बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 मई। नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के किसानों से धान खरीदी के नाम पर हुई करोड़ों की ठगी का मामले पुलिस एफआईआर दर्ज करने को लेकर गंभीर नहीं है। जानकारी लेने पर गोल-गोल जवाब दिया जा रहा है। आलम यह है कि किसान पुलिस अधीक्षक से लेकर कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन प्रशासन से कोई सहयोग नहीं कर रहा है।
नवागढ़ विधानसभा के ग्राम पचभैया निवासी लीला राम साहू किसानों से करोड़ों ठगी कर फरार है। जिला राजनांदगांव का भाजपा मंडी अध्यक्ष होने का हवाला देकर गांव-गांव में किसानों से धान खरीदा। जबकि कोचिया राजनंदगांव का मंडी अध्यक्ष नहीं था।
किसानों के बयान दर्ज करने के बावजूद एफआईआर नहीं
एफआईआर दर्ज करने को लेकर थाना प्रभारी नवागढ़ से बात करने पर उन्होंने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है, लेकिन अब तक किसान बयान दर्ज करने नहीं पहुंचे हैं। ऐसी स्थिति में एफआईआर करना संभव नहीं है। इसके बाद पीडि़त किसान बयान दर्ज कराने 3 दिन पहले नवागढ़ थाना पहुंचे। यहां किसानों का बयान दर्ज किया गया लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
किसानों को दिए 90 लाख का चेक बाउंस
धान बिक्री की राशि का पैसा मांगने पर कोचिया लीला राम साहू गोल-गोल जवाब देने लगा और किसानों को कई बार समय सीमा बताने के बावजूद पैसा नहीं दिया। इसके बाद किसान पैसे की मांग को दबाव बनाने लगे। जहां कोचिया ने किसानों को 90 लाख रुपए का चेक दिया। चेक को संबंधित बैंक में लगाने पर वह बाउंस हो गया है। इसे लेकर किसान अब परेशान है।
ठगी के पैसे से रायपुर में खरीदा बड़ा मकान
किसानों ने बताया की लीला राम साहू ने क्षेत्र के किसानों से ठगी की राशि से रायपुर में एक बड़ा मकान खरीदा है। इसकी जानकारी मिलने पर किसान रायपुर स्थित लीलाराम के मकान पहुंचे। जहां वह नदारद मिला। फोन में बात करने पर वह पैसा देने के लिए बुलाने के बाद फिर वह मौके से नदारद हो जाता। अब लीलाराम साहू ने अपनी फोन को बंद कर दिया है।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मनोज तिर्की ने कहा कि इस मामले में थाना प्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई है, संबंधित कोचिया के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।


