बेमेतरा

बेमेतरा में 1696 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्त, माताएं भी हो रही हैं प्रशिक्षित
24-May-2024 2:35 PM
बेमेतरा में 1696 बच्चे हुए कुपोषण से मुक्त, माताएं भी हो रही हैं प्रशिक्षित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 मई।
जिले के अतिकुपोषित बच्चों को एमसीएच अस्पताल के पोषण पुर्नवास केन्द्र में आहार व चिकित्सा दोनों उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में कारोना काल के बाद अब पुर्नवास केन्द्र का बेहतर लाभ हितग्राहियों को मिल रहा है। जिले में बीते दो सत्र में 400 से अधिक बच्चों को लाभ मिला है। जानकारी हो कि जिला के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र संचालित किया जा रहा है।

केन्द्र में 0 वर्ष से 05 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को भर्ती कर कुपोषण से मुक्त करने का कार्य किया जाता है। केन्द्र में बच्चों के साथ माता को भी 15 दिन तक साथ में भर्ती किया जाता है जिन्हें बच्चों के खानपान, उपचार से संबंधित जानकारी दी जा रही है। केन्द्र में बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लाक के बच्चों को लाभ दिया जा रहा है। केन्द्र प्रभारी के अनुसार पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम, चिरायु की टीम द्वारा एवं पालक स्वयं कुपोषण की स्थिति को देखते हुए चिन्हित बच्चों को लाकर भी भर्ती करा सकते हैं।

केन्द्र में बताया जाता है पोषण आहार के बारे में 
केन्द्र में बच्चों को 15 दिवस तक भर्ती करके पोषण आहार एवं उचित दवाईयों के माध्यम से उपचार किया जाता है। ऐसे बच्चे जो गंभीर- कुपोषित व जिन्हे लंबे समय से दस्त हो रहा हो या बार-बार बीमार पड़ते हैं को भी भर्ती कर सकते है। पोषक आहार में बच्चों को थेरापूटिक फूड, (एफ 75, एफ 100) फार्मुला मिल्क एवं समय समय पर नाश्ता के तौर पर दलिया, हलवा, खिचड़ी, इडली, सेवई दिया जाता है। बच्चों के साथ रहने वाली माता को दोनों समय का भोजन व छुटटी होने पर 150 प्रति दिन के हिसाब से 2250 रूपये दिया जाता है।

योजना 13 जनवरी 2013 से हुआ प्रारंभ  
पोषण पुर्नवास केन्द्र में उपलब्ध कराए गए सभी आवश्यक सुविधाएं मुत में हितग्राही को मिल रहा है। पुनर्वास केन्द्र जनवरी, 2013 से संचालित है, जिसमें कुल अब तक 1696 बच्चे भर्ती होकर सुपोषित हो चुके हैं। बिते 11 साल के दौरान केन्द्र में केवल कारोना काल के दौरान लाभ पाने वाले हितग्राही बच्चों की संया दहाई अंक में रहा है।

अलग टीम का गठन किया गया है जो बच्चों पर पूरा ध्यान देती है  
पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती बच्चों को सुपोषित करने के लिए अलग दल का गठन किया गया है। दल में बच्चों के डॉक्टर से लेकर कुक को भी शामिल किया गया है। टीम में अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ स्वाति यदु एवं शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक कुमार निराला, चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन वर्मा के देखरेख एवं फिडिंग डिमास्ट्रेटर दीप्ति धुरंधर तथा स्टॉफ नर्स अंकिता वर्मा, हिमेश्वरी साहू, लक्ष्मी परगनिहा, ममता वर्मा, सत्यवती रागे, रोहिणी चंद्राकर व नमिता दुबे (कुक) को शामिल किया गया है।

उपचार के बाद खुश होकर जाते हैं बच्चे तब अच्छा लगता है - दीप्ति
केन्द्र के प्रारंभ से कार्यरत दीप्ति धुरधंर व नमिता दुबे ने जानकारी दी कि कुपोषित बच्चे जब बीमार हालत में आते हैं। यहां 15 दिन रहकर उपचार कराने के बाद कुपोषण से मुक्त होकर स्वस्थ्य बच्चे को घर जाने के लिए छुट्टी दिया जाता है तब पूरे स्टाफ को अच्छा लगता है।

सिविल सर्जन जिला अस्पताल डॉ. एस.आर. चुरेन्द्र ने बताया कि जिला अस्पताल में पोषण पुर्नवास केन्द्र को बेहतर तरीके से संचालित किया जा रहा है। केन्द्र में अब तक लगभग 1700 बच्चे लाभाविन्त हुए है।

वर्षवार सुपोषित बच्चे
वर्ष                      लाभान्वित
2013-14   -          87
2014-15   -          127
2015-16  -          149
2016-17  -          134
2017-18  -           22
2018-19  -           208
2019-20   -           213
2020-21   -           88
2021-22  -            33
2022-23  -           180
2023-24  -            22
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