बेमेतरा

बेमेतरा के दो शिक्षकों को राज्यपाल करेंगे सम्मानित
29-Aug-2025 3:55 PM
बेमेतरा के दो शिक्षकों को राज्यपाल करेंगे सम्मानित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 29 अगस्त। शिक्षक दिवस 5 सितंबर के दिन के राज्यपाल रमेन डेका के द्वारा जिले से दो उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इनमें बेरला विकासखंड के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंडरका में कार्यरत नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंतेली विकासखंड बेमेतरा की नवाचारी शिक्षिका सुनीता राजपूत के नाम शामिल हैं।

शिक्षिका केवरा सेन व सुनीता राजपूत के नाम की घोषणा की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चतुर्वेदी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट के प्राचार्य जेके घृतलहरे, डाइट व्यायाता थलज कुमार साहू, कंडरका के प्राचार्य राजेन्द्र झा ने उनके कार्यों को सराहा है और बधाई दी है।

कोरोना महामारी में ऑनलाइन क्लास

शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंतेली की शिक्षिका सुनीता राजपूत शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली, विद्यालय के प्रति समर्पण की भावना रखने वाली नवाचारी शिक्षिका है। इन्होंने कोरोना महामारी के समय ऑनलाइन क्लास, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को अत्यधिक महत्व देना, कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देना, आर्थिक रूप से पिछड़े हुए बच्चों को भरपूर सहयोग करना, शिक्षक पालक संपर्क पर सतत प्रयास करना, नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से कक्षा में अध्यापन कार्य कराना, शिक्षा एवं कला साहित्य पर अध्यापन कार्य कराना, व्यावसायिक शिक्षा पर बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा पर जोर दिया।

 

स्वयं जापानी भाषा सीख अब बच्चों को सीखा रहीं

नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन छत्तीसगढ़ की अकेली शिक्षिका हैं जिन्होंने पहले स्वयं जापानी भाषा सीखी और उसके पश्चात अब अपने विद्यालय के बच्चों को जापानी भाषा सीखा रही है एवं अन्तर राज्यीय महाराष्ट्र के बच्चों के साथ ऑनलाइन वार्तालाप भी करती हंै। उनके द्वारा लिखी पुस्तक बेसिक जापानी भाषा का विमोचन महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल महामहिम रमेश बैस ने किया था। उनकी लिखी हुई इस किताब के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य के साथ साथ महाराष्ट्र के बच्चे भी जापानी भाषा सीख रहे हैं। उनके विद्यालय के बच्चे अब स्पोकन इंग्लिश भी समूह में सीख रहे हंै। वे अपने विद्यालय में बच्चों के लिए बचत बैंक भी खोली हैं। जिसमें बच्चे स्वयं के व्यय के लिए मिले हुए पैसे को शाला स्तर पर केवरा सेन एक गल्ले के माध्यम से सबका अपना अपना एकत्रित करवाती है। लगातार तीन साल तक बच्चे जमा करते हैं। उसके पश्चात् बच्चें उस पैसे का सदुपयोग आगे की कक्षाओं या जरूरत के हिसाब से करते हैं।

 विद्यालय में औषधि उद्यान है जिनका संचालन व रखरखाव शिक्षिका केवरा सेन एवं ईको क्लब के बच्चों द्वारा किया जाता है तथा औषधि उद्यान एवं उनके गुणों के बारे में भी केवरा सेन ने पुस्तक लिखी है। ऑगनबाड़ी में कुपोषण के तहत कार्य करने पर विकासखंड स्तर पर समान, उत्कृष्ट शिक्षक, मुक्यमंत्री गौरव अलंकरण ज्ञानदीप प्रदान किया गया था।


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