बस्तर

सुकमा के लाल ने फिर किया कमाल मिला गोल्ड मेडल के साथ डिग्री भी
27-Oct-2024 10:14 PM
सुकमा के लाल ने फिर किया कमाल मिला गोल्ड मेडल के साथ डिग्री भी

एमसीएच परीक्षा में सर्वाधिक नंबर, राष्ट्रपति के हाथों सम्मान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 27 अक्टूबर। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा के रहने वाले एक किसान के बेटे के जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज में न्यूरोसर्जन के रूप में पदस्थ होने के बाद से जहां बस्तर के लोगों के साथ ही आसपास के क्षेत्रों से मरीज अपना उपचार कराने के लिए मेकाज आ रहे हंै, वहीं सुकमा के बेटे ने फिर से कमाल करते हुए एमसीएच की परीक्षा में सर्वाधिक नंबर लाने पर रायपुर के आयुष यूनिवर्सिटी में तीसरे दीक्षांत समारोह में उन्हें राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया। इस मौके पर राज्यपाल के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल थे।

बताया जा रहा है कि एमचसी सुपर स्पेशियलिटी के लिए 2023 में न्यूरोसर्जरी के लिए परीक्षा आयोजित किया गया था, जिसमें काफी संख्या में इस परीक्षा में छात्र शामिल हुए थे, इसके परिणाम आने पर सुकमा निवासी डॉ. पवन ब्रिज के सर्वाधिक नंबर आने पर 26 अक्टूबर को आयुष यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में स्व.जीडी हिशिकर मेमोरियल के तहत मेकाज के न्यूरोसर्जन डॉ. पवन ब्रिज को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों सम्मानित किया गया।

बस्तर के मरीजों को ना पड़े भटकना, इसलिए मेकाज में दी ज्वाइनिंग

डॉक्टर पवन ब्रिज ने न्यूरोसर्जरी की पढ़ाई पूरी कर ली है, उन्हें एमसीएच की उपाधि के साथ ही डिग्री भी  न्यूरोसर्जरी में सर्वाधिक नंबर लाने के लिए उन्हें गोल्ड मैडल दिया गया। डॉक्टर ब्रिज ने बताया कि अपने पिता मनमोहन और मां डंगी का सपना पूरा करने इस के लिए मेडिकल फील्ड में अपनी दस्तक दी।

 पवन ब्रिज का कहना है कि वे अपनी स्कूली शिक्षा सुकमा में ही ली, मेडिकल की पढ़ाई के लिए पूरी सुविधा नहीं होने के कारण वे भिलाई से मेडिकल की तैयारी की और मेडिकल कॉलेज रायपुर से अपनी पढ़ाई पूरी की। अभी वर्तमान में जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में न्यूरोसर्जन के पद पर पदस्थ हैं। बस्तर के लोगों को न्यूरोसर्जन के लिए बड़े शहरों में भटकना न पड़े, इसलिए बड़े ऑफर को छोडक़र मेकाज में अपनी सेवा दे रहे हैं, साथ ही आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्र में ही अपनी सेवा देना चाहते हैं।


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