बेमेतरा

1100 आंगनबाड़ी केंद्रों को तुरंत बंद किया जाए, भीषण गर्मी से सब बेहाल
01-Jun-2024 2:27 PM
1100 आंगनबाड़ी केंद्रों को तुरंत बंद किया जाए, भीषण गर्मी से सब बेहाल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 1 जून।  जिले के स्कूलों में गर्मी के दिनों में समर कोर्स से बच्चे को होने वाले दिक्कतों को देखते हुए इसे तत्काल बंद कर दिया गया है पर भीषण गर्मी में जिले के 1100 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों को चलाया जा रहा है, जहां पर 3 से लेकर 6 साल के बच्चे रोजाना पहुंच रहे हैं। बताना होगा कि जिले में सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुविधओं की कमी है बावजूद इसके विकट स्थिति में चलाया जा रहा है।

आंगनबाड़ी केंद्रों में वैसे भी सुविधाओं की कमी है

बताना होगा कि जिले में भीषण गर्मी के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। गर्मी की वजह से केन्द्रों में आने वाले छोटे-छोटे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को हो रहे दिक्कतों को देखते हुए शुक्रवार को जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका सहायता संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कलक्टर को आवेदन सौंपा। जिले में वर्तमान पड़ रहे 46 डिग्री के तापमान में जारी आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन से बच्चों को होने वाले दिक्कतों से अवगत कराया है। बताया गया कि जिले में सैकड़ों की संया में ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्र है जहां पर बिजली, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी है । कमत्तर आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

कार्यकर्ता व सहायिका

भी परेशान हो रही हैैं

संघ अध्यक्ष विद्या जैन ने जानकारी दी कि वर्तमान में भारी गर्मी है। लू चल रहा है। मौसम के तेवर को देखते हुए 25 मई से 2 जून तक पूरे प्रदेश में एलर्ट जारी किया जा चुका है। इसके बाद भी आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोला जा रहा है, जहां पर आने वाले बच्चे गर्मी की मार झेल रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र खोले जाने की वजह से बच्चों के साथ कार्यकर्ता व सहायिका भी लू के शिकार हो रहे हैं।

आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुलभूत सुविधाओं की कमी 

जिले में 1104 आंगनबाड़ी केन्द्र है जिसमें से 340 आंगनबाड़ी केन्द्र में शौचालय नहीं है। जिसमें बेरला परियोजना में 218, बेमेतरा परियोजना में 125, साजा में 176, नवागढ़ में 74, नांदधाट परियोजना में 62, खंडसरा में 111 आगंनबाड़ी केन्द्र के पास सुविधा पर शेष केन्द्र वंचित है। जिले में 444 केन्द्र में पेयजल की सुविधा नहीं है। 628 केन्द्रों में पूर्ण बिजली की कमी, 580 आंगनबाड़ी केन्द्रों में आहता नहीं है। बेमेतरा परियोजना कार्यालय के अधिन आने वाले 266 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 37 केन्द्र में षौचालय नहीं है, 69 केन्द्रों में पेयजल की सुविधा नहीं हैं। 154 केन्द्रो में बिजली नहीं है। वही 78 केंन्द्रों में आहाता नहीं है।

पतली साड़ी को कैसे पहने साड़ी बदल कर दूसरा यूनिफार्म दीजिए 

जिला कार्यालय पहुंचकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं द्वारा अपनी एक और समस्या को लेकर जिला प्रशासन का ध्यान दिलाया गया कि पूरे प्रदेश में बीते जनवरी-फरवरी माह में सभी सहायिका व कार्यकर्ता को 2-2 साड़ी प्रदान किया गया है। जिले में हजारों की संख्या में साड़ी दिया गया है जिसकी क्वालिटी एकदम खराब है जिसको पहनना मुश्किल है। आने वाले दो चार दिन में साड़ी नहीं बदले जाने पर वो समान्य ड्रेस के साथ केन्द्र में पहुंचे। बताया गया कि साड़ी पूरी तरह पारदर्शी है जिसे पहनना मुश्किल है व कार्यकर्ताओं के गरीमा के विपरीत है संघ द्वारा आने वाले 1 जून से सिविल ड्रेस में काम पर जाने की बात कही गई है।

दीगर जिले में समय में

परिवर्तन किया गया 

दुर्ग, रायपुर व अन्य जिले में इन दिनों भीषण गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन के समय में परिवर्तन किया गया है। केन्द्रों के संचालन का समय प्रात: 07 बजे से 09 बजे तक किये जाने के लिए निर्देशित किया गया है।

ज्ञात हो कि वर्तमान में आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन की अवधि 04 घण्टे प्रात: 07 से 11 बजे है। जिसे आदेशानुसार अब घटाकर 02 घण्टे प्रात 07 से 09 बजे किया जाएगा। गर्मी कम होते ही पुन: 01 जुलाई तक आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन प्रात: 07 बजे से 11 बजे कर दिया जाएगा। 01 जुलाई के पश्चात् आंगनबाड़ी केन्द्र संचालन का समय यथावत् 09.30 बजे से 03.30 बजे तक कर दिया जायेगा।

कार्यकर्ताओं ने कराया अवगत

कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि भीषण गर्मी के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र संचालन में आ रहे दिक्कतों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने अवगत कराया है।


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