बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 अप्रैल। जिले की सेवा सहकारी समिति सैगोना में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है, जिसमें 800 से अधिक बोरी खाद की हेराफेरी का मामला सामने आया है। इस खाद की कीमत 6 लाख रुपए से अधिक आंकी गई है।
यह मामला वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम ऑडिट के दौरान उजागर हुआ, जिसमें यूरिया, डीएपी और अन्य खाद के स्टॉक और वितरण में भारी गड़बड़ी पाई गई। ऑडिट रिपोर्ट के सामने आते ही जिले के सहकारिता और कृषि विभाग में हडक़ंप मच गया।
स बड़े घोटाले को देखते हुए सहकारिता और कृषि विभाग ने तत्काल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
कैसे उजागर हुआ घोटाला
हर साल की तरह इस बार भी सेवा सहकारी समिति सैगोना का वित्तीय वर्ष का ऑडिट किया गया। खाद सत्यापन के दौरान पीओएस मशीन और भौतिक स्टॉक मिलान में भारी गड़बड़ी पाई गई और 800 बोरी खाद स्टॉक व वितरण में गड़बड़ी पाई गई। जिससे स्पष्ट होता है कि यह घोटाला एक दिन का नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रहा था। समिति प्रबंधक की लापरवाही और वित्तीय अनियमितताओं को देखते हुए उच्च अधिकारियों से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। यूरिया और डीएपी खाद के स्टॉक में बड़ा हेरफेर किया गया। समिति के रिकॉर्ड और भौतिक स्टॉक में भारी अंतर पाया गया।
किसानों में आक्रोश
इस घोटाले के उजागर होने के बाद किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों का कहना है कि यह खाद उन्हीं के लिए आई थी, लेकिन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
लगातार अनियमितताओं के बावजूद वह 7-8 वर्षों से पद पर बने हुए हैं। अब खाद घोटाले में फंसने के बाद उन्होंने खुद को बचाने के लिए खाद प्रभारी को नोटिस जारी कर दिया। शासन ने संज्ञान लेते हुए दो विभागों ने शुरू की जांच। इस बड़े घोटाले को देखते हुए सहकारिता और कृषि विभाग ने तत्काल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।


