‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 9 नवंबर। खरीफ फसल 2024-25 में किसानों द्वारा लगाए धान फसल की वास्तविक गिरदावरी संबंधित पटवारियों ने की। अब जिले में अधिकारियों द्वारा गिरदावरी सत्यापन का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। शुक्रवार को कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बेरला के ग्राम आनंदगांव में किसान सुखू व अन्न के खेत में लगाए गए धान की गिरदावरी का सत्यापन किया। उन्होंने कहा कि गिरदावरी में पारदर्शिता लाने के लिए ही गिरदावरी सत्यापन किया जा रहा है। इसके बाद राज्य स्तर के अधिकारियों द्वारा भी 2 प्रतिशत गिरदावरी का सत्यापन किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि पटवारियों द्वारा संपादित वास्तविक गिरदावरी कार्यों को शत-प्रतिशत शुद्ध करने के लिए गिरदावरी का सत्यापन के लिए जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को अधिकृत किया गया है। ताकि किसी प्रकार की त्रुटि की गुंजाइश ना रहे। फसल गिरदावरी व फसल सत्यापन का कार्य जीपीएस आधारित मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा रहा है ।
आंकलन किया जा रहा
गिरदावरी सत्यापन की इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य फसल की स्थिति का वास्तविक आंकलन करना है ताकि किसानों को उचित समर्थन उपलब्ध कराया जा सके। फसल की गुणवत्ता, भूमि की स्थिति और उत्पादन की संभावनाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है। प्रक्रिया से सरकार को वास्तविक डेटा प्राप्त होगा, जिससे कृषि नीति को सही दिशा में क्रियान्वित किया जा सकेगा। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बेरला पिंकी मनहर, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण निर्मल सिंह आदि मौजूद रहे।