‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 सितंबर। कवर्धा जिले लोहारीडीह कांड को लेकर कांग्रेस द्वारा शनिवार को आयोजित बंद पूरी तरह बेअसर रहा। शहर में सामान्य दिनों की तरह दुकानें खुली रही, वहीं स्कूल-कॉलेज का संचालन भी सामान्य दिनों की तरह होता रहा कांग्रेसियों के बंद की अपील को कहीं समर्थन नहीं मिला।
लोहारीडीह कांड को लेकर छत्तीसगढ़ बंद के तहत दुर्ग बंद के लिए कांग्रेसियों ने नगर भ्रमण किया। इसमें कांग्रेस जैसे वृहद संगठन के मुठ्ठी भर लोग शामिल थे, जो छत्तीसगढ़ बंद का समर्थन करने की अपील कर रहे थे। इन कांग्रेस पदाधिकारियों ने बाइक रैली निकालकर शहरवासियों और व्यापारी संगठनों से समर्थन मांगा, मगर इस दौरान कुछ जगहों पर छिटपुट दुकानदार ही दुकान बंद कर रहे थे, वे भी कांग्रेसियों के आगे बढ़ते ही फिर दुकान खोल लेते थे कांग्रेसियों की रैली पहुंचने पर भी ज्यादातर दुकानें खुली ही रही।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोहारीडीह कांड के बाद राज्य सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। शुक्रवार देर रात को कबीरधाम कलेक्टर व एसपी को सरकार ने हटा दिया है।
पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में खुलेआम हत्याएं हो रही है, जिसे सरकार नियंत्रित नहीं कर पा रही है। अगर प्रशासन सतर्क रहता, तो यह घटना ही नहीं होती। एसपी-कलेक्टर की बैठक 5-6 दिन पहले हुई थी, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला। श्री वोरा ने कहा कि प्रदेश में डर और भय का माहौल है, और महिलाएं तथा बच्चे भी इस सरकार में सुरक्षित नहीं हैं।
इस दौरान पूर्व महापौर आरएन वर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष अल्ताफ अहमद, अजय मिश्रा, राजकुमार पाली, महिप सिंह भुवाल, परमजीत भुई, केके सिंह, संदीप वोरा, आयुष शर्मा, अनूप वर्मा, संजू धनकर, चिराग शर्मा, कल्याण सिंह ठाकुर, प्रकाश गीते, देव सिन्हा, रत्ना नामदेव, बृजलाल पटेल, लिखन साहू, अशोक मेहरा, मोहित वाल्दे, पृथ्वी चंद्राकर, त्रिसरन डोंगरे, ललित ढीमर, राजकुमार वर्मा, कृष्णा देवांगन, संतोष सोनी, दुष्यंत देवांगन, बृजमोहन तिवारी मौजूद थे।