धमतरी

धमतरी, 22 सितंबर। वनांचल एवं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बैगा-गुनिया बैठक व सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। शनिवार 21 सितंबर को मगरलोड के मोहेरा एवं सिंगपुर में सम्मेलन हुआ। मोहेरा में 9 बैगा एवं सिंगपुर में 8 बैगा गुनिया ने भाग लिया। इससे पहले दुगली नगरी में 25 बैगा- गुनिया ने भाग लिया।
सम्मेलन का उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में व्याप्त अंधविश्वास को दूर करना है, क्योंकि मलेरिया से प्रभावित मरीज को कंपकंपी के साथ बुखार आता है और लोगों में अंधविश्वास होता है। कंपकंपी आने का कारण भूत-प्रेत बाधा मानते हैं। इसी अंधविश्वास को दूर करने के लिए स्थानीय बैगा-गुनिया को समझाया गया कि यह मच्छर के काटने से होने वाला रोग मलेरिया है। इसमें ठंड लेकर कंपकंपी के साथ बुखार का आना। इस तरह के बुखार या कोई भी बुखार व तबीयत खराब होने पर खुन की जांच अवश्य करायें और अपने आस पास के स्वास्थ्य कर्मी व अस्पताल से जांच एवं दवा समय पर अवश्य लें मच्छर से बचाव के उपाय करें।
बैगा-गुनिया को भी समझाइश दी गई है कि इस तरह के आने वाले मरीजों को चिकित्सकीय सलाह लेने हेतु परामर्श करें। बैगा गुनिया को सम्मेलन में उपस्थिति पर प्रमाण पत्र मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यूएल कौशिक के हाथों दिया गया। यह सम्मेलन 23 सितंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गट्टासिल्ली 37 बैगा, 24 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावा 50 बैगा, 25 सितंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सांकरा 99 बैगा,की उपस्थिति के लिए पंजीकृत की गयी है।
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, खून की जांच अवश्य कराए।