बेमेतरा

डॉक्टर तो हैं पर ड्रेसिंग व अन्य काम के लिए कर्मी नहीं
09-Sep-2025 4:31 PM
डॉक्टर तो हैं पर ड्रेसिंग व अन्य काम के लिए कर्मी नहीं

जिला अस्पताल के 55 एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता-

बेमेतरा, 9 सितंबर। एनएचएम कर्मियों की हड़ताल की वजह से जिला अस्पताल में उपचार की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। जिला अस्पताल में अब ओटी की सुविधा भी बंद कर दी गई है। ओटी बंद होने से पूर्व जिला अस्पताल में एनआरसी, एसएनसीयू व अन्य सेवाएं बंद हो चुकी हैं। हड़ताल जारी रही तो जिले के सबसे बड़े इस अस्पताल में जनरल वार्ड में मरीजों की भर्ती करना भी बंद करना पड़ सकता है। समस्या को देखते हुए कुछ वार्ड में बेड को हटाया गया है।

जानकारी हो कि अपनी मांग को लेकर बीते 22 दिन से अड़े राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की वजह सें स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जिला अस्पताल के 55 एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इनके नहीं आने से अस्पताल में करीब आधा स्टाफ ही बचा है। आधे स्टाफ में सबसे अधिक समस्या नर्सिंग व कार्यालयीन स्टाफ की कमी होने के कारण हो रही है। अस्पताल में उपचार के लिए डॉक्टर तो हैं पर ड्रेसिंग व अन्य कार्य के लिए कर्मचारी नहीं है।

जिले के ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में ताला जड़ा

शहर के अस्पताल के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में संचालित आरोग्य मंदिरों में भी उपचार बंद है। जिले के किसी भी अस्पताल में प्रसव की सुविधा नहीं है।

आंदोलन की वजह से कार्यक्रम स्थगित

संचालनालय स्वास्थ्य के कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम को आगामी आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। अभियान के लिए तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है।

सिविल सर्जन ने ओटी बंद होने की सूचना की जारी

जिला अस्पाताल के सिविल सर्जन डॉ. लोकेश साहू ने नोटिस जारी किया है, जिसके अनुसार बीते 18 अगस्त से एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की वजह से जिला अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था के संचालन के लिए स्टाफ की कमी को देखते हुए जिला चिकित्सालय व मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में ओटी बंद करने यानी ऑपरेशन बंद करने का नोटिस जारी किया गया है। आदेश के बाद से जटिल प्रसव वाले प्रकरण में गर्भवती माताओं को रेफर किया जा रहा है। वहीं जिला अस्पताल में ऑपरेशन की स्थिति में 100 से अधिक मरीजों को रेफर किया गया है। आदेश के बाद से ओटी में ऑपरेशन करने वाले डॉ. अभिताभ साहू ओपीडी में सेवा दे रहे हैं। जिला अस्पताल में हड़ताल के पूर्व 1200 मरीज उपचार कराने के लिए पहुंचते थे पर अब घटकर 750 तक सिमट गए हैं। वर्तमान में अलग-अलग वार्ड में 45 मरीजों को उपचार के लिए भर्ती किया गया है।

 

कई विभाग पहले से ही हैं बंद

जिला अस्पताल में हड़ताल की वजह से स्पेशल न्यू बॉर्न बेबी केयर यूनिट, पोषण पुर्नवास केंद्र, मानसिक चिकित्सा, गैर संचारी रोग उपचार, बीपी, शुगर, मानसिक चिकित्सा, फिजियोथेरैपी उपचार बंद है। इसके बाद जिला अस्पताल में अब सभी तरह के ऑपरेशन बंद कर दिए गए हैं।

स्टॉफ की कमी की वजह से ओटी को बंद कर दिया गया है

सीएस जिला अस्पताल डॉ. लुकेश साहू ने कहा कि जिला अस्पताल व एमसीएच यूनिट में ओटी को बंद कर दिया गया है। स्टॉफ की कमी की वजह से इस तरह की स्थिति बनी है।


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