बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 अप्रैल। समूह पेयजल योजना के तहत मीठा पानी की सप्लाई बंद हुई। शहर के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के नल से लोगों के घर तक पानी आने की योजना शिवनाथ नदी में जलस्तर गिरने से बंद हो गई है।
जानकारी हो कि रसातल में जा रहे जलस्तर के बाद नदी-नालों का सूखना भी लोगों की निस्तारी के लिए बाधक बन गया है। शिवनाथ नदी में पानी नहीं होने की वजह से बेमेतरा शहर के अंदर नल से मीठा पानी की सप्लाई बंद हो चुकी है। अमोरा प्लांट में बने बेमेतरा समूह पेयजल योजना के तहत 57 गांव के 75 हजार से अधिक लोगों के लिए प्रतिदिन 50 लाख से 53 लाख लीटर पानी की जरूरत पड़ती है ।
शिवनाथ नदी पर बने इंटकवेल में जरूरत के अनुसार पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पानी नहीं पहुंचने के कारण बीते दिनों दाढ़ी क्षेत्र में जोन 3 यानी ग्राम सेमरिया के 410 किलोलीटर वाले एमबीआर की सप्लाई रोकी गई। जिससे बंसपुर, मरतरा, सेमरिया, मुरकी, दाढ़ी, घोरेघाट, बिरमपुर, सुखाताल, मोढ़े तारके, बिरसिंधी बैहरसरी चरधट, परसवाडा एवं पौसरी में जलाआपूर्ति नहीं हुई थी। इसके बाद जोन एक ग्राम कोबिया एवं जोन दो की पानी आपूर्ति को बंद किया गया है।
इन दो जोन में पानी आपूर्ति बंद हो जाने से लगभग 40 गांव के ग्रामीण प्रभावित हुए है। अब हालात यह है कि बेमेतरा पेयजल समूह योजना में आने वाले सभी 57 गांव में नल से पानी आना बंद हो चुकी है। नलों से पानी नहीं आने की वजह से इन गांव में पेयजल संकट की स्थिति बनने लगी है।
1 लाख 15 हजार से अधिक हो रहे हंै प्रभावित
शिवनाथ का जलस्तर गिरना व सुख जाना भारी पड़ रहा है। जिला मुख्यालय के 34 हजार से अधिक रहवासी 15 दिन से मीठे पानी की आपूर्ति ठप होने से प्रभावित है। वहीं अब बेमेतरा समूह पेयजल योजना के तहत सप्लाई बंद होने सो 57 गांव के 75 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए है।
बताना होगा कि जिला मुख्यालय के ज्यादातर सरकारी अफसरों के यहां बेमेतरा समूह जल प्रदाय योजना के पाइप लाइन से रेस्टहाउस, अधिकारी निवास के यहां पेयजल सप्लाई होते रहा है। अब जब योजना ठप हो चुकी है। जिसके बाद से वीआईपी के यहां आज से मीठा पानी नहीं पहुंच पाया है।


