बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 6 सितंबर। आरटीओ ई चालान के नाम पर वाहन मालिकों के पास एपीके फाइल भेज कर ठगी करने का प्रयास करने का मामला सामने आ रहा है। जिले में ईचालान के नाम पर फाइल भेजने की खबर लगते है परिवाहन विभाग कार्यालय से लोंगो को सचेत किया जा रहा है। पत्रिका को कई वाहन मालिकों ने इस तरह की फर्जी ई चालान पटाने के नाम पर फाइल आने की जानकारी दी है। वही एक वाहन मालिक ने अपना नंबर एपीके फाइल से हैक करने की बात कही है।
साइबर ठगी करने वाले अब ई -चलान के नाम पर असुरक्षित एप्लीकेशन फाइल बेचने का हथकंडा अपना रहे हैं। लोगो के मोबाइल पर वाहन तेज चलाने, सिंग्नल का पालन नही करने, लायसेंस निलंबित होने , आनलाइन रिकार्ड अपडेट करने, वाहन का आरसी अपडेट करने समेत अलग अलग कारण दर्शाते हुए एक एपीके नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस पाने के बाद हड़बड़ाहट में डाउनलोड करने वालों पर ठगी का शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।
एपीके फाइल आने पर ओपन नहीं कर बचा जा सकता है धोखाधड़ी से वाहन मालिक लालाराम साहू ने बताया कि उसे ई चलान पटाने के लिए उसे यातायात चालान जारी करने के लिए चलान संया सहित ई चलान ईपीके डाउनलोड कर पहचान करने कहा गया था। साथ ही उल्लंघन संबधी देखने के लिए वाहन परिवाहन ऐप देखने कहा गया था । असुरक्षित एप्लीकेशन होने की वजह से एपीके फाइल को डाउनलोड नही किया जिससे स्कैम का शिकार होने से बच गया। इसी तरह प्रवेश कुमार ने बताया कि उसका वाटसऐप एपीके फाइल लोड करने के बाद हैक हो गया है जिससे लोगों केा गलत मैसेज पहुच रहा हैं। लोग किसी भी तरह से एपीके फाइल आने पर ओपन न करें जिससे स्कैम होने से बच सकते हैं।
सावधानी रखने से बचाव
आम लोगों की जागरूकता के लिए सायबर प्रभारी मयंक मिश्रा ने बताया कि यदि आपको किसी मैसेज के साथ कोई लिंक मिलता है, तो उस पर कभी क्लिक न करें। कभी भी किसी अजनबी को आनलाइन पैसे का भुगतान न करें, और अपने खाते से किसी भी लेने देन से सावधान रहें। किसी भी धोखेबाज काल, संदेश या ऐप के संबंध में निकट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं जिससें राशि होल्ड समय रहते कराया जा सके।
यह बिल्कुल न करें
किसी भी अनजान फोन काल पर विश्वास न करें। किसी भी अनजान लिंक को क्लिक न करें। किसी भी अनजान व्यक्ति का फेसबुक में फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
किसी भी अनजान व्यक्ति का वीडियो काल स्वीकार न करें।
किसी भी अनजान मोबाइल एप्स् के माध्यम से कम ब्याज दर में लोन ना ले। कम समय में अत्याधिक रिर्टन देने का वादा करने वाली कंपनी में निवेश न करें। यह करें साइबर फ्राड होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 में कॉल करें आनलाईन शिकायत दर्ज करें।अपने फेसबुक इंस्टाग्राम का आईडी पासवर्ड किसी से शेयर ना करें साथ ही प्रोफाइल को लॉक रखे। वाट्सऐप , फेसबुक , इन्स्टाग्राम में टू-स्टेप वेरफीकेशन को ऑन रखें।
अपने नेट बैंकिंग, फेसबुक, जी-मेल का पासवर्ड मजबूत रखें।
नेट बैंकिंग, फेसबुक, जी-मेल का पासवर्ड समय- समय पर बदलते रहे। इस तरह के मामले अधिक आ रहे हैं - आरटीओ
इस तरह के मामले बेमेतरा जिला ही नही पूरे राज्य में सामने आने की बात कहते हुए जिला परिवाहन अधिकारी अरविन्द भगत ने बताया कि ई चलान से संबंधित स्कैम सामने आ रहे है, जिसमें नकली ई चालन के माध्यम से लोगों को ट्रैफिक नियम तोडऩे के बारे में छदम तरीके से डराने वाले संदेश व मैसेज के माध्यम से लिंक भेजकर आम लोगों की व्यक्तिगत जानकारी और जमा खाते से पैंसे चुरा लेते है। परिवहन विभाग द्वारा आम लोगों को इस तरह के ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए मैसेज लिंक जैसे एपीके फाइल को क्लिक न करने की सलाह दी जा रही है। अपना वास्तविक चालान की जांच करने के लिए अधिकारिक विभागीय वेबसाईट पर जाकर ई-चालान के पेज पर पेय आनलाईन पर क्लिक कर चालान नंबर एवं कैप्चा कोड डालकर गेट डिटेल पर क्लिक कर मोबाईल ओटीपी डालकर चालान संबंधी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बताया कि पुलिस एवं परिवहन के प्रवर्तन अमले द्वारा जब भी ई चलान किया जाता है, तब उनके द्वारा पंजीकृत मोबाइल में संबंधित को टेक्स्ट मैसेज अधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ही भेजे जाते हंै।
साइबर ठगी करने वाले अब ई -चलान के नाम पर असुरक्षित एप्लीकेशन फाइल बेचने का हथकंडा अपना रहे हैं। लोगो के मोबाइल पर वाहन तेज चलाने, सिंग्नल का पालन नही करने, लायसेंस निलंबित होने , आनलाइन रिकार्ड अपडेट करने, वाहन का आरसी अपडेट करने समेत अलग अलग कारण दर्शाते हुए एक एपीके नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस पाने के बाद हड़बड़ाहट में डाउनलोड करने वालों पर ठगी का शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।
एपीके फाइल आने पर ओपन नहीं कर बचा जा सकता है धोखाधड़ी से वाहन मालिक लालाराम साहू ने बताया कि उसे ई चलान पटाने के लिए उसे यातायात चालान जारी करने के लिए चलान संया सहित ई चलान ईपीके डाउनलोड कर पहचान करने कहा गया था। साथ ही उल्लंघन संबधी देखने के लिए वाहन परिवाहन ऐप देखने कहा गया था । असुरक्षित एप्लीकेशन होने की वजह से एपीके फाइल को डाउनलोड नही किया जिससे स्कैम का शिकार होने से बच गया। इसी तरह प्रवेश कुमार ने बताया कि उसका वाटसऐप एपीके फाइल लोड करने के बाद हैक हो गया है जिससे लोगों केा गलत मैसेज पहुच रहा हैं। लोग किसी भी तरह से एपीके फाइल आने पर ओपन न करें जिससे स्कैम होने से बच सकते हैं।