बेमेतरा

435 करोड़ का कर्ज लेकर खेती कर रहे किसान, बारिश व खाद ने बढ़ाई चिंता
30-Aug-2025 4:11 PM
435 करोड़ का कर्ज लेकर खेती कर रहे किसान, बारिश व खाद ने बढ़ाई चिंता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 30 अगस्त। जिले के 1 लाख 8 हजार किसान 435 करोड़ 53 लाख से अधिक का कर्ज लेकर खेती कर रहे हैं। कर्ज लेने के बाद मौसम व खाद की कमी की वजह से किसान हलाकान होने लगे हैं। खाद संकट की वजह से किसानों को बाजार से ऊंचे दामों पर खाद खरीदना पड़ रहा है । इसबार कास्तकारी में किसानों के लिए दोहरी मार झेलने की स्थिति नजर आ रही हैं।

किसान पंजीयन की रफ्तार कमजोर, 40 फीसदी कम

समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए बीते सीजन के दौरान 1 लाख 54 हजार 999 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था । इस बार निर्धारित समय तक केवल 56 हजार 659 किसानों का धान बेचने के लिए पंजीयन हुआ है। इसमें बीते सीजन के किसानों को भी कैरी फॉरवर्ड किया गया है। इनके अलावा इस बार केवल 263 नए किसानों का पंजीयन हुआ है।

कर्ज लिया पर खाद की कमी का सामना किया

जिले के 102 समितियों में से अधिकांश समितियों के पास इस बार सीजन में किसानों की जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध नहीं हो पाया है। सबसे अधिक समस्या डीएपी व यूरिया खाद को लेकर हुई है। समितियों के पास खाद नहीं होने की वजह से खुले बाजार में 266.50 निर्धारित दर की यूरिया खाद एक हजार व 1 हजार 350 रूपए का डीएपी 2 हजार के दाम पर बेचा जा रहा है। कई दुकानदारों ने किसान को लादन थमाया है जिसकी वजह से किसान बाजार से तीन गुना अधिक दर पर खाद खरीदने के लिए बेबस हैं।

 

सहकारी समितियों के जरिए कर्ज वितरण का लक्ष्य

खरीफ फसल सीजन के दौरान किसानों को खाद बीज व नगद के तौर पर 500 करोड़ का कर्ज वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से करने का लक्ष्य तय किया गया है। जिले के 1 लाख 8 हजार किसान अब तक 435 करोड़ 53 लाख का कर्ज जिला के 24 सहकारी बैक की शाखा से ले चुके हैं। किसानों को बेमेतरा शाखा से 20 करोड़ 20 लाख, जेवरा शाखा से 17 करोड़ 55 लाख, बालसमुंद शाखा से 18 करोड़ 36 लाख, नवागढ़ शाखा सें 30 करोड़ 5 लाख, नांदघाट शाखा से 9 करोड़ 94 लाख, दाढ़ी शाखा से 26 करोड़ 57 लाख, मारो शाखा से 11 करोड़ 90 लाख, संबलपुर शाखा से 19 करोड़ 36 लाख, बदनारा शाखा से 12 करोड़ 18 लाख, बेरला शाखा से 26 करोड़ 86 लाख, साजा शाखा सें 14 करोड़ 51 लाख, देवकर शाखा से 18 करोड़ 94 लाख, परपोड़ी शाखा से 14 करोड़ 47 लाख, ठेलका शाखा से 24 करोड़ 42 लाख, भिंभौरी शाखा सें 16 करोड़ 95 लाख, गोड़गिरी शाखा से 12 करोड़ 80 लाख, देवरबीजा शाखा से 24 करोड़ 25 लाख, सल्धा शाखा से 7 करोड़ 63 लाख, खंडसरा शाखा से 18 करोड़ 29 लाख, कन्हेरा शाखा सें 13 करोड़ 33 लाख, केहका शाखा से 16 करोड़ 18 लाख , खर्रा शाखा से 22 करोड़ 31 लाख, प्रतापपुर शाखा से 18 करोड़ 35 लाख का कर्ज 1 लाख 8 हजार 201 किसानों ने जारी खरीफ सीजन के दौरान लिया है।

कम बारिश से उत्पादन प्रभावित होने का खतरा

साल की अपेक्षा कमजोर बारिश होने की वजह से इस बार फसल उत्पादन प्रभावित होने का अंदेशा अभी से जताया जा रहा है। 9 तहसील में से बेमेतरा व भिंभौरी तहसील में 50 फीसदी से कम बारिश हुई है। वही दाढ़ी, बेरला, नवागढ़ में 55 से 56 फीसदी बारिश हुई है। देवकर में 65, नांदघाट में 74 फीसदी, साजा में 76 फीसदी बारिश का रिकार्ड दर्ज किया गया है। पूरे जिला में केवल थानखहरिया तहसील में 92 फीसदी बारिश हुई है, जो पूर्व औसत के करीब है। औसत से कम बारिश होने का असर फसल उत्पादन पर पडऩेे को लेकर किसान पलाश दुबे ने बताया कि बोआई के बाद फसल में पोषण के लिए खाद व सिंचाई के लिए पर्याप्त जलभराव की जरूरत रहती है। इस बार फसल के लिए दोनों जरूरत की पूर्ति पर्याप्त नहीं हुई है, जिससे प्रति एकड़ औसत उत्पादन कम होने का अंदशा है। अंदेशा जताया जा रहा है कि उत्पादन कम हुआ तो फसल की लागत भी बढ़ेगी।


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