बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 नवंबर। जिला पंचायत सभाकक्ष में सोमवार को कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में धान खरीदी व्यवस्था के पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण के लिए गठित आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) तथा फ्लाइंग स्क्वाड टीमों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस बैठक में जिले के सभी संबंधित अधिकारी, नोडल अधिकारी, फ्लाइंग स्क्वाड प्रभारी एवं विभिन्न नियंत्रण दलों के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि धान खरीदी सीजन के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता, अवैध परिवहन या मिलिंग में हेराफेरी की घटनाओं पर सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ऽअवैध धान की ट्रांसपोर्टिंग पर पूरी तरह निगरानी रखनी है, परंतु किसानों के साथ किसी भी तरह का अनावश्यक व्यवहार या उत्पीडऩ नहीं होना चाहिए।ऽ
कलेक्टर ने आगे कहा कि कोई भी अधिकारी या दल बिना ठोस सूचना और प्रमाण के किसी किसान के घर जाकर जब्ती या जांच की कार्यवाही न करें। यदि किसी वाहन या व्यक्ति पर वास्तविक संदेह हो कि वह अवैध रूप से धान परिवहन कर रहा है, तभी जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि सभी दल रात्रिकालीन गश्त को प्रभावी बनाएं और धान खरीदी केंद्रों के आसपास संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखें। खरीदी केंद्रों में टोकन वितरण, तौल प्रक्रिया और परिवहन की निगरानी प्रणाली को भी पारदर्शी एवं समयबद्ध रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए प्रशासन ने आईसीसीसी नियंत्रण कक्ष में एक हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया है, जहां से शिकायत या सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बैठक के अंत में कलेक्टर श्री शर्मा ने सभी अधिकारियों से कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करते हुए, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से धान खरीदी कार्य संपन्न कराना है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि किसी भी किसान को असुविधा न हो और जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया एक उदाहरण बने।


