बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 अगस्त। सतनाम सेना के संस्थापक सेनापति, क्रांतिकारी सतनाम पंथ के अलिखित संविधान के प्रथम निर्माता, बलिदानी राजागुरु, शूरवीर, महानप्रतापी धर्मगुरु गुरु बालकदास साहेब की जयंती के अवसर पर नगर बेरला में भव्य आयोजन हुआ।
इस अवसर पर योगेश तिवारी ने गुरु साहेब के चरणों में पुष्प अर्पित कर समाज के महान योगदान को नमन किया और कहा कि गुरु जी का जीवन त्याग, समर्पण एवं समाज सुधार की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि पूज्य बाबा संत बालकदास जी और गुरु घासीदास बाबा जी का संदेश हमेशा यही रहा है कि हमें नशा-पान नहीं करना है, जीव हत्या नहीं करना है और शक्ति के मार्ग पर चलना है। हम उस मिट्टी छत्तीसगढ़ में जन्मे हैं, जहाँ गुरु घासीदास जैसे महापुरुषों ने जन्म लेकर पूरे समाज को नई दिशा दी।
उन्होंने आगे बताया कि मैं आज भी बाबा जी के बताए मार्ग पर चल रहा हूँ। बाबा जी की शिक्षाओं और सतनाम संदेश से प्रेरित होकर मैं लगभग 25 से 30 बार गिरौदपुरी धाम की यात्रा कर चुका हूँ। उनके बताए रास्ते पर चलते हुए ही मैंने ग्राम गोमची, रायपुर में एक बड़ा आश्रम बनाया है, जिसमें करीब 250 बुजुर्ग माता-पिता, जिनके पास रहने की व्यवस्था नहीं है, उन्हें मैं अपना माता-पिता मानकर आश्रम में रखता हूँ और उनकी सेवा करता हूँ।
इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष विशाल देसलहरे, पार्षद शिवझाड़ी सिन्हा, ब्लॉक अध्यक्ष समाज हेमंत चंदेल, खनक देशलहरे, कोसा अध्यक्ष साहिल गेन्द्रेरे, मोहन हिरवानी, हेमलता भारती, राजकुमार बंजारे, विजय मंडले, खनक राम देसलहरे, अंजू देसलहरे सहित समस्त सतनामी समाज, नगर पंचायत बेरला एवं नगरवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।


