कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 17 अक्टूबर। शारदेय नवरात्र के समापन के पश्चात दशहरा पर्व के अगले दिन शनिवार को शहर के पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन शोभायात्रा निकालकर किया गया। हवन पूजन एवं भव्य आरती के साथ दुर्गा पूजा का समापन हुआ। माता की मूर्ति को विसर्जित करने के दौरान लोग भावुक हो उठे।
शोभायात्रा में नगर की बड़ी संख्या में आए महिलाएं, बच्चे, युवा, पुरुष ने जमकर देवी जी के जयकारे लगाए और सभी भक्त डीजे के धुन पर थिरकते रहे और गुलाल से नगर सडक़ें रंग गई। नगर में माता के जयकारे से नगर धर्ममय वातावरण बना रहा और नगर के बोरगांव से निकल कर मुख्यमार्गों से होते हुए सुरडोंगर तालाब में महाआरती के पश्चात मूर्ति का विसर्जन किया गया।
ज्ञात हो कि शारदेय नवरात्र पर्व के उपलक्ष्य में शिव मंदिर परिवार द्वारा शिव मंदिर प्रांगण में मां दुर्गा की भव्य मूर्ति स्थापना की गई थी, जहां प्रतिदिन माता की आरती के पश्चात महिलाओं के लिए गरबा नृत्य, मनोरंजन के लिए खेल एवं लगभग पूरे दिन भंडारा का भी आयोजन रखा जाता था। जिसमें केशकाल समेत आसपास के क्षेत्र से भी प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु माता का दर्शन करने पहुंच रहे थे। पूरे 9 दिनों तक मन्दिर में भक्तिमय वातावरण निर्मित था। जिसके पश्चात शनिवार को कांकेर से आई तमन्ना धुमाल पार्टी ने अपनी धुन से ऐसा भक्तिमय माहौल बनाया कि शोभायात्रा में आए श्रद्धालु स्वंय को थिरकने से रोक नहीं पाए। शाम लगभग 7 बजे बोरगांव से निकली, यह शोभायात्रा रात लगभग 10 बजे सुरडोंगर तालाब पहुंची जहां माता के जयकारों के साथ महाआरती के पश्चात नम आंखों से मूर्ति विसर्जित की गई।
इस दौरान नगर में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए केशकाल पुलिस की टीम नगर के मुख्य चौक चौराहों एवं शोभायात्रा के साथ तैनात रही।