बेमेतरा

आज जो पाठ पढ़ेगा, कल वह नेतृत्व करेगा
18-Jan-2024 1:53 PM
आज जो पाठ पढ़ेगा, कल वह नेतृत्व करेगा

द चेतक न्यू हॉर्स-राइडिंग क्लब व टीचिंग लर्निंग चैप्टर उड़ान का उद्घाटन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 18 जनवरी। द चेतक न्यू हॉर्स-राइडिंग क्लब और टीचिंग लर्निंग चैप्टर उड़ान का उद्घाटन ऐलान्स पब्लिक स्कूल में कलेक्टर रणबीर शर्मा के करकमलों द्वारा सुरुचि सिंह एसडीएम व अरविंद मिश्रा डीईओ की उपस्थिति में किया गया।

उन्होंने द चेतक हॉर्स-राइडिंग क्लब और उड़ान के उद्घाटन के प्रतीक के रूप में रिबन काटने की रस्म निभाई। छात्रों ने आउटडोर क्षेत्र में अपने जॉकी के साथ बुनियादी घुड़सवारी कौशल का प्रदर्शन किया। घुड़सवारी डर, उदासी को दूर करती है, घोड़े को आगे बढ़ाने वाले प्रोपेलिंग तंत्र के माध्यम से बेहतर सजगता, संतुलन की भावना और समन्वय विकसित करके घुड़सवारों के दिमाग में आत्मविश्वास, अदम्य साहस लाने के साथ बाधाओं से निपटने में मदद करती है। रानी लक्ष्मी बाई प्लाटून की छात्राओं ने अंजलि सिंह, (ग्यारहवीं विज्ञान) की छात्रा के नेतृत्व में मार्च-पास्ट प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रवलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। लता मंगेशकर क्लब के छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना, राज्य गान, स्वागत गीत और सर्व धर्म प्रार्थना, शास्त्रीय संगीत प्रस्तुत किया गया। नटराज क्लब के विद्यार्थियों द्वारा भरत नाट्यम एवं कथक नृत्य प्रस्तुत किया गया। प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता एवं छात्रों द्वारा अतिथियों को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. सत्यजीत होता ने अपने स्वागत भाषण मे कहा कि हम सभी के पास एक प्रकार का दिल होता है, लेकिन मुख्य अतिथियों के पास तीन तरह के दिल होते हैं। पहला हृदय, जैविक हृदय का होता है जो सभी के लिए सामान्य होता है। दूसरा हृदय न्याय के लिए है जो न्यायाधीश की महिमा को दर्शाता है और तीसरा हृदय नौकरशाही और कूटनीति के साथ-साथ दया और करुणा को दर्शाते हुए नागरिकों को शहर के सम्मानित प्रथम नागरिक के रूप में नेतृत्व करने के लिए है।

जिलाधीश ने अपने भाषण से विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प, त्याग और समर्पण रखने की सलाह दी। उन्होंने कड़ी मेहनत करने और अपने प्रयासों में निरंतरता बनाए रखने का भी सुझाव दिया।

 विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम की पुस्तकों के अलावा अन्य पुस्तकें भी पढऩे का सुझाव दिया। इससे उनका ज्ञान समृद्ध होगा। स्कूल के प्रतीक चिन्ह तेजस्विनावधीतमस्तु का पालन करने की भी सलाह दी, जिसका अर्थ है हमारी पढ़ाई ज्ञानवर्धक हो। उनके अनुसार, स्कूल और कॉलेज की शिक्षा का समय छात्रों के लिए अपने ज्ञान को विकसित करने का सुनहरा समय होता है, क्योंकि सहकर्मी ज्ञान बढ़ाने और संदेहों को दूर करने में एक-दूसरे की मदद करते हैं।

उन्होंने स्वाध्याय और पुस्तक पढऩे पर विशेष बल दिया और नारा दिया आज जो पाठ पढ़ेगा, कल वह नेतृत्व करेगा। उन्होंने उड़ान चैप्टर में छात्रों के साथ संध्यक्षर , ध्वन्यात्मकता व्याकरण संबन्धित एवं प्रतिशत, लाभ और हानि आदि से संबंधित बुनियादी गणित के कई प्रश्नों पर चर्चा करके विद्यार्थियों के मन मे जानने की उत्सुकता बढ़ाई।


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