बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 9 मई। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम में कक्षा दसवी मे 10 साल में पहली बार सफलता का ग्राफ 70 प्रतिशत से ऊपर गया है। वहीं कक्षा बारहवी के परीक्षा परिणाम में सफलता के प्रतिशत में तीन साल बाद सुधार आया है। बोर्ड परीक्षा में बालिकाओं ने अधिक बाजी मारी है। कक्षा दसवी में 76.18 प्रतिशत छात्राएं व 65.53 फीसदी छात्र सफल हुए हैं। कक्षा बारहवीं में 83.73 प्रतिशत छात्राएं और 78.70 फीसदी छात्र सफल हुए हैं।गौरतलब है कि इस वर्ष को शासन द्वारा शिक्षा गुणवत्ता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका असर इस बार हाई एवं हायर सेकंडरी के परीक्षा परिणाम में दिखाई दिया है। जिले के परीक्षा परिणाम में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। हाईस्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा 2024 में कुल 14 हजार 103 विद्यार्थी दर्ज थे, जिनमें से 13 हजार 921 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे। इनमें से 9022 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे।
इस प्रकार उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 64.80 रहा था। प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संया 3357 थी। जबकि इस वर्ष 2025 की परीक्षा में कक्षा दसवी में 13 हजार 606 विद्यार्थी दर्ज रहे, जिनमें से 13 हजार 327 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। उनमें से 9546 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत 71.62 रहा। जारी सत्र में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के प्रतिशत में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। पिछले वर्ष कक्षा दसवी की परीक्षा में 3357 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए थे। जबकि इस वर्ष की परीक्षा में कक्षा दसवी में 4474 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है, जिसमें 1 हजार 117 परीक्षार्थी अधिक प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं।
हायर सेकंडरी परीक्षा के संकायवार परिणामों में कला विषय में कुल 3674 परीक्षार्थी दर्ज थे। उनमें 3638 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए, जिनमें से 2749 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार उत्तीर्ण हुए इन विद्यार्थियों का परीक्षाफल 75.62 प्रतिशत रहा। इसी प्रकार विज्ञान संकाय में कुल 3060 परीक्षार्थी दर्ज थे, जिनमें से 3050 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए। इनमें से 2540 विद्यार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए। इस प्रकार विज्ञान संकाय का परीक्षाफल 83.36 प्रतिशत रहा।
इसी तरह वाणिज्य संकाय में 1411 परीक्षार्थी दर्ज थे, जिनमें से 1407 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे। इनमें से 1234 परीक्षार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार वाणिज्य संकाय का परीक्षाफल 87.76 रहा। इसी प्रकार कृषि संकाय में कुल 190 परीक्षार्थी दर्ज थे। इनमें से 189 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे, जिनमें से 153 विद्यार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण संकाय का रिजल्ट 80.95 फीसदी रहा।ं बारहवीं में तीन सत्र बाद परिणाम में सुधार आया है। सत्र 2022 में 72.85, 2023 में 80.05 और सत्र 2024 में 78.56 फीसदी परिणाम आया था। इस बार बढक़र 80.65 प्रतिशत पहुंच गया है। डीईओ डॉ. कमल कपूर ने बताया कि पूर्व सत्र की अपेक्षा दोनों बोर्ड परीक्षा के परिणाम में इस बार सुधार आया है। बारहवीं के परीक्षा परिणाम में तीन साल बाद आया सुधार
हायर सेकंडरी स्कूल सर्टिफिकेट की परीक्षा में पिछले वर्ष 8883 विद्यार्थी दर्ज थे, जिनमें से 8830 विद्यार्थी परीक्षा में प्रविष्ट हुए। इनमें से 6937 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। विद्यार्थियों का प्रतिशत 78.56 रहा और 6677 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 80.65 रहा। पिछले वर्ष प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संया 2420 थी। जबकि इस वर्ष प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की संया 3710 है। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1290 अधिक विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए।
कक्षा दसवी में जिले के 10 सत्र का रिकॉर्ड
2015 — 50..86 प्रतिशत, 2016 — 63.50 प्रतिशत, 2017 — 62.57 प्रतिशत, 2018 — 558.33 प्रतिशत, 2019 — 556.19 प्रतिशत
2020 — 69.33 प्रतिशत, 2021 — 100 प्रतिशतत, 2022 — 66 प्रतिशत, 2023 — 67 प्रतिशत
2024 — 64.80 प्रतिशत, 2025 — 71..62 प्रतिशत
कक्षा 12 वीं के दस साल का रिकॉर्ड
2015 — 82.59 प्रतिशत , 2016 — 80.00 प्रतिशत, 2017 — 82.23 प्रतिशत, 2018 — 73.54 प्रतिशतत, 2019 — 77.01 प्रतिशतत, 2020 — 82.24 प्रतिशत
2021 — 998.53 प्रतिशत, 2022 — 72..85 प्रतिशत, 2023 — 80.05 प्रतिशत , 2024 — 87.56 प्रतिशत, 2025 — 80.65 प्रतिशत


