बेमेतरा
ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 फरवरी। ग्राम मुटपुरी, खमहरिया, मऊ के सैकड़ों ग्रामीण लो वोल्टेज की समस्या के निराकरण को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखने को मिली। ग्रामीणों ने बेमेतरा कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर समस्या के निराकरण का आग्रह किया।
ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि बीते 5 सालों से लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों के पास लगातार शिकायत के बावजूद समस्या के निराकरण को लेकर गंभीरता नहीं बरती गई। बिजली समस्या को लेकर दिन-ब-दिन हालत खराब हुए हैं, जिसमें घरेलू बिजली व अटल ज्योति योजना शामिल है।
खपरी को सब स्टेशन बनाए जाने का ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ
इन गावों को खपरी में सब स्टेशन से बिजली प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं को सब स्टेशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ज्यादा प्रभावित ग्राम मूटपुरी, खमहरिया एवं मऊ है, क्योंकि यह सभी गांव लास्ट फीडर में हैं। जब से खपरी को सब स्टेशन बनाया गया है, तब से तीनों गावों के ग्रामीण व किसानों को लो वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
लो वोल्टेज के कारण गांव के कृषि पंप बंद पड़े
ग्रामीणों के अनुसार लो वोल्टेज के कारण गांव के सभी कृषि पंप बंद पड़े हैं, जिससे कृषि प्रभावित हुई है। फसल बचाने को लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। इस दौरान ग्रामीण भगवान दास, काशीराम, राजेंद्र माडिले, पुरुषोत्तम बघेल, संतराम, विष्णु, महेश, राजकुमार साहू समेत तीनों गांव के सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
खपरी को सब स्टेशन बनाए जाने का ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ
इन गांवों को खपरी में सब स्टेशन से बिजली प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं को सब स्टेशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ज्यादा प्रभावित ग्राम मूटपुरी, खम्हरिया एवं मऊ है, क्योंकि यह सभी गांव लास्ट फीडर में हैं। जब से खपरी को सब स्टेशन बनाया गया है, तब से तीनों गावों के ग्रामीण व किसानों को लो वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
5 साल से झेल रहे लोग वोल्टेज की समस्या
ग्रामीणों ने बताया कि लो वोल्टेज की समस्या विगत 5 वर्षों से झेल रहे हैं। ग्राम खपरी सब स्टेशन से उम्मीद बनाए हुए थे, लेकिन नांदघाट से भी लो वोल्टेज की समस्या से आगे हो गए। विकट समस्या है, ग्रामीणों को नल जल से पानी नहीं मिल रहा है। ग्राम मऊ खम्हरिया एवं मूटपुरी के किसानों को वर्तमान में ग्रीष्मकालीन धान के लिए बिजली की नियमित बिजली की सख्त जरूरत है। कृषि पंप बंद पड़े हैं। सप्ताह भर से अटल ज्योति योजना से बिजली की आपूर्ति बंद है। फ सलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। इसलिए सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाने की मांग रखी गई है।


