बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 अगस्त। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिला के सभी स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल में हैं। आंदोलन के चलते प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है।
धरना स्थल में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी ने कहा जब तक कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा। मांगों में नियमितीकरण सिविलियन, ग्रेड पे लागू करना, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, 27त्न लंबित वेतनवृद्धि का आदेश जारी करना, मेडिकल अवकाश एवं अन्य स्वीकृत लाभों को लागू कराना शामिल है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी, डॉ. रवि शंकर दीक्षित एवं जिलाध्यक्ष पूरन दास ने बताया कि कई बार मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर कर्मचारियों ने अपनी मांगें रखीं, लेकिन लगातार अनदेखी की गई। यहां तक कि स्वीकृति मिलने के बावजूद आदेश जारी नहीं किए गए, जिससे कर्मचारी आंदोलन करने को विवश हुए।
आंदोलन में प्रमुख रूप से डॉ. बृजेश दुबे, डॉ. डोमन यादव, डॉ. निलेश देवांगन, डॉ. सुमित मिश्रा, डॉ. अभिषेक यादव, मनीष शर्मा, डॉ. यामिनी खुटेल, प्रमोद साहू, दिनेश गंगबेर, डॉ. प्रदीप आषटकर, रेशमी बंजारे, ओम प्रकाश कश्यप, प्रियंका यदु सहित एनएचएम के सभी अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
हड़ताल से प्रभावित रही ये सेवाएं
मरीजों को दवाइयां उपलब्ध नहीं हो रही, नवजात शिशु वार्ड व पोषण आहार केंद्र बंद, शुगर, ब्लड टेस्ट, ट्रूनाट, सीबीनाट, बलगम टेस्ट, नेत्र जांच, स्कूल एवं आंगनबाड़ी में स्वास्थ्य परीक्षण, रूटीन टीकाकरण, टीबी, मलेरिया, कुष्ठ जैसी बीमारियों के मरीजों को दवाइयां नहीं मिल रही व स्वास्थ्य विभाग की सभी ऑनलाइन एंट्री ठप है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कई उप स्वास्थ्य केंद्र व अस्पतालों में तालेबंदी।


