बेमेतरा

रसोईयों के मानदेय और कुकिंग कॉस्ट का भुगतान 4 माह से लंबित
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बेमेतरा, 6 जुलाई। जिले के 1164 स्कूलों में संचालित मध्यान्ह भोजन के संचालन के लिए फंड की कमी दिखाई दे रही है। जिले में मिड डे मील योजना की कुकिंग कास्ट और रसोईयों को 2 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय का वितरण अप्रैल से लंबित है। ये स्थिति फंड जारी नहीं होने की वजह से बनी है। वहीं जिलेभर के 1164 समूहों को कुकिंग कास्ट की राशि नहीं मिली है। फंड की कमी का असर अब स्कूल के बच्चों की थालियों में साफ नजर आने लगी है।
जिले के बेमेतरा, बेरला, साजा व नवागढ़ ब्लाक में 761 प्राथमिक, 403 मिडिल स्कूल सहित कुल 1164 स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत 1 लाख 8 हजार 691 विद्यार्थियों को मिड डे मील दिया जा रहा है। एक लाख सें अधिक विद्यार्थियों के लिए स्कूलों में 2612 रसोईया सेवा दे रहे हैं। जिले के बेमेतरा, बेरला व साजा ब्लाक के रसोईयों को बीते अप्रैल माह के बाद से प्रतिमाह दिया जाने वाला निर्धारित दो हजार मानदेय राशि जारी नहीं की गई है। वहीं नवागढ़ ब्लाक के 196 प्राथमिक व 99 स्कूल सहित 295 स्कूलों के रसोईयों को मार्च के बाद से मानदेय जारी नहीं हुआ है। बगैर मानदेय के रसोईया इन दिनों जैसे-तैसे काम कर रहे हैं।
क्या कहती हैं आंकड़े
जिला में प्राथमिक स्कूल की संख्या - 761
मिडिल स्कूलों की संख्या - 403
मिड डे मिल संचालितकुल स्कूल - 1164
प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या - 64652
मिडिल स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या - 4053
विद्यार्थियों की कुल संख्या - 108691
जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
स्थिति को देखते हुए बीते दिनों रसोईयों के संगठन द्वारा प्रतिमाह निर्धारित समय पर मानदेय जारी करने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था। साथ सही अन्य मांगों केा लेकर भी कई बार उच्चाधिकारियों को आवेदन दिया जा चुका है। बेमेतरा ब्लाक अध्यक्ष शिवप्रसाद बंजारे ने बताया कि अप्रैल से मानदेय नहीं मिला है। महज 2 हजार रूपए में काम कर रहे हैं वह भी नहीं मिल रहा है। मानदेय नहीं मिलने से रसोईयां आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
जिले में सबसे अधिक रसोइया नवागढ़ में
जिले के बेमेतरा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल में 373, मिडिल स्कूल में 214 सहित 587 रसोईया हैं। बेरला में प्राथमिक स्कूल में 387 और 236 मिडिल स्कूल सहित 625 रसोईया, साजा के प्राथमिक स्कूल में 433 रसोईया और मिडिल स्कूल में 252 रसोईया सहित 685 रसोईया हैं। वहीं नवागढ़ में 450 रसोईया प्राथमिक स्कूल में और 255 रसोईया सहित कुल 715 रसोईया हैं। सभी ब्लॉकों को मिलाकर जिला में 2612 रसोईया हैं जिन्हें महीनों से मानदेय राशि का इंतजार है।
कुकिंग कॉस्ट की राशि
नहीं मिलने से परेशानी
जिले के सभी प्राथमिक पूर्व माध्यमिक स्कूलों में मिड डे मील संचालित किया जा रहा है। जिसके लिए प्राथमिक स्कूलों में प्रत्येक विद्यार्थी के लिए 6.19 रूपए व मिडिल स्कूल के विद्यार्थियों के लिए 9 ़29 रूपए की दर से कुकिंग कास्ट दिया जाना है। जिले के बेमेतरा ब्लाक के 295 समूह, बेरला के 251 समूह, साजा के 322 समूह और नवागढ़ ब्लॉक के 295 समूह सहित 1154 समूहों को कुकिंग कस्ट के तौर पर करोड़ों का फंड महीनों से लंबित है। इस तरह की स्थिति का सामना पहले भी संचालक समूह को करना पड़ा है।
राशि जारी नहीं होने से मेन्यू का पालन कैसे करें
मध्यान्ह योजना के तहत दिए जाने वाले भोजन में पौष्टिक तत्व की मात्रा और उससे मिलने वाले कैलोरी, प्रोटीन की मात्रा तय की गई है। इसके अनुसार प्राथमिक स्कूल के बच्चों को 100 ग्राम चावल, 20 ग्राम दाल, 50 ग्राम हरी सब्जी, 5 ग्राम तेल, नमक और मसाला दिया जाना है। इससे बच्चों को 450 ग्राम कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन, मिडिल स्कूल के बच्चों को अधिक मात्रा में भोजन मिलने से 700 ग्राम कैलोरी, 20 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होना है। भोजन के लिए बकायदा मैन्यु तैयार किया गया है। फंड की दिक्कत संचालन में आने लगी है, जिससे मैन्यु का पालन करना भी प्रभावित हो रहा है।
संचालन करने वाले समूह के सदस्यों ने बताया कि खाना बनाने के लिए उनको बाजार से राशन व सामना उधार पर लेना पड़ रहा है। आगे भी यही स्थिति रही तो उनको बाजार से उधार मिलना मुश्किल होगा। उनके द्वारा राशि जारी करने कई बार अधिकारियों से मिन्नत की जा चुकी है।