बिलासपुर
हत्यारोपी ने पुलिस के सामने किया खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 मार्च। जाली नोट छापने और खपाने के आरोप में गिरफ्तार पवन सिंह ने अपनी पत्नी की हत्या केवल चरित्र संदेह में नहीं बल्कि अवैध कारोबार में बाधा डालने के कारण की थी। वह पत्नी की लाश जलाकर सारे सबूत मिटा देना चाहता था लेकिन दुर्गंध फैलने के डर से उसके टुकड़े कर पॉलीथिन में पैक कर टंकी में छिपा दिया।

बिलासपुर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने शहर से लगे उसलापुर में निर्दोष केरकेट्टा के मकान पर किराए से रहने वाले पवन सिंह ठाकुर को पत्नी की निर्ममतापूर्वक हत्या करने, नकली नोट बनाने और खपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में बाद बताया है कि 6 जनवरी 2023 को सुबह 6 बजे उसने अपनी पत्नी सती साहू की गला घोट कर हत्या कर दी। लाश को छिपाने के लिए उसने बाजार से एक सफेद रंग की सिंटेक्स की पानी टंकी और ग्राइंडर कटर मशीन खरीद ली। पहले उसने शव को ग्राइंडर मशीन से टुकड़े-टुकड़े कर डाले। हाथ और पैर को अलग-अलग काटने के बाद उसने टुकड़ों को जलाने का प्रयास किया। जलाने से जब बदबू उठने लगी तो डर के कारण बुझाकर उसने इरादा बदला। कटे हुए दोनों हाथ पैर उसने पॉलिथीन में लपेटकर सेलो टेप से बंद किया और अपने घर के ही गद्दे में लपेट कर रख लिया। धड़ को उसने पानी टंकी में डाला और पॉलिथीन से लपेटकर ढक्कन को भी बंद कर दिया।
हत्या की वजह पूछने पर आरोपी ने बताया है कि उसे उसकी पत्नी नकली नोट छापने और बेचने से मना करती थी। इसके अलावा किसी युवक से उसका अफेयर भी चल रहा था, जिसके कारण वह पत्नी से नाराज रहता था।

मालूम हो कि रविवार को एंटी क्राइम साइबर यूनिट प्रभारी धर्मेंद्र वैष्णव को सूचना मिली थी कि गीतांजलि नगर उसलापुर में रहने वाला आरोपी पवन सिंह ठाकुर घर में नकली नोट बना कर खपा रहा है। इस पर उसके घर में छापा मारा गया। घर से 200 और 500 रुपए के नकली तथा कुछ असली नोट, कलर प्रिंटर मशीन, रिफलिंग कॉटेज, जेरॉक्स पेपर, कलर और अन्य सामग्री बरामद की गई। छापेमारी के दौरान उसके घर से बदबू आ रही थी। नजर दौड़ाने पर यह पाया गया कि बाथरूम के बगल के कमरे में एक सफेद रंग की जंबो साइज की पानी टंकी रखी हुई है। ढक्कन खोलने पर शव का आधा हिस्सा टंकी के भीतर पॉलिथीन में लिपटा हुआ मिल गया। शव के बाकी टुकड़ों को भी गद्दे के भीतर से बरामद किया गया।
आरोपी पवन सिंह ठाकुर ने करीब 10 साल पहले दाऊ पारा मुंगेली की सती साहू से प्रेम विवाह किया था। उसके दो बच्चे, 5 साल की लड़की और 3 साल का लड़का हैं। दोनों ही घरों के लोग इस विवाह को लेकर नाखुश थे इसलिए वे उसलापुर में आकर रहने लग गए थे। आरोपी पवन का तखतपुर में अपने परिवार वालों से संपर्क बना रहता था। हत्या की घटना को अंजाम देने के पहले उसने अपने दोनों बच्चों को छुट्टियों के नाम पर तखतपुर भेज दिया था।


