बेमेतरा
पूर्व सरकार ने बनाया था, नई सरकार बनते ही अब नहीं दे रही ध्यान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 अप्रैल। रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे से नारायणपुर के रास्ते जब मारो की ओर कोई आता है तो उसे ग्राम झुलना में गौठान का जो दृश्य दिखता है उसे देखकर लगता है कि सवा साल के सुशासन में विकास की जो आंधी आई उसमें पूर्व सरकार के योजना उड़ गई।
बेमेतरा जिले के करोड़ों रुपए लगाकर गौठान बनाए गए। नवागढ़ जैसे ब्लाक में तो कई गांव में जगह ही नहीं मिली। जिन गांवो में गौठान बनी उन गांवो में आज की तस्वीर देखकर लगता है कि गौठान असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया हैं। झुलना में प्यासे पावर पंप, दरवाजा विहीन शौचालय, गोबर की जगह डिस्पोजल, क्षतिग्रस्त शेड के नीचे पानी तलाशते बंदर यह बया कर रहे हैं कि राज्य की जनता की कमाई का कैसे दुर्गति होती है।
झुलना से आगे निकलने पर ग्राम भिलौनी में गौठान में डिस्पोजल की सफेद चादर के अलावा कुछ नहीं दिखता। यह ब्लाक का एक मात्र गौठान है जो शराबियों को समर्पित है।
जिले में बने गौठान उसमें लगाए गए सामग्री वर्तमान स्थिति की यदि भौतिक सत्यापन हुआ तो चौंकाने वाले आंकड़े नुकसान के मिलेंगे। किसििकस गांव में क्या-क्या गायब है अभी कोई देखने वाला नहीं है।


