बेमेतरा
सडक़ हादसों में हो चुकी 155 मौतें, 287 घायल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 दिसंबर। जिले के नेशनल व स्टेट हाइवे की अपेक्षा जिला व लोकल सडक़ों में अधिक हादसे हो रहे हैं। जारी सत्र की तीसरी तिमाही के आंकड़े बीते साल हादसे में हुए मौतों के करीब पहुंच चुके हैं। जिले में 2023 के दौरान 160 मौत हुई थी। वहीं 2024 में 9 माह के दौरान 155 मौत सडक़ हादसे में हो चुकी हैं, जिसमे सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र की सडक़े लहूलुहान हुई हैं।
जिस तरह से लोगों के आवागमन के लिए जिले के अंदर पक्की सडक़ों का मकडज़ाल बिछाया जा रहा है। उससे लोगों के लिए सुविधा बढ़ी है। वहीं दूसरी तरफ जिले की सरहद से होकर गुजरे दो नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे की अपेक्षा जिला स्तर व लोकल सडक़ें दुर्घटना के मामले में अधिक संवेदनशील हो गई हैं। जुटाई गई जानकारी के अनुसार जिले में 2022 के दौरान 424 सडक़ दुर्घटनाओं में 195 लोगों की मौत हुई। वहीं 455 लोग घायल हुए। इसके बाद 2023 में हुई 321 सडक़ दुर्घटना में 160 लोगों की मौत हुई। वहीं 345 घायल हुए थे। 2024 के दौरान पुलिस विभाग द्वारा तीसरी तिमाही का ब्यौरा जुटाया गया है। यानी बीते सिंतबर माह तक जिले के अंदर हुई 273 सडक़ दुर्घटना में 155 लोगों की मौत हुई। वहीं 287 घायल हुए हैं। आंकड़ों को देखा जाए तो जिले में दुर्घटनाए कम हुई हैं पर मरने वालों की संख्या अधिक है।
सडक़ दुर्घटना में कमी लाने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही
यातायात प्रभारी प्रवासी यादव के अनुसार पुलिस सडक़ दुर्घटना में कमी लाने के लिए यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। दो पहिया हो या चारपहिया वाहन या उससे बड़े वाहन, सभी को सीमित गति से चलाने के लिए कहा जा रहा है ताकि कोई घटना घटने के पहले ही वाहन को नियंत्रित किया जा सके और घटना को टाला जाए। साथ ही नशे की हालत में वाहन न चलाने, दो पहिया वाहन में तीन सवारी न बैठाने और हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से करने की अपील की जा रही है। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग न करें। पिकअप व मालवाहक में सवारी न बैठाएं, संयमित गति से वाहन चलाने की नसीहत दी जा रही है।
जिले की सडक़ दुर्घटनाएं रहीं चर्चा का विषय
जारी सत्र के दौरान जिले में हुई कई सडक़ दुर्घटनाएं प्रदेश से लेकर देशभर में चर्चा का विषय बनी रहीं। नेशनल हाइवे में 30 अप्रैल को ग्राम कठिया में हुए सडक़ हादसे में एक साथ 9 लोगों की मौत व 22 घायल हुए थे।
सडक़ दुर्घटना 2024 में तीसरी तिमाही तक- एनएच 80 हादसे, 41 मौत, 96 घायल, एसएच 31 हादसे, 24 मौत, 23 घायल, अन्य162 हादसे, 90 मौत, 168 घायल।
अंदर की सडक़ अधिक खतरनाक पर हाइवे में यातायात अधिक
सडक़ दुर्घटना की संख्या व उससे होने वाली मौत, घायलों की संख्या ग्रामीण अंचलों में अधिक हैं। आमतौर पर नेशनल व स्टेट हाइवे में वाहनों की संख्या अधिक रहती है पर इनमें होने वाले हादसों की संख्या ग्रामीण व जिले के अंदर यातायात की सुविधाओं को जोडऩे के लिए बनाई गई जिला व ग्रामीण स्तर की सडक़ पर अधिक दुर्घटना होती है। 2022 के दौरान लोकल सडक़ों पर 233 हादसों में 102 मौत व 268 लोग घायल हुए थे। वहीं नेशनल हाइवे में हुई 120 दुर्घटना में 51 मौत व 113 घायल हुए थे।
इसी साल स्टेट हाइवे में हुई 71 दुर्घटना में 42 मौत व 74 घायल हुए थे। 2023 में लोकल सडक़ों में 187 हादसे में 91 मौत व 227 घायल हुए थे। वहीं एनएच में 90 हादसों में 59 की मौत व 71 घायल हुए थे। इसी तरह जिला से होकर गुजरी राजकीय सडक़ों पर हुए 44 हादसों में 16 मौत व 47 घायल हुए थे। जारी सत्र 2024 में तीसरी तिमाही तक जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में हुई 162 दुर्घटना में 90 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 168 घायल हुए। 80 दुर्घटनाएं एनएच में हुई हैं, जिसमें 41 मौत व 96 घायल हुए थे। स्टेट हाइवे में हुए 31 सडक़ हादसों में 24 की मौत व 23 घायल हुए हैं।
ट्रक अनियंत्रित होकर पलटी
पीपरभ_ा बाईपास के अंधे मोड़ पर ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गई। इसके बाद ट्रक में आग लग गई। आग लगते देख वाहन चालक, परिचालक दोनों कूदकर भागे। दुर्घटना में जनहानि नहीं हुई है।


