बेमेतरा

कबड्डी हमारे ग्रामीण अंचल का प्राचीन और लोकप्रिय खेल-योगेश
28-Aug-2025 5:07 PM
कबड्डी हमारे ग्रामीण अंचल का प्राचीन  और लोकप्रिय खेल-योगेश

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बेमेतरा, 28 अगस्त।
ग्राम गब्दा में इस वर्ष भी परंपरा और उत्साह के साथ कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ग्रामीण परंपरा और खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस वार्षिक आयोजन ने पूरे गांव को एकजुट कर दिया। खेल मैदान में सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी और प्रतियोगिता शुरू होते ही दर्शकों का जोश देखते ही बन रहा था। हर दांव, हर अंक पर तालियों और जयकारों से वातावरण गूंज उठा।

इस अवसर पर योगेश तिवारी विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए। उनके पहुंचते ही ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। तिवारी ने खिलाडिय़ों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया और कबड्डी मैदान में उतरकर उनसे संवाद भी किया। उन्होंने खिलाडिय़ों के उत्साह और खेल भावना की सराहना करते हुए कहा कबड्डी हमारे ग्रामीण अंचल का प्राचीन और लोकप्रिय खेल है। यह खेल न केवल शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाता है, बल्कि युवाओं में आपसी तालमेल, साहस और अनुशासन की भावना को भी विकसित करता है।
 

ग्राम गब्दा में हर वर्ष आयोजित होने वाली यह प्रतियोगिता वास्तव में गांव की एकता, उत्साह और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। ऐसे आयोजन हमारे समाज और संस्कृति को जीवंत बनाए रखते हैं और नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण खेलों के संरक्षण और प्रोत्साहन से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है, और यही प्रतिभाएं भविष्य में जिले और राज्य का नाम रोशन करती हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। हर टीम ने पूरी निष्ठा और खेल भावना के साथ खेलते हुए प्रतियोगिता को और भी रोमांचक बना दिया।

इस आयोजन में रमेश निषाद, ईश्वरी निषाद, चैतू यादव, चंद्रिका प्रसाद, महेश निषाद, ईश्वरी वर्मा, गंगा प्रसाद, पोषण निषाद, बिरसिंह, नरेश निषाद सहित सैकड़ों ग्रामवासी उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन समिति की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम गांव में आपसी भाईचारा, सामाजिक समरसता और नई ऊर्जा का संचार करते हैं।ग्राम गब्दा की यह कबड्डी प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि पूरे गांव के लिए एक यादगार उत्सव साबित हुई। इसने यह संदेश दिया कि खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि समाज को जोडऩे और नई पीढ़ी को स्वस्थ एवं अनुशासित बनाने का माध्यम भी है।

 


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