बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 नवंबर। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए बुधवार को संभागीय कमिश्नर की टीम ने दौरा किया। यह जांच सिम्स के पूर्व डीन डॉ. केके सहारे और तत्कालीन एमएस डॉ. सुजीत नायक पर लगे वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के संदर्भ में की गई है। आरोप हैं कि आयुष्मान योजना की राशि और सीसीटीवी कैमरों की खरीदी में गड़बडिय़ां हुईं।
जांच दल ने वर्तमान एमएस डॉ. लखन सिंह और अन्य अधिकारियों से लंबी पूछताछ की। बैठक में आयुष्मान योजना के तहत मिले फंड, सीसीटीवी कैमरों की खरीदी, और अन्य सुविधाओं पर खर्च की गई राशि का ब्यौरा लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा इस मामले की जांच के आदेश दिए जाने के बाद डॉ. सहारे और डॉ. नायक को पद से हटा दिया गया था।
दोपहर 2:30 बजे, जांच दल ने अस्पताल के मेडिकल वार्ड, केजुअल्टी वार्ड, और अन्य विभागों का निरीक्षण किया। टीम ने मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं और संसाधनों का भी मूल्यांकन किया, साथ ही सीसीटीवी कैमरों और अन्य खरीदी की गई सामग्रियों का भी आकलन किया। जांच दल की मौजूदगी से सिम्स परिसर में हडक़ंप मच गया था।


