‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 15 जनवरी। जहाँ चाह होती है वहाँ राह निकल ही आती है इस कहावत को एसएसजी से जुड़ीं महिलाओं ने सिद्ध कर दिखाया। कचरा संग्रहण में लगी महिला समूह कचरे से हजारों रुपये कमा अपने साथ साथ नगर को साफ़ और सुन्दर बनाने में योगदान दे रही है।
नगर में नगर पंचायत कुरुद के 15 वाडों में एसआरएलएम सेंटर संचालित किया जा रहा है। जिसमें करीब 24 स्वच्छता दीदियां काम कर रहीं है। हर दिन सुबह ये डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए निकल पड़ती हैं। इसके बाद पु_ा, प्लास्टिक से बने सामान, टीना-लोहा से बने सामग्री, शीशी-बोतल, न्यूज पेपर आदि घरों से निकलने वाले कचरे को लाकर सेंटर में सुखे कचरों की छंटनी की जाती हैं। गीले कचरे से खाद बनाने का काम किया जाता है। सूखे कचरे से काम की चीजों को अलग कर बेचने रखा जाता है।
इस तरह स्वच्छता दीदियां अपशिष्ट पदार्थों से पैसे कमा रही है। उप अभियंता बीआर सिन्हा ने बताया विगत 1 साल से कचरा बेचकर 3 लाख 24 हजार रुपाए की अतिरिक्त कमाई की गई है। घर-घर कचरा कलेक्शन से प्राप्त कचरा से महिला समुहों को फायदा मिल रहा है।
पहले सूखे कचरे को तोडक़र बड़ी बड़ी बोरियों में पैककर रखा जाता है। पु_ा को बेलिंग मशीन में बेल किया जाता है। फिर हर महीने अनुबंधित फर्म को बेच दिया जाता हैं। जिससे एक एसएलआरएम सेंटर में 25 से 30 हजार रुपए तक का अतरिक्त लाभ मिलता है। यह पैसा समूह के खाते में आता है जिसे दीदियों द्वारा आपस में बांट लिया जाता है। इस प्रकार हर महीने 7200 रु. मानदेय के अतिरिक्त 1 से 2 हजार रुपए स्वच्छता दीदियां अर्जित कर रही हंै।