मौके पर पहुंचे वन अफसर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 दिसंबर। पहली बार कोरिया वन मण्डल में बाघ की चहलकदमी ने अधिकारियों की नींद उड़ा रखी है, बाघ ने पंडोपारा में रविवार की रात को एक गाय को मारा था, वहीं सोमवार की रात को संवारांवा गांव के सरहदी क्षेत्र में एक गाय का शिकार किया, वहीं अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को दिलासा दे रहे हैं।
18 अक्टूबर से एक बाघ टेमरी, पंडोपारा से लेकर सोनहत के बेलार्ड के जंगलों में अपना क्षेत्र बना कर विचरण कर रहा है, जिससे जंगल में जाने वाले परेशान हैं, साथ ही जंगल की रक्षा करने वाले अधिकारी ज्यादा परेशान हंै। बाघ ने सोमवार की रात में संवारांवा निवासी रामदुलारे के बाड़ी में घुस कर एक गाय का शिकार कर दिया, जिससे रहवासी क्षेत्र में और दहशत बढ़ गई है। मंगलवार की सुबह ग्रामीणों की सूचना पर डीएफओ समेत अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मुआवजा प्रकरण बनाने के निर्देश दिए।
बाघ की मौत की पहेली अब तक नहीं सुलझी
18 अक्टूबर से टेमरी सर्किल में बाघ का विचरण जारी है, जिसके कारण यहां कर्मचारियों की तैनाती की गई है, वहीं 8 नवंबर को सोनहत परिक्षेत्र में एक बाघ की मौत का मामला सामने आया है, बाघ की मौत की पहेली अब तक सुलझ नहीं पाई है।
कॉलर आईडी लगाने आई टीम के खाली हाथ
बाघ की सही रूप से उसकी आवाजाही पर नजऱ रखने रायपुर के वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों ने पहल की, बाघ को ट्रेंकुलाइज करने बिलासपुर कानन पेंडारी से एक टीम भी कोरिया पहुंची और तीन चार दिन बाघ के लोकेशन की जानकारी लेकर उसे ट्रेंकुलाइज कर कॉलर आईडी लगा उसे रहवासी क्षेत्र से दूर टाइगर रिज़र्व में छोडऩे की तैयारी की गई, परंतु बाघ की सही लोकेशन नहीं मिल पाई और उन्हें बैरंग लौटना पड़ा।