बेमेतरा

गिरफ्तार युवती को समाज बता रहा निर्दोष, थाना के सामने जुटे लोग
10-Sep-2025 4:42 PM
गिरफ्तार युवती को समाज बता रहा निर्दोष, थाना के सामने जुटे लोग

कोठार के पास नवजात शिशु मिला था, अस्पताल में मौत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 10 सितंबर।  थानखम्हरिया में 24 अगस्त को एक कोठार के पास नवजात शिशु मिलने के मामले में पुलिस ने एक युवती को जेल भेज दिया है। पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए समाज के लोग व परिजन भारी संख्या में थानखम्हरिया थाना पहुंचे, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू को आवेदन देकर कार्रवाई पर सवाल उठाए। एसपी साहू ने कार्रवाई को विधि अनुसार बताया। इसके विरोध में देर शाम थान खम्हरिया में तनाव की स्थिति रही। मौके पर डीएसपी कौशिल्या साहू व एसडीओ पी. तिर्की सहित अन्य अधिकारी डटे रहे।

जानकारी हो कि 24 अगस्त को थानखम्हरिया में एक कोठार के पास एक नवजात शिशु मिला, जिसे लोगों की मदद से स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल, फिर रायपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई। शहर के अंदर हुई घटना के विरोध में अलग-अलग संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए प्रसूता को पकडऩे व कार्रवाई करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया था। आमजनों के बीच मामला चर्चा का कारण बना हुआ था, जिसके बाद थाना घेराव करने की चेतावनी दी गई थी कि घेराव करने से पूर्व पुलिस द्वारा एक संदिग्ध को पकड़े जाने की बात लोगों के सामने आई, जिसके बाद घेराव को स्थगित किया गया।

 

पुलिस ने 8 तारीख को युवती को पेश किया

एसपी कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार थानखम्हिरया में नवजात को फेंके जाने के मामले में एक युवती को पकड़ा गया, जिसके बाद नवजात शिशु को जानबूझकर छोडऩे के मामले में उपचार के दौरान नवजात शिशु की मृत्यु होने से धारा 91 बीएनएस जोड़ी गई है।

पुलिस के अनुसार युवती द्वारा नवजात शिशु को पैदा करना व जन्म की पहचान को छुपाने के उद्देश्य से रखा जाना बताया गया। आरोपी द्वारा अपराध घटित करना पाए जाने पर उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में न्यायिक रिमांड पर प्रस्तुत किया गया।

थानखम्हरिया में थाने के सामने जुटे लोग

 मंगलवार को जिला मुख्यालय से वापस जाने के बाद परिजन व अन्य लोग थाना पहुंचे, फिर पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए। देखते ही देखते लोगों की भीड़ थाना के सामने लगने लगी। मौके पर भीड़ की वजह से वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ।

एसपी रामकृष्ण साहू ने कहा कि पुलिस पर युवती को फंसाए जाने का आरोप बेबुनियाद है। प्रथम दृष्टया सामने आए तथ्य के अनुसार प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी पर जो विधि के अनुरूप है, वही कार्रवाई की जा रही है। यह पूरी तरह पारदर्शी तरीके से हुआ है। परिजन चाहें तो जेल में जाकर मिल सकते हैं।

कलेक्टर व एसपी को आवेदन सौंपा

युवती पर हुई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए समाज की महिलाओं व अन्य लोगों ने कलेक्टर व एसपी को आवेदन सौंपा, जिसके अनुसार युवती निर्दोष है और लगातार खेत में काम करने के लिए जाती है। युवती गर्भ से नहीं थी। प्रसव होने की स्थिति में परिवार के लोगों को पता चलता। पुलिस पर एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया गया।

आवेदकों ने डॉक्टरी जांच कराने पर भी सवाल उठाए। पूरे मामले की निष्पक्ष व पारदर्शी जांच कराने की मांग करते हुए कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा गया। परिजनों के अनुसार उनको गिरफ्तार करने व न्यायालय में पेश किए जाने की जानकारी पुलिस द्वारा नहीं दी गई।


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