बलौदा बाजार

बायोमेट्रिक में फिंगरप्रिंट नहीं मिल रहे, मात्र 6.16 लाख क्विंटल की खरीदी
26-Nov-2023 6:42 PM
बायोमेट्रिक में फिंगरप्रिंट नहीं मिल रहे, मात्र 6.16 लाख क्विंटल की खरीदी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 26 नवंबर। इस बार शासन ने धान खरीदी में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम किया है। लेकिन कई लोगों के फिंगरप्रिंट मैच और आंखों में मोतियाबिंद के कारण स्कैन नहीं होने से मैनुअल तरीके से भी खरीदी की जा रही है।

 चुनाव और त्योहारों के कारण 19 नवंबर तक धान बेचने वाले किसानों की संख्या सिर्फ 8 हजार थी, लेकिन पिछले 5 दिनों में धान बेचने वाले किसानों की संख्या सीधे दुगनी 16 हजार हो गई। इसके साथ ही फर्जीवाड़ा की आशंका बढ़ती जा रही है। बिचौलिया जमकर फायदा उठा सकते हैं। 

इस बारे में सहकारी केंद्रीय बैंक बलौदाबाजार के नोएडा अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है कि अभी धान बेचने वाले किसान बहुत कम संख्या में आ रहे हैं। अगर खरीदी ने रफ्तार पकड़ी तो हम पूरी सतर्कता और जांचने परखने के बाद ही मैन्युअल खरीदी करेंगे।

खरीदी केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीनें पहुंच चुकी है। कोशिश इसी सिस्टम से खरीदी करने की हो रही है, लेकिन ऐसे कई किसान जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है, जो फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली मैच नहीं हो रही है, ऐसे में मैन्युअल धान खरीदी भी हो रही है। जिसका फायदा भी बिचौलिए उठा रहे उठा सकते हैं, जो अपना धान खपाने की फिराक में बैठे हैं। देवभोग क्षेत्र से ओडिशा का धान लगातार पकड़ा पकड़ा जाता रहा है।

समर्थन मूल्य पाने आधार लिंक करवाया

दरअसल, पुरानी पद्धति में बिचौलिए किसी भी किसान के पट्टे पर कभी भी धान लाकर बेच देते थे। इससे किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता था। समर्थन मूल्य का लाभ सभी किसानों को मिले इसके लिए शासन ने इस साल पंजीकृत किसानों का आधार कार्ड पंजीयन के समय ही लिंक करने के निर्देश दिए थे। अगर कोई किसान खरीदी केद्रों में किसी कारणवश नहीं जा पता है तो उसके उत्तराधिकारी के तौर पर परिवार के किसी भी एक सदस्य का आधार कार्ड भी पंजीयन के समय लिंक कराया गया था। इससे वह उसकी अनुपस्थिति में धान आसानी से भेज सकें।

अब तक 16 हजार किसानों ने बेचा धन

डिवाइस की उपलब्धता नहीं होने के कारण 1 नवंबर से 19 नवंबर तक पुरानी पद्धति से धान खरीदी हुई, लेकिन अभी उपार्जन केंद्रों में डिवाइस पहुंच जाने से अब बायोमैट्रिक के जरिए धान खरीदी की जा रही है।

जिले में 19 नवंबर तक 19 दिनों में सिर्फ 8 हजार किसानों ने धान बेचा था, जबकि 5 दिनों में ही यह आंकड़ा दुगना हो कर 16 हजार से अधिक हो गया है। जिले में अभी तक 16 हजार 689 किसानों ने 134 करोड़ 58 लाख 95 हजार 861 रुपए का 6 लाख 16 हजार 420 क्विंटल धान बेचा है।

तीन तरीके के हैं विकल्प

समिति प्रबंधकों के मुताबिक धान खरीदी करने बायोमेट्रिक मशीन मिली है। इसमें एक बार में मैच नहीं होने पर तीन बार स्कैन किया जा सकता है। इसके अलावा मोबाइल नंबर पर ओटीपी भी तीन बार आंख का स्कैनिंग भी तीन बार नॉमिनी का फिंगरप्रिंट ओटीपी भी तीन-तीन बार का ऑप्शन है। सभी प्रकार के मैच नहीं होने पर थर्ड पर्सन आरईओ क्षेत्रीय अधिकारी आयोजनक के माध्यम से सत्यापन कराया जा रहे हैं।

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