बेमेतरा
आश्वासन मिलने पर धरना प्रदर्शन किया समाप्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 मार्च। ग्राम संडी के सिद्धि माता मंदिर में प्रतिदिन बकरे की बलि दिये जाने का व्यापक तौर पर विरोध करते हुए सडक़ पर जीव-जंतु प्रेमी सगंठन, साधु संत व हिंदू संगठन ने धरना दिया। शुक्रवार को जगतगुरु शंकराचार्य के शिष्य दंडीस्वामी ज्योतिर्मयानंद ने हिंदू संगठन के पदाधिकारियों के साथ मंदिर के मुख्य मार्ग पर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मौके पर पहुंचकर धरना दिया व कुछ दूर तक पैदल मार्च किया।
साधु संत व हिन्दू संगठन के धरने पर बैठने से प्रशासनिक अफरा-तफरी मच गई । धरना देने वालों से पहुंचने के पूर्व एसपी रामकृष्ण साहू एवं अन्य अधिकारी भी संडी मंदिर पहुंचे गए थे। कबीर पंथ के लोगों ने भी धरना स्थल पहुंचकर समर्थन दिया।
बताया गया कि मन्नत के लिए मंदिर में फागुन के बाद से लगातार बकरे की बलि दी जा रही है। बलि देने के बाद अवशेष को शिवनाथ नदी में डाल दिया जाता है जिसकी वजह से शिवनाथ नदी का पानी लगातार दूषित हो रहा है। पीने के पानी की समस्या के साथ अन्य समस्याएं हो रही है। लंबे अर्से से बलि प्रथा पर रोक लगाने की लगातार मांग के बाद भी जारी बलि प्रथा को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार से पहल नहीं किए जाने से नाराज होकर पैदल मार्च कर मंदिर के मुख्य मार्ग पर धरने पर बैठ गए।
एसडीओपी व तहसीलदार से चर्चा के बाद धरना वापस
पशुओं के बलि दिये जाने व शराबखोरी के विरोध में सामने आए दंडीस्वामी ज्योतिर्मयानंद से प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस के सक्षम अधिकारी ने धरना समाप्त करने का अनुरोध किया।
अंत में प्रदर्शन करने वालों को सक्षम अधिकारी की उपस्थिति में लिखित में आश्वासन दिया गया कि शनिवार को जिला मुख्यालय के पुराने रेस्ट हाउस में दोनों पक्ष की बैठक प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में कराने की बात कही गई। दोनों पक्ष के सहमति के बाद धरना वापस लिया गया है। इस दौरान विभिन्न संगठन के पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे। वहीं हालात को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे।


