तैयब हुसैन ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष और ग्रामीण अध्यक्ष पर भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाया। दोनों नेताओं ने दावा किया कि टिकटों का वितरण भाजपा के इशारे पर किया गया है।

इसी तरह वार्ड क्रमांक 23 में राजन रिजवी की पत्नी और वार्ड क्रमांक 24 में प्रलय शर्मा राजा को टिकट दिए जाने पर भी सवाल उठाए गए। उन्होंने कुछ उदाहरणों के साथ बताया कि इन लोगों ने पूर्व में भाजपा के लिए काम किया है। स्थानीय नेताओं का आरोप है कि पार्टी ने बाहरी उम्मीदवारों को तरजीह देकर पार्टी सिद्धांतों के खिलाफ काम किया है।

जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पार्टी ने 7 ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को टिकट दिया है और जो नेता आरोप लगा रहे हैं, वे कांग्रेस विरोधी मानसिकता रखते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अनुशासनहीनता करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं शहर जिला अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि जिन्हें टिकट नहीं मिली, उनको एक दो दिन तो आक्रोशित होने का अधिकार है, पर उन्हें हम मना लेंगे। वे सब पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करेंगे।

अंतरकलह और निर्दलीय चुनाव लडऩे की धमकियों ने कांग्रेस की स्थिति कमजोर कर दी है। मामला प्रदेश स्तर तक पहुंच गया है। बगावत करने वालों से संपर्क कर उन्हें नाम वापसी के लिए मनाने कहा गया है। 

अन्य पोस्ट

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news