बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 2 फरवरी। जिले की 8 सहकारी समितियों में लाखों की कीमत के झाइम खाद सड़ रहे हैं। खाद को खपाने के लिए कृषि विभाग दो बार नीलामी कर लोगों को आमंत्रित कर चुका है पर गुणवत्ता की गांरटी नहीं होने की वजह से लोग खाद के लिए एक रुपए तक की बोली नहीं लगा रहे हैं। जिले में 5000 बाल्टी से अधिक खाद का स्टॉक समितियों में बरामद किया गया था।
जानकारी हो कि संदिग्ध तौर पर दो साल पूर्व जिले की कई समितियों में किसानों को झाइम खाद थमाया जा रहा था। किसानों को झाइम खाद थमाए जाने की जानकारी होने पर जिला प्रशासन ने सूचना पर अमल करते हुए जून 2022 में कार्रवाई की थी। जिले में तब अलग-अलग 8 समितियों में 5096 बाल्टी झाइम खाद बरामद किया गया था। जिले की सहकारी समिति खंडसरा में 500, बोरतरा 851, झाल 700, चंदनु 405, ठेल्का 44, बीजा 146, बोरतरा 1500 व सेवा सहकारी समिति मुरता में 900 बाल्टी झाइम खाद बारामद किया गया था। इसके अलावा सेवा सहकारी समिति उमरिया में 1000 बाल्टी जब्त किए गए थे। समितियों ने झाइम को 500 रुपए प्रति बाल्टी की दर से खपाया जा रहा था। जानकार बातते हैं कि सेवा सहकारी समितियों में अनाधिकृत खाद बेचने की पांबदी है। बावजूद निजी कंपनी का उत्पाद खपाया जा रहा था। जिले की कई समितियों में झाइम खपाने का खेल चर्चा का कारण बना रहा है।
एक माह में दो बार नीलामी के लिए बुलाया दोनों बार फेल
सेवा सहकारी समिति खंडसरा, चंदनू व उमरिया से जब्त की गई अवैध खाद (झाइम) सामग्री को बेचकर सरकारी खजाना को हुए नुकसान की भरपाई के लिए शासन के आदेश पर दो बार नीलामी की प्रकिया के लिए तिथि तय कर बोलीदारों को बुलाया गया था। बीते 4 व 31 जनवरी की नीलामी तिथि में किसी ने रूचि नहीं दिखाई। किसी के नहीं आने की वजह से दोनों प्रयास विफ ल हुआ है। नीलामी होने के बाद प्राप्त रकम को शासकीय कोष में जमा किया जाना है।
खंडसरा चौकी में प्रकरण दर्ज है
सेवा सहकारी समिति उमरिया में तत्कालीन कलेक्टर द्वारा छापामार कार्रवाई की गई थी। समिति में भंडारित 1000 बाल्टी झाइम के मामले में खंडसरा पुलिस चौकी में प्रकरण दर्ज कराया गया था।
- गुणवत्ता की गारंटी नहीं
जानकारी के अनुसार जब्त झाइम की गुणवत्ता को लेकर विश्लेषण रिपोर्ट की सुविधा पूरे प्रदेश में नहीं है, जिसकी वजह से झाइम के उपयोग के बाद गुणवत्ता का भरोसा कृषि विभाग या फिर सहकारिता विभाग नहीं दे पा रहा है। भारत सरकार द्वारा झाइम की सैंपलिंग व विश्लेषण को लेकर प्रकिया जारी नहीं होने की वजह से झाइम को केवल रिसर्च के लिए नीलाम किया जाएगा।
- पूर्व कलेक्टर एल्मा ने अप्रैल 23 को जारी किया था
जिले की समितियों में करीब 25 लाख से अधिक की कीमत का झाइम खाद धूल खाता पड़ा हुआ है। खाद की नीलामी के लिए तत्कालीन कलेक्टर पीएस एल्मा द्वारा 3 अप्रैल 2023 को आदेश जारी किया गया था। आदेश के बाद उमरिया, चंदनु व खंडसरा में जब्त खाद के लिए खरीदारों को आंमत्रित किया जा चुका है। जब्त सामग्रियों की नीलामी के लिए पांच अधिकारियों व कर्मचारियों की जिला स्तरीय समिति का गठन हुआ है।
- झाइम को फसल में डालने पर क्या होगा
जिले में जैविक खाद के नाम पर पूर्व में कई तरह के खाद को खपाया जा चुका है। जैविक खाद के नाम पर समितियों में बगैर किसी स्पष्ट आदेश के भंडारित कर रखे गए खाद की उपयोगिता को लेकर अब तक वैज्ञानिक तौर जानकार कुछ बता पाने से बचते आ रहे हैं कि फ सल पर झाइम का असर किस तरह का होगा।
- दो बार नीलामी प्रक्रिया में कोई खरीदार नहीं पहुंचा
उप संचालक कृषि मोरध्वज डडसेना ने बताया कि झाइम की नीलामी के लिए दो बार प्रक्रिया के तहत खरीदारों को आमंत्रित किया गया पर कोई नहीं आया। इसका उपयोग फसल में करना उचित है कि नहीं यह स्पष्ट नहीं हो पाया है पर रिसर्च के लिए कृषि विज्ञान केंद्र को दे सकते है।


