बेमेतरा

पाइपलाइन बिछाने खोदी सडक़ बारिश में बनी आफत, आवाजाही में दिक्कत
29-Jun-2025 5:32 PM
पाइपलाइन बिछाने खोदी सडक़ बारिश में बनी आफत, आवाजाही में दिक्कत

 स्कूल जाते बच्चें कीचड़ में फिसलकर गिर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 जून।
बारिश की शुरुआत में ही ग्रामीण क्षेत्र की बदहाल सडक़ों की वजह से आवागमन मुश्किल हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बनाई गई कई सडक़ें खराब हो चुकी है। संधारण अवधि समाप्त होने के बाद पुनर्निर्माण के लिए सरकार से स्वीकृति मिलने का इंतजार करना पड़ रहा है। सडक़ों के नहीं बनने से राहगीर आवागमन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
 ग्राम कंतेली से भीमपुरी व थानम्खहरिया तहसील के ग्राम दर्री पेंडी व श्यामपुरकांपा की जर्जर हालत की वजह से लोगों का आना-जाना कम हो गया है।

जानकारी हो कि बरसात के सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों पर आना-जाना दूभर हो गया है। जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर ग्राम कंतेली से भीमपुरी जाने वाली पौने चार किलोमीटर सडक़ की स्थिति अंत्यंत जर्जर हो चुकी है। ग्रामीणों की मानें तो गर्मी व ठंड के दिनों में जैसे-तैसे आवागमन कर लेते पर बारिश के दिनों में भारी समस्या होती है। बाइक सवारों के लिए सडक़ मुसीबत बन चुकी है। कई लोग इस सडक़ पर गिरकर घायल हो चुके हैं। हालत ये है कि इस मार्ग की बजाय 7 किलोमीटर घूमकर आना-जाना पड़ता है। बताया गया कि इस सडक़ का निर्माण 5 साल पूर्व 68 लाख रुपए की लागत से किया गया था, जिसके संधारण के लिए निर्धारित 5 साल की अवधि भी बीत चुकी है। संधारण का समय बीत जाने के बाद सडक़ का नवनिर्माण किया जाना जरूरी हो चुका है। ग्रामीण राकेश साहू ने बताया कि सडक़ बनाने के लिए सुशासन त्यौहार में आवेदन किया गया था, जिसका निराकरण लंबित दर्शाया जा रहा है। सडक़ संधारण भी बंद कर दिया गया है।
नल-जल ने बिगाड़ दी सूरत

थानखम्हरिया नगर पंचायत से महज 5 किमी दूर श्यामपुर कांपा जाने के लिए सडक़ है। सडक़ की हालत जर्जर तो थी ही पर कुछ हद तक चलने लायक थी लेकिन जब से ड्रीम प्रोजेक्ट नल-जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ, तब से सडक़ पर चलना किसी स्टंट दिखाने की तरह हो गया है। पेंड्रीकला के जयपाल साहू, डेलू साहू, नेहरू चंद्राकर, फगुवा चंद्राकर, ग्राम श्यामपुर कांपा के हेमंत साहू, मोती साहू, बेदराम साहू कुंजराम के अनुसार श्यामपुर कांपा से दर्री पेंड्री पहुंच मार्ग को खोद कर मिट्टी सडक़ पर ही बिखेर दी गई है। एक तो सडक़ जर्जर थी ही ऊपर से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी की लापरवाही है। जिले में ठेके पर पाइपलाइन का विस्तार किया जा रहा है, जिससे समस्या और दोहरी हो गई है।
 

स्कूल में पढऩे वाले भी इसी मार्ग का करते हैं उपयोग
 ग्राम पेंडरी कला के स्कूली बच्चे, खैरझिटी कला और दर्री स्कूल में पढऩे के लिए इसी रास्ते से आते-जाते हैं। विगत 3 दिनों से हुई बारिश के चलते सडक़ पर चलना मुश्किल हो गया है। बच्चों ने बीते तीन दिनों से स्कूल जाना छोड़ दिया है। दूसरी तरफ सडक़ पर पैदल चलने वाले भी परेशान हो चुके हैं। आमतौर पर आसपास के गांव के ग्रामीण थानखम्हरिया तहसील कार्यालय व बाजार जाने के लिए आवगमन करते हैं। ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद शासन-प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता बरकरार है।
कार  दुर्घटनाग्रस्त,
बाल-बाल बचे सवार

ग्रामीणों का कहना है कि दर्री पेंड्री से ग्वारा से कांपा तक कई साल बनी सडक़ जर्जर हो गई है। वहीं देवरबीजा से 5 किमी दूरी पर स्थित ग्राम गडुवा में बीती रात लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और लोकनिर्माण विभाग की लापरवाही के चलते बड़ा हादसा हो गया। पाइप लाइन के लिए हुई खुदाई और सडक़ पर रखे पाइप से टकराकर एक कार अनियंत्रित हो गई और गड्ढे में जा गिरी। सीट बेल्ट बंधे होने और एयर बैग खुलने से गाड़ी में सवार दो युवकों की जान बाल-बाल बची। कार को क्रेन के जरिए बाहर निकाला गया।
 


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