बीजापुर

कभी माओवाद का गढ़ रहा पामेड़ अब बन रहा है विकास की मिसाल
बैंक, कन्या आश्रम, बस सेवा और पोषण केंद्र से बदले हालात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 मई। जिले का सुदूरवर्ती इलाका पामेड़ अब अपने बदले स्वरूप के लिए चर्चा में है। जहां कभी खौफ था, वहां अब सुविधाएं, उम्मीदें और आत्मनिर्भरता की रोशनी फैल रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक की शाखा का वर्चुअल उद्घाटन कर इस बदलाव की एक और मजबूत नींव रखी। यह पहल दर्शाती है कि सरकार का फोकस अब उन क्षेत्रों तक भी पहुंच रहा है, जो वर्षों तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे।
इस बैंक शाखा के खुलने से आसपास के 50 गांवों को सीधे बैंकिंग सेवाएं मिलेंगी, खाता खोलने से लेकर महतारी वंदन जैसी योजनाओं की राशि प्राप्त करने तक सब कुछ स्थानीय स्तर पर संभव हो गया है। खासतौर पर महिलाओं को इसका बड़ा लाभ मिलेगा, जिन्हें पहले इसके लिए 100 किलोमीटर दूर आवापल्ली तक जाना पड़ता था।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 1.62 करोड़ रुपये की लागत से बने 50-सीटर आदिवासी कन्या आश्रम का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह संस्थान आने वाले समय में बस्तर की बेटियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडक़र नए नेतृत्व के रूप में उभरेगा।। साथ ही उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की भी जानकारी दी, जिससे अब कुपोषित बच्चों को स्थानीय स्तर पर ही इलाज मिल सकेगा।
परिवहन और संपर्क सुविधाओं के क्षेत्र में भी पामेड़ तेजी से आगे बढ़ रहा है। तालपेरू नदी पर निर्माणाधीन धर्मावरम ब्रिज अब इस क्षेत्र को तेलंगाना के चक्कर काटे बिना सीधे बीजापुर से जोड़ देगा। साथ ही, पामेड़ से बीजापुर के बीच शुरू हुई सीधी बस सेवा ने लोगों की आवाजाही को आसान बना दिया है। अब सुबह जाकर शाम को घर लौटना संभव हो गया है।
इस परिवर्तन की तस्वीर ‘सुशासन तिहार’ के तहत लगे समाधान शिविर में भी दिखी, जहां लोगों की समस्याओं का तत्काल समाधान हुआ। बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने पहली बार प्रशासन को इतने करीब से महसूस किया।
पामेड़ अब सिर्फ नक्शे का एक दूरस्थ कोना नहीं, बल्कि बस्तर की बदलती कहानी का साक्षी बनता जा रहा है – जहां शासन, सुविधा और समान अवसर हर नागरिक के द्वार तक पहुंच रहे हैं।
इस मौके पर विशेष रूप से पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष जानकी कोरसा, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे