बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 अगस्त। नगर के राधा कृष्ण मंदिर में प्रति वर्षानुसार इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया गया। जन्मोत्सव में भारी संया में महिलाएं बुजुर्ग बच्चों व सभी वर्ग के लोग रात 12 बजे मंदिर पहुंचे थे जहां पर परंपरा अनुसार उत्सव मनाया गया। जन्माष्टमी के दिन सुबह से लेकर रात तक रविवार को भी भक्तों की भीड़ लगी रही।
भय प्रकट कृपाला और आरती कुंज बिहारी की जैसे गीत गाकर भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण का वेलकम किया। प्रसाद भी बांटे गए।
सुबह से ही भक्तों का लगा रहा तांता
सुबह से ही श्रद्धालु भगवान बालकृष्ण के दर्शन करने के लिए पहुंच लोगों ने आशीर्वाद लिया। भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप के रूप में दिव्य श्रृंगार किया गया था। झूला तैयार किया गया था जो आकर्षण का मुय केंद्र था। मंदिर के गणेश्वर महाराज ने बताया कि भगवान का अभिषेक किया गया। भगवान को पंचामृत पंजीरी का भोग लगाया गया। रात्रि 8 बजे से भजन संकीर्तन प्रारंभ हुई। पं. प्रमोद शास्त्री के श्रीकृष्ण के बाल चरित्र की कथा ने भक्तों मंत्रमुग्ध हो गए। रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकट लिया। मंदिर में नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल से गूंज उठा।
जन्म होने पर हुई महाआरती
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर महाआरती हुई। नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की यशोदा को लालो भयो जय कन्हैया लाल की जयकारों से पूरा परिसर गूंज गया। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव में नगाड़े, शंख, घंटी, पटाखे फोडक़र भगवान का दिव्य स्वागत किया गया। महा आरती के पश्चात प्रसाद पंचामृत पंजीरी वितरण किया गया ।
100 साल से भी अधिक पुराने मंदिर में मनाया जन्मोत्सव
श्री राधा कृष्ण मंदिर के महंत सुखदेव शास्त्री महाराज ने बताया कि 100 साल से अधिक समय से पुराने इस मंदिर में परंपरागत तरीके से जन्मोत्सव मनाया जाता है। आयोजन में भारत शुक्ला, नारायण शर्मा, राजू शर्मा, अखिलेश तिवारी, जयनारायण तिवारी, दिवाकर शर्मा, केशव शर्मा, उदित शर्मा, प्रदीप सोनी, मनीष सोनी, शंकर सिन्हा, टेकराम सिन्हा, अनिल यादव, कौशल शर्मा आदि भक्तजन ने सेवा किया ।


